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Asia Cup: 'PAK से खेल रहे हो तो ठीक से खेलो', हैंडशेक विवाद पर अजहरुद्दीन बोले- हाथ मिलाने में कोई बुराई नहीं
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, दुबई
Published by: स्वप्निल शशांक
Updated Sun, 21 Sep 2025 12:29 PM IST
सार
भारत और पाकिस्तान के बीच हैंडशेक विवाद पर पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन और पूर्व क्रिकेटर निखिल चोपड़ा ने अपनी राय रखी है। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा...
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अजहरुद्दीन का बयान
- फोटो : ANI
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विस्तार
एशिया कप 2025 में आज सुपर-4 राउंड में भारत का सामना पाकिस्तान से है। मुकाबले से पहले मैदान के बाहर का माहौल काफी गर्म है। क्रिकेट रणनीतियों के बजाय इस समय सबसे ज्यादा चर्चा हैंडशेक विवाद की हो रही है। पिछली भिड़ंत के बाद भारतीय खिलाड़ियों द्वारा पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ न मिलाने को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने आईसीसी से शिकायत की थी। अब इस विवाद पर पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन और पूर्व क्रिकेटर निखिल चोपड़ा ने एक टीवी चैनल पर अपनी राय रखी है।
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'खेल रहे हो तो पूरा खेलो'
अजहरुद्दीन ने इस विवाद को ज्यादा तूल देने से मना किया और कहा कि हाथ मिलाने में कोई बुराई नहीं है। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि हाथ मिलाने में कोई बुराई नहीं थी। जब आप मैच खेल रहे हो, तो सब कुछ पूरे मन से खेलो, चाहे हाथ मिलाना हो या कुछ और। मुझे समझ नहीं आता कि इसमें दिक्कत क्या थी।'
अजहरुद्दीन ने चेतावनी भी दी कि मैच को विरोध के तौर पर नहीं खेलना चाहिए। उन्होंने कहा, 'जब आप विरोध में खेल रहे हो, तो फिर खेलो ही मत। विरोध में खेलकर कोई फायदा नहीं है। अगर आपने खेलने का फैसला किया है, चाहे वो आईसीसी इवेंट हो या एशिया कप, तो पूरी तीव्रता के साथ खेलना चाहिए। वरना खेलने की जरूरत ही नहीं है।'
अजहरुद्दीन ने इस विवाद को ज्यादा तूल देने से मना किया और कहा कि हाथ मिलाने में कोई बुराई नहीं है। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि हाथ मिलाने में कोई बुराई नहीं थी। जब आप मैच खेल रहे हो, तो सब कुछ पूरे मन से खेलो, चाहे हाथ मिलाना हो या कुछ और। मुझे समझ नहीं आता कि इसमें दिक्कत क्या थी।'
अजहरुद्दीन ने चेतावनी भी दी कि मैच को विरोध के तौर पर नहीं खेलना चाहिए। उन्होंने कहा, 'जब आप विरोध में खेल रहे हो, तो फिर खेलो ही मत। विरोध में खेलकर कोई फायदा नहीं है। अगर आपने खेलने का फैसला किया है, चाहे वो आईसीसी इवेंट हो या एशिया कप, तो पूरी तीव्रता के साथ खेलना चाहिए। वरना खेलने की जरूरत ही नहीं है।'
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'शायद मैदान पर कुछ हुआ होगा'
