मुन्नाभाई निकला राजकीय मेडिकल कॉलेज का छात्र, बाहर निकाला
उत्तराखंड आयुष प्री मेडिकल परीक्षा (यूएपीएमटी 2016) के फर्जीवाड़े में गिरफ्तार छात्र को राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मामले में महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि उक्त छात्र ने कॉलेज में फर्जी पते से प्रवेश लिया था। बताया जा रहा है कि संस्थान में कुछ मुन्नाभाई भी हो सकते हैं, जिनके नाम का जल्द खुलासा होने की संभावना है।
यहां बता दें कि विगत सात अगस्त को आयुर्वेद विश्वविद्यालय की ओर से यूएपीएमटी परीक्षा आयोजित की गई थी। इसमें पुलिस ने फर्जी तरीके से अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र में अपना फोटो लगाकर परीक्षा में सम्मिलित होने वाले धोखाधड़ी और जालसाजी के अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया था।
पुलिस ने देहरादून में विभिन्न परीक्षा केंद्रों से ऐसे नौ युवकों को गिरफ्तार किया था। कोतवाली देहरादून में आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हो चुका है। आरोपियों में एक श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस तृतीय वर्ष का छात्र मोहम्मद सलीम पुत्र शब्बीर अहमद भी शामिल था।
दूसरे के नाम पर प्रवेश परीक्षा में हुआ था शामिल
वह एक अभ्यर्थी अजीत निवासी पीपलसाना थाना भोजपुर मुरादाबाद उत्तर प्रदेश के स्थान पर परीक्षा में शामिल हुआ था। आरोपी ने पुलिस को अपना पता कैलाशनगर पोस्ट ऑफिस नवाबगंज जिला बरेली उत्तर प्रदेश बताया था।
पुलिस ने आरोपी की फोटो सहित अन्य दस्तावेज सत्यापन के लिए श्रीनगर मेडिकल कॉलेज भेजे थे। कालेज ने जवाब में कार्रवाई करते हुए आरोपी छात्र का प्रवेश निरस्त कर दिया। कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सीएम रावत ने बताया कि मो. सलीम ने 28 सितंबर 2011 को कॉलेज में प्रवेश लिया था।
कॉलेज में जमा दस्तावेजों में उसने अपना पता नई बस्ती जसपुर, जिला ऊधमसिंह नगर, उत्तराखंड दर्ज कराया है, जबकि पुलिस रिकॉर्ड में उसका पता उत्तराखंड के बजाय उत्तर प्रदेश का है। फर्जी तरीके से दूसरे व्यक्ति के स्थान पर परीक्षा देने के मामले में पकड़े जाने पर सलीम का प्रवेश निरस्त किया गया है। देहरादून पुलिस को आरोपी से संबंधित जानकारी भेज दी गई है।