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Rohit Sharma: बतौर कप्तान खराब फॉर्म, कोच गंभीर या कुछ और...? जानें रोहित ने अचानक क्यों लिया टेस्ट से संन्यास
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: स्वप्निल शशांक
Updated Wed, 07 May 2025 08:35 PM IST
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सार
खराब फॉर्म...खराब कप्तानी या फिर कोई और वजह है जिसने रोहित को तत्काल प्रभाव से टेस्ट से संन्यास लेने के लिए मजबूर किया...आइए जानते हैं...

रोहित शर्मा
- फोटो : ANI

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विस्तार
भारतीय क्रिकेट को बुधवार को बड़ा झटका लगा, जब रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास लेने का फैसला लिया। बुधवार को रोहित ने तत्काल प्रभाव से टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। वह फिलहाल टेस्ट में टीम इंडिया के कप्तान भी थे। हालांकि, आईपीएल के बीच में अचानकर उन्होंने यह फैसला क्यों लिया, यह चौंकाने वाला है। भारतीय टीम को अगले महीने इंग्लैंड का दौरा करना है और इस सीरीज से ही भारत ने नए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र की शुरुआत होगी। रोहित टी20 अंतरराष्ट्रीय से पहले ही संन्यास ले चुके हैं। वह वनडे में भारतीय टीम की कप्तानी करना जारी रखेंगे। रोहित का टेस्ट में हाल फिलहाल में फॉर्म भी खराब रहा था। हालांकि, उन्होंने किस वजह से ये फैसला लिया, इसको लेकर फैंस उत्सुक हैं। खराब फॉर्म...खराब कप्तानी या फिर कोई और वजह है जिसने उन्होंने तत्काल प्रभाव से संन्यास लेने के लिए मजबूर किया...आइए जानते हैं...
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रोहित की कप्तानी में न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज गंवाई

रोहित शर्मा
- फोटो : ANI
रोहित शर्मा को 2022 में टेस्ट प्रारूप का नियमित कप्तान बनाया गया था। तब से लेकर हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे तक वह क्रिकेट के सबले लंबे प्रारूप में टीम इंडिया के कप्तान रहे। उनकी कप्तानी में भारत ने 24 टेस्ट खेले और इसमें से सिर्फ 12 टेस्ट में टीम इंडिया को जीत मिली। नौ टेस्ट में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा। तीन टेस्ट ड्रॉ रहे। रोहित की आलोचना तब से शुरू हुई, जब भारत न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने घर में अहम टेस्ट सीरीज गंवा बैठा। 2023-25 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र के फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को कीवियों के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज जीतनी जरूरी थी, लेकिन भारतीय टीम वह सीरीज 3-0 से गंवा बैठी।
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी भारत को 3-1 से पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में हार मिली। इस सीरीज में तो रोहित को आखिरी टेस्ट के लिए बेंच पर बैठा दिया गया। तब भी उनके संन्यास की अटकलें लगी थीं, लेकिन फिर उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स से बात कर इन अटकलों का खंडन किया था। उन्होंने तब कहा था कि आगे क्या होगा किसी ने नहीं देखा और वह फॉर्म में वापसी का दम खम रखते हैं। सीरीज खत्म हुई और फिर भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की। फिर आईपीएल की शुरुआत हुई और बीच में ही रोहित ने संन्यास का फैसला ले लिया।
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी भारत को 3-1 से पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में हार मिली। इस सीरीज में तो रोहित को आखिरी टेस्ट के लिए बेंच पर बैठा दिया गया। तब भी उनके संन्यास की अटकलें लगी थीं, लेकिन फिर उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स से बात कर इन अटकलों का खंडन किया था। उन्होंने तब कहा था कि आगे क्या होगा किसी ने नहीं देखा और वह फॉर्म में वापसी का दम खम रखते हैं। सीरीज खत्म हुई और फिर भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की। फिर आईपीएल की शुरुआत हुई और बीच में ही रोहित ने संन्यास का फैसला ले लिया।
बतौर कप्तान रोहित का टेस्ट में रिकॉर्ड

रोहित शर्मा
- फोटो : ANI
रोहित ने बतौर टेस्ट कप्तान 24 टेस्ट की 42 पारियों में 1254 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 30.58 का रहा। 131 रन की पारी उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी रही। इस दौरान उन्होंने चार शतक और चार अर्धशतक लगाए। हालांकि, एक जनवरी 2024 के बाद से रोहित का इस प्रारूप में फॉर्म बेहद खराब रहा था। उन्होंने इस दौरान 14 टेस्ट की 26 पारियों में 24.76 की साधारण औसत से 619 रन बनाए। इसमें दो शतक और दो अर्धशतक शामिल है। न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में रोहित ने तीन मैचों की छह पारियों में 15.17 की औसत से 91 रन बनाए। वहीं, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीन टेस्ट की पांच पारियों में हिटमैन 6.20 की औसत से 31 रन ही बना पाए।
चयनकर्ताओं ने रोहित को दे दी थी चेतावनी
वह अपने खराब फॉर्म की वजह से इस प्रारूप में लगातार चर्चा में रहे थे। यही वजह थी कि इंग्लैंड दौरे से पहले चयनकर्ताओं ने उन्हें मैसेज दे दिया था कि वे उन्हें कप्तानी से हटा देंगे। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। चयनकर्ता इंग्लैंड दौरे पर किसी नए कप्तान के साथ जाना चाहते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक चयनकर्ता उम्र को देखते हुए नहीं, बल्कि रोहित के टेस्ट में प्रदर्शन को देखते हुए यह फैसला लेना चाहते थे। हालांकि, यह 38 वर्षीय खिलाड़ी वनडे में भारत का नेतृत्व करना जारी रखेगा।
चयनकर्ताओं ने रोहित को दे दी थी चेतावनी
वह अपने खराब फॉर्म की वजह से इस प्रारूप में लगातार चर्चा में रहे थे। यही वजह थी कि इंग्लैंड दौरे से पहले चयनकर्ताओं ने उन्हें मैसेज दे दिया था कि वे उन्हें कप्तानी से हटा देंगे। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। चयनकर्ता इंग्लैंड दौरे पर किसी नए कप्तान के साथ जाना चाहते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक चयनकर्ता उम्र को देखते हुए नहीं, बल्कि रोहित के टेस्ट में प्रदर्शन को देखते हुए यह फैसला लेना चाहते थे। हालांकि, यह 38 वर्षीय खिलाड़ी वनडे में भारत का नेतृत्व करना जारी रखेगा।
इंग्लैंड दौरे के लिए नया कप्तान चाहते हैं चयनकर्ता