पूर्व ऑलराउंडर निखिल चोपड़ा ने अलग नजरिया पेश किया और इशारा किया कि मैदान पर कुछ हुआ होगा जिससे भारतीय खिलाड़ियों ने हाथ मिलाने से इनकार किया। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि शायद उस मैच में किसी खिलाड़ी के साथ कुछ कहा-सुनी हुई होगी। और एक यूनिट के तौर पर गौतम गंभीर और सूर्यकुमार यादव ने कहा होगा कि ठीक है, हम हाथ नहीं मिलाएंगे। हो सकता है मैच के दौरान कोई वर्बल स्पैट हुआ हो।'
चोपड़ा ने कहा कि इस तरह के विवाद खिलाड़ियों की मानसिकता पर असर डाल सकते हैं और आईसीसी टूर्नामेंट में इस तरह के विरोध पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, 'यह एथलीट के लिए सही मानसिक स्थिति नहीं होती। अगर आप आईसीसी टूर्नामेंट में बहिष्कार की धमकी देते हैं, तो इसके परिणाम होते हैं। पेनल्टी भी लग सकती है। यह सबसे अच्छा तरीका नहीं है।'
पूर्व ऑलराउंडर निखिल चोपड़ा ने अलग नजरिया पेश किया और इशारा किया कि मैदान पर कुछ हुआ होगा जिससे भारतीय खिलाड़ियों ने हाथ मिलाने से इनकार किया। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि शायद उस मैच में किसी खिलाड़ी के साथ कुछ कहा-सुनी हुई होगी। और एक यूनिट के तौर पर गौतम गंभीर और सूर्यकुमार यादव ने कहा होगा कि ठीक है, हम हाथ नहीं मिलाएंगे। हो सकता है मैच के दौरान कोई वर्बल स्पैट हुआ हो।'
चोपड़ा ने कहा कि इस तरह के विवाद खिलाड़ियों की मानसिकता पर असर डाल सकते हैं और आईसीसी टूर्नामेंट में इस तरह के विरोध पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, 'यह एथलीट के लिए सही मानसिक स्थिति नहीं होती। अगर आप आईसीसी टूर्नामेंट में बहिष्कार की धमकी देते हैं, तो इसके परिणाम होते हैं। पेनल्टी भी लग सकती है। यह सबसे अच्छा तरीका नहीं है।'
'पिक्चर अभी बाकी है'
निखिल चोपड़ा ने इस विवाद और आगामी मैच के माहौल को फिल्मी अंदाज में बयान किया। उन्होंने कहा, 'हमें तो लगता है कि पिक्चर अभी बाकी है। पिछले कितने वर्षों में कब ऐसा हुआ है कि भारत-पाकिस्तान मैच में कोई ड्रामा न हुआ हो? इस बार भी कुछ अनपेक्षित देखने को मिल सकता है।'
निखिल चोपड़ा ने इस विवाद और आगामी मैच के माहौल को फिल्मी अंदाज में बयान किया। उन्होंने कहा, 'हमें तो लगता है कि पिक्चर अभी बाकी है। पिछले कितने वर्षों में कब ऐसा हुआ है कि भारत-पाकिस्तान मैच में कोई ड्रामा न हुआ हो? इस बार भी कुछ अनपेक्षित देखने को मिल सकता है।'
उम्मीदें और रोमांच दोनों चरम पर
भारत-पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं होती, इसलिए आईसीसी और एशिया कप के मैच ही दोनों टीमों को आमने-सामने लाते हैं। यही वजह है कि इन मुकाबलों का रोमांच और दबाव हमेशा ज्यादा रहता है। जैसे-जैसे रविवार का सुपर-4 मुकाबला नजदीक आ रहा है, फैंस को सिर्फ क्रिकेट नहीं बल्कि भावनाओं, तनाव और ड्रामे से भरा एक और हाई-वोल्टेज मैच देखने को मिल सकता है।
भारत-पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं होती, इसलिए आईसीसी और एशिया कप के मैच ही दोनों टीमों को आमने-सामने लाते हैं। यही वजह है कि इन मुकाबलों का रोमांच और दबाव हमेशा ज्यादा रहता है। जैसे-जैसे रविवार का सुपर-4 मुकाबला नजदीक आ रहा है, फैंस को सिर्फ क्रिकेट नहीं बल्कि भावनाओं, तनाव और ड्रामे से भरा एक और हाई-वोल्टेज मैच देखने को मिल सकता है।