दिल्ली भाजपा प्रभारी जाजू ने कहा- आप के 14 विधायक संपर्क में हैं, जीतने वाले को मिलेगा टिकट
राजधानी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी ने सातों सीटों पर लगातार दूसरी बार क्लीन स्वीप की है। दिल्ली में छह माह बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में अमर उजाला के विजय सिंघल ने भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं दिल्ली प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू से बातचीत की।
दिल्ली में भाजपा को बहुमत मिला आप किस को श्रेय देंगे ?
दिल्ली में जीत का श्रेय भाजपा कैडर को है। बूथ प्रमुख, शक्ति प्रमुख व पन्ना प्रमुख के अलावा हर जिले में रचनात्मक रूप से मिल कर लड़े। मिल कर जनसंपर्क किया, मोदी पर जनता ने विश्वास जताया। आप को बिना मेहनत के ही सब कुछ मिल गया, लेकिन मिले को संभालना मुश्किल होता है। असम गण परिषद की तरह आप भी बौखला गई, नतीजा सामने है। हंसराज हंस और गौतम गंभीर राजनीति में नए थे बावजूद संगठन के बूते वे भी जीत गए।
इस चुनाव में कांग्रेस पांच सीटों पर दूसरे नंबर पर आई है क्या यह भाजपा के लिए खतरे की घंटी नहीं है ?
यह ठीक है के कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही है लेकिन कांग्रेस भाजपा के आसपास भी नहीं है। हमने 65 सीटो पर बहुमत बनाया है। कांग्रेस व आप तो गठबंधन करने में ही लगे रहे, भले ही यह नहीं हुआ। जनता के बीच दोनों की पोल खुल गई।
केंद्र सरकार व राज्य सरकार के लिए मुद्दे अलग होते है ऐसे में क्या 65 सीटों पर बहुमत कायम रहेगा ?
लोकसभा के चुनावों में भी राहुल गांधी व केजरीवाल ने नकारात्मक राजनीति कर वोट मांगे। जिन्हें जनता ने नकार दिया। मोदी सरकार ने काम के नाम पर वोट मांगे तो विजय मिली। कांग्रेस ने कुछ नहीं किया, शीला को फिर कमान सौंप दी। उनके पास कोई चेहरा ही नहीं। भाजपा ने सत्ता में न होते हुए भी दिल्ली के विकास को गति दी। सत्ता में आए तो केंद्र व दिल्ली मिलकर काम करेगी।
आप के कितने विधायक भाजपा के संपर्क में है। क्या उन्हें टिकट देने के नाम पर भाजपा में लिया जा रहा है।
आप के कम से कम 14 विधायक संपर्क में हैं। ऐसा नहीं है। जो भी आएगा बिना शर्त आएगा और पार्टी की नीतियों पर चल कर ही उसे काम करना है। हम किसी को भी टिकट देंगे ऐसा नहीं है। जीतने वाले को ही टिकट मिलेगा जो पार्टी तय करेगी।
जब जनता आप से नाराज है तो उनके विधायकों को क्यों लिया जा रहा है, लवली, कृष्णा तीरथ व अन्य फिर वापस क्यों गए ?
उनको जल्द ही सब कुछ पाने की लालसा थी। हमारी पार्टी में तो अटल जी को भी टिकट के लिए आवेदन करना पड़ा था और हर नेता को करना पड़ता है। हर घर की रीत होती है, उसी के अनुसार चला जाता है। रही बात विधायकों के प्रति नाराजगी की, सभी के साथ ऐसा नहीं है। आप में विधायकों का अपमान हो रहा है केजरीवाल का व्यवहार ठीक नहीं है।
दिल्ली में छह माह बाद चुनाव है क्या रणनीति तय की है ?
दिल्ली में चुनाव की रणनीति पहले से ही तय है। हमारे कार्यकर्ता, संगठन ने प्रचार बंद ही कहां किया है। मोदी जी की विचारधारा सबका साथ-सबका विकास। दिल्ली में सीलिंग, अनाधिकृत कालोनियों को पास करवाने की दिशा में काम करना है। सीलिंग के लिए बनी कमेटी को रिफॉर्म करना होगा। दिल्ली रहने लायक नहीं रही, जाम की समस्या को दूर करना होगा। दिल्ली देश की राजधानी है इसका चेहरा-मोहरा बदलना होगा। यानी भाजपा की प्रमुखता दिल्ली को अंतरराष्ट्रीय सिटी बनाना है।