रोहित शर्मा
- फोटो : ANI
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के एक सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, 'चयनकर्ताओं की सोच स्पष्ट है। वे इंग्लैंड दौरे के लिए एक नया कप्तान चाहते हैं और रोहित कप्तान के तौर पर फिट नहीं बैठते, खास तौर पर उनके लाल गेंद के फॉर्म को देखते हुए। चयनकर्ता अगले टेस्ट चक्र के लिए एक युवा कप्तान को तैयार करना चाहते हैं और चयन समिति ने बीसीसीआई को सूचित किया है कि रोहित टीम का नेतृत्व नहीं करेंगे।'
ऐसे में अगर रोहित बतौर खिलाड़ी भी इंग्लैंड का दौरा करते और उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं होता तो इस सीनियर बल्लेबाज को प्लेइंग-11 से फिर से ड्रॉप करना पड़ता। लेकिन अगर बतौर कप्तान उन्हें ड्रॉप करते तो मामला और पेचीदा हो सकता था। जानकारों का कहना है कि इसका टीम पर प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ता, जैसा कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर महसूस किया गया था। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रोहित ने खुद को बैटिंग ऑर्डर में डिमोट किया था, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ा था। ऐसे में कप्तानी से हटाने के फैसले को देखते हुए भी रोहित ने टेस्ट से संन्यास लेना ही बेहतर समझा होगा।
ऐसे में अगर रोहित बतौर खिलाड़ी भी इंग्लैंड का दौरा करते और उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं होता तो इस सीनियर बल्लेबाज को प्लेइंग-11 से फिर से ड्रॉप करना पड़ता। लेकिन अगर बतौर कप्तान उन्हें ड्रॉप करते तो मामला और पेचीदा हो सकता था। जानकारों का कहना है कि इसका टीम पर प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ता, जैसा कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर महसूस किया गया था। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रोहित ने खुद को बैटिंग ऑर्डर में डिमोट किया था, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ा था। ऐसे में कप्तानी से हटाने के फैसले को देखते हुए भी रोहित ने टेस्ट से संन्यास लेना ही बेहतर समझा होगा।
इंग्लैंड में रोहित का बल्ले से रिकॉर्ड बेहतर

रोहित शर्मा
- फोटो : ANI
रोहित का 67 टेस्ट मैचों में औसत 40.57 का है। भारत के बाहर टेस्ट मैचों में यह गिरकर 31.01 का हो जाता है। ऑस्ट्रेलिया में उनका औसत 24.38 और दक्षिण अफ्रीका में 16.63 है, लेकिन इंग्लैंड में यह औसत 44.66 है। सलामी बल्लेबाज के तौर पर इंग्लैंड में टेस्ट मैचों में उनका औसत लगभग इतना ही (44.54) है। हाल ही में मुख्य कोच गौतम गंभीर ने एबीपी समिट में कहा था कि टीम में रोहित के भविष्य के बारे में कोई भी फैसला चयनकर्ताओं द्वारा लिया जाएगा। गंभीर ने कहा था, 'पहली बात, कोच का काम टीम चुनना नहीं है। चयन करना चयनकर्ताओं का काम है। कोच केवल उन 11 खिलाड़ियों का चयन करता है जो मैच खेलेंगे। न तो मुझसे पहले कोचिंग करने वाले चयनकर्ता थे और न ही मैं।'
गंभीर ने दिया था यह बयान

रोहित शर्मा
- फोटो : ANI
जब अनुभवी खिलाड़ियों (रोहित और विराट कोहली) के भविष्य के बारे में पूछा गया तो गंभीर ने कहा कि किसी भी खिलाड़ी को संन्यास लेने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'जब तक वे अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें टीम का हिस्सा बने रहना चाहिए। आप कब खेलना शुरू करते हैं और कब खेलना बंद करते हैं, यह आपका व्यक्तिगत निर्णय है। कोई कोच, कोई चयनकर्ता या बीसीसीआई आपको यह नहीं बता सकता कि आपको कब खेलना बंद कर देना चाहिए। अगर आप अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो 40 साल की उम्र में क्या करें, आप 45 साल तक खेल सकते हैं, आपको कौन रोक रहा है?' गंभीर ने कहा, '2027 वनडे विश्व कप खेलना उनके प्रदर्शन पर निर्भर करेगा। केवल इसी से उनका चयन सुनिश्चित हो सकता है। और मैं उनके प्रदर्शन के बारे में क्या कहूं? दुनिया ने देखा कि उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी में कैसा प्रदर्शन किया।'