{"_id":"68dbfd182c2c8e92c00910a2","slug":"mohsin-naqvi-forced-by-ashish-shelar-to-formally-praise-the-indian-team-for-winning-asia-cup-during-acc-agm-2025-09-30","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"ACC AGM: आशीष शेलार ने नकवी को भारत को बधाई देने पर किया मजबूर, बीसीसीआई ने पीसीबी प्रमुख को दिखाया आईना","category":{"title":"Cricket News","title_hn":"क्रिकेट न्यूज़","slug":"cricket-news"}}
ACC AGM: आशीष शेलार ने नकवी को भारत को बधाई देने पर किया मजबूर, बीसीसीआई ने पीसीबी प्रमुख को दिखाया आईना
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, दुबई
Published by: शोभित चतुर्वेदी
Updated Tue, 30 Sep 2025 09:24 PM IST
सार
भारत के एशिया कप जीतने के बाद नकवी ने बीसीसीआई सदस्यों को बधाई नहीं दी, लेकिन बीसीसीआई के पूर्व कोषाध्यक्ष आशीष शेलार ने सूर्यकुमार यादव की अगुआई वाली टीम की सराहना की जो पूरे टूर्नामेंट में अजेय रही। उन्होंने नकवी को टीम को बधाई देने के लिए मजबूर किया।
विज्ञापन
आशीष शेलार
- फोटो : ANI
विज्ञापन
विस्तार
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और एशिया क्रिकेट परिषद (एसीसी) तथा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) मोहसिन नकवी के बीच तकरार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। एशिया कप में भारत की खिताबी जीत के बाद जिस तरह ट्रॉफी विवाद हुआ उससे बीसीसीआई नाराज है और वह आईसीसी से नकवी की शिकायत करेगा। इस बीच, मंगलवार को एसीसी की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) हुई जिसमें ट्रॉफी विवाद का मुद्दा छाया रहा।
Trending Videos
एजीएम में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व कर रहे थे शेलार
इस दौरान एक ऐसा वाक्या हुआ जिससे नकवी की किरकरी हुई। दरअसल, भारत के एशिया कप जीतने के बाद नकवी ने बीसीसीआई सदस्यों को बधाई नहीं दी, लेकिन बीसीसीआई के पूर्व कोषाध्यक्ष आशीष शेलार ने सूर्यकुमार यादव की अगुआई वाली टीम की सराहना की जो पूरे टूर्नामेंट में अजेय रही। उन्होंने नकवी को टीम को बधाई देने के लिए मजबूर किया जिससे पीसीबी प्रमुख मुंह नहीं मोड़ सके। शेलार इस बैठक में राजीव शुक्ला के साथ बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
इस दौरान एक ऐसा वाक्या हुआ जिससे नकवी की किरकरी हुई। दरअसल, भारत के एशिया कप जीतने के बाद नकवी ने बीसीसीआई सदस्यों को बधाई नहीं दी, लेकिन बीसीसीआई के पूर्व कोषाध्यक्ष आशीष शेलार ने सूर्यकुमार यादव की अगुआई वाली टीम की सराहना की जो पूरे टूर्नामेंट में अजेय रही। उन्होंने नकवी को टीम को बधाई देने के लिए मजबूर किया जिससे पीसीबी प्रमुख मुंह नहीं मोड़ सके। शेलार इस बैठक में राजीव शुक्ला के साथ बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
विज्ञापन
विज्ञापन
नकवी पर भारतीय टीम को बधाई देने का दबाव पड़ा
बैठक के अंदर की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने न्यूज एजेंसी पीटीआई के हवाले से कहा, जब बैठक शुरू हुई तो नकवी ने अपने शुरुआती भाषण में नेपाल को बधाई दी जिसने वेस्टइंडीज को हराया। इसके बाद एसीसी का सदस्य बनने पर उन्होंने मंगोलिया को बधाई दी और भाषण खत्म कर दिया। इसके बाद शेलार ने इस मुद्दे को उठाया कि नकवी ने एशिया कप का खिताब जीतने पर भारत को बधाई क्यों नहीं दी? इससे नकवी पर भारत को बधाई देने का दबाव पड़ा और उन्होंने भारतीय टीम को बधाई दी।
बैठक के अंदर की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने न्यूज एजेंसी पीटीआई के हवाले से कहा, जब बैठक शुरू हुई तो नकवी ने अपने शुरुआती भाषण में नेपाल को बधाई दी जिसने वेस्टइंडीज को हराया। इसके बाद एसीसी का सदस्य बनने पर उन्होंने मंगोलिया को बधाई दी और भाषण खत्म कर दिया। इसके बाद शेलार ने इस मुद्दे को उठाया कि नकवी ने एशिया कप का खिताब जीतने पर भारत को बधाई क्यों नहीं दी? इससे नकवी पर भारत को बधाई देने का दबाव पड़ा और उन्होंने भारतीय टीम को बधाई दी।
भारत-पाकिस्तान के बीच शुरू से चल रहा था विवाद
एक सूत्र ने यह भी बताया कि नकवी ने कहा कि जब भारतीय टीम एशिया कप का जीत चुकी थी तो वह पुरस्कार समारोह के लिए कार्टून की तरह खड़े थे और इससे उन्हें अजीब लगा। भारत और पाकिस्तान की टीमें एशिया कप में कुल तीन बार एक दूसरे के सामने आईं और भारत ने तीनों बार इस चिर प्रतिद्वंद्वी टीम को हराया जिसमें फाइनल भी शामिल है। भारत और पाकिस्तान के बीच मैच शुरुआत से ही विवादों में रहा क्योंकि खिलाड़ियों ने टीम इंडिया ने नो हैंडशेक नीति अपनाई थी और पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाए थे।
एक सूत्र ने यह भी बताया कि नकवी ने कहा कि जब भारतीय टीम एशिया कप का जीत चुकी थी तो वह पुरस्कार समारोह के लिए कार्टून की तरह खड़े थे और इससे उन्हें अजीब लगा। भारत और पाकिस्तान की टीमें एशिया कप में कुल तीन बार एक दूसरे के सामने आईं और भारत ने तीनों बार इस चिर प्रतिद्वंद्वी टीम को हराया जिसमें फाइनल भी शामिल है। भारत और पाकिस्तान के बीच मैच शुरुआत से ही विवादों में रहा क्योंकि खिलाड़ियों ने टीम इंडिया ने नो हैंडशेक नीति अपनाई थी और पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाए थे।