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Hindi News ›   Columns ›   Opinion ›   When innocent people are killed in the gunpowder of terrorism then wars become necessary

जब आतंकवाद के बारूद में मारे जाते हैं निर्दोष तो जरूरी हो जाता है युद्ध

नंदितेश निलय Published by: शिव शुक्ला Updated Fri, 09 May 2025 08:55 AM IST
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सार
लियो टॉलस्टॉय ने अपने उपन्यास वार एंड पीस  में कहा है कि युद्ध या शांति की पहल के बीच में सिर्फ ‘समय और धैर्य’ का ध्यान रखना चाहिए। भारत ने असीम धैर्य का परिचय दिया भी। लेकिन पाकिस्तान जैसे देश एक ऐसी दुनिया बना रहे हैं, जहां शांति के बजाय युद्ध की आशंकाएं ज्यादा पैदा हो रही हैं।
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