EV Expo 2025: हल्की नहीं, अब ताकतवर ईवी का दौर, एल-3 से एल-5 की ओर शिफ्ट हो रहा बाजार
भारत मंडपम में 19, 20 और 21 दिसंबर तक चल रहे ईवी एक्सपो में पैन इंडिया स्तर पर ईवी नवाचार का बड़ा स्वरूप दिखाई दे रहा है। लास्ट माइल कनेक्टिविटी को 100 फीसदी ईवी में बदलने के लिए इसमें कई स्तरों पर प्रयोग किए गए हैं। करीब 95 फीसदी बाजार एल-5 सेगमेंट की ओर शिफ्ट होता नजर आ रहा है।
विस्तार
इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) सेक्टर में बड़ा बदलाव नजर आने लगा है। जो काम पहले एल-3 यानी हल्के ईवी से चल रहा था, वो अब एल-5 यानी ज्यादा ताकतवर और कमाई वाले ईवी संभाल रहे हैं। एल-3 छोटी दूरी और सीमित कमाई की गाड़ी थी, जबकि एल-5 भारी लोड, बेहतर माइलेज और ज्यादा आमदनी का जरिया बन रहे हैं।
भारत मंडपम में लगे 23वें ईवी एक्सपो में इस बदलाव को देखा जा रहा है। बड़ी गाड़ियां, बेहतर माइलेज, बढ़ी गुणवत्ता और पैन इंडिया अप्रूवल होने के कारण एल-5 ईवी बाजार पर पूरी तरह हावी होने की ओर बढ़ रहा है। भारत मंडपम में 19, 20 और 21 दिसंबर तक चल रहे ईवी एक्सपो में पैन इंडिया स्तर पर ईवी नवाचार का बड़ा स्वरूप दिखाई दे रहा है। लास्ट माइल कनेक्टिविटी को 100 फीसदी ईवी में बदलने के लिए इसमें कई स्तरों पर प्रयोग किए गए हैं। करीब 95 फीसदी बाजार एल-5 सेगमेंट की ओर शिफ्ट होता नजर आ रहा है।
ईवी की टॉप 20 कंपनियां ले रहीं हिस्सा
एक्सपो में स्कूल बस, कार्गो व्हीकल, ऑटो, जनरल लोडर्स, मिनी ट्रक, एंबुलेंस, ई-रिक्शा, कार और बाइक तक एल-5 सेगमेंट में आ गए हैं। कंपनियों का दावा है कि एल-5 ईवी की क्वालिटी, माइलेज और लोड कैपेसिटी एल-3 की तुलना में कहीं बेहतर है। यही वजह है कि टॉप 20 से ज्यादा कंपनियों ने अपने एल-5 हैवी वाहन को एक्सपो में खास प्रदर्शित किया है।
पहली बार ईवी में स्कूल बस, कार्गो और लोडर्स : गुरुग्राम से आई आल्फाइन ने आकर्षक डिजाइन में स्कूल बस, कार्गो, ऑटो और जनरल लोडर्स लॉन्च किए हैं। इनमें एफएम, फास्ट चार्जिंग, एलईडी हैंडलैंप और लिथियम बेस्ड बैटरी है। ये एल-5 कैटेगरी में 48 और 68 वोल्ट की बैटरी के साथ 180 से 200 किलोमीटर तक जाएंगे। इनकी स्पीड 25 किमी प्रति घंटे से ज्यादा है। सामान्य चार्जिंग 15 एंपियर चार्जर से होगी और ये 2 लाख रुपये तक की है।
अब ईवी की क्वालिटी पर ज्यादा फोकस
गाजियाबाद ट्रॉनिका सिटी की साहनी आनंद वंदे भारत के डायरेक्टर बलविंदर साहनी ने बताया कि वे ई-रिक्शा में टाटा और जिंदल का आयरन-स्टील, एमआरएफ और सीएट के टायर और सीवाई गोल्ड के मोटर कंट्रोलर लगा रहे हैं। यह एक चार्ज में औसतन 100 किलोमीटर तक चलेंगे। बाजार में बने रहने के लिए वे गुणवत्ता से समझौता नहीं करेंगे। कंपनी ई-रिक्शा चालकों की बहन-बेटी की शादी के लिए 31 हजार रुपये की मदद भी दे रही, बशर्ते रजिस्ट्रेशन के एक साल के भीतर घऱ में विवाह हो। अभी तक 300 से ज्यादा लोगों को मदद मिली है।
बड़ी कंपनियों का फोकस एल-5 ईवी पर
एक्सपो में ग्राहकों को प्रोडक्ट की तकनीकी जानकारी दी जा रही है। बैटरी सुरक्षा, इसके गर्म होने पर सावधानी बरतने को कहा गया है। ईस्टमैन ऑटो पावर के सुरेश सैनी ने बताया कि एल-5 यूजर फ्रेंडली है। लिथियम स्मार्ट बैटरी अगर 60 डिग्री से ज्यादा गर्म हो तो ऑटोमैटिक कट हो जाती है, जिससे हादसे का खतरा कम रहता है। सरकार ने एल-5 को पैन इंडिया अप्रूवल दे रखा है। सीनियर मैनेजर जितेंद्र गुप्ता ने कहा कि एल-5 ईवी अधिक कमाई का जरिया होगी। बड़ी कंपनियां अब एल-5 ईवी पर ही फोकस कर रही हैं।
आसान फाइनेंस कराने के लिए अलग टीम
एक्सपो में ईएमएफएआई सस्टेनेबल मोबिलिटी समिट भी चल रही, जिसमें व्यावसायिक ईवी के आसान फाइनेंस पर भी चर्चा चल रही। इसके अध्यक्ष समीर अग्रवाल ने बताया कि करीब 5 लाख से ज्यादा ईवी फाइनेंस हुए है। ई-रिक्शा चलाने वाले अक्सर आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं। ऐसे में ईएमएफएआई अपने 35 सदस्यों के जरिए फाइनेंस कराने में मदद करता है।