Delhi Polls: गांधीनगर विधानसभा सीट... कांग्रेस के गढ़ में भाजपा-AAP ने की है सेंधमारी, इस बार कौन मारेगा बाजी?
भाजपा ने 1993 में यह सीट जीती थी। तब भाजपा के दर्शन कुमार बहल जीतने में कामयाब रहे थे। इसके बाद यह सीट कांग्रेस का गढ़ बन गई और चार बार कांग्रेस ने इस सीट को जीता।
विस्तार
पूर्वी दिल्ली में आने वाली गांधीनगर विधानसभा सीट कांग्रेस का गढ़ रही है। यहां दो बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और एक बार आम आदमी पार्टी (आप) ने सेंधमारी की है। यह यमुनापार की हाई प्रोफाइल सीट रही है। 1972 में इसे विधानसभा सीट घोषित किया गया था। गांधीनगर एशिया का सबसे बड़ा रेडीमेड गारमेंट और टेक्सटाइल का बाजार है।
भाजपा ने 1993 में यह सीट जीती थी। तब भाजपा के दर्शन कुमार बहल जीतने में कामयाब रहे थे। इसके बाद यह सीट कांग्रेस का गढ़ बन गई और चार बार कांग्रेस ने इस सीट को जीता। 1998 में कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली ने इस सीट पर जीत दर्ज की और उसके बाद लगातार वो इस सीट पर जीतते रहे। 2015 में उनको पहली बार आप के उम्मीदवार ने चुनाव में मात दी। आप के अनिल कुमार बाजपेयी ने हराया था। फिर 2020 में भाजपा में शामिल होकर अनिल कुमार बाजपेयी ने इस सीट पर जीत हासिल की थी। इस बार के चुनाव में आप ने नवीन चौधरी उर्फ दीपू को चुनावी मैदान में उतारा है।
प्रमुख इलाके
मुल्तानी मोहल्ला, झील, सीलमपुर गांव, धर्मपुरा, कांति नगर, शंकर नगर, रघुवर पुरा, कैलाश नगर, शास्त्री पार्क, गांधीनगर, बाजार पुराना, आजाद नगर
- बाजारों में पार्किंग की समस्या
- मुख्य सड़कों पर कूड़े के ढेर से फंसता है ट्रैफिक
- गांधीनगर बाजार में अतिक्रमण
- नालियों व जलभराव की समस्या
- गांधीनगर बाजार में सीलिंग है समस्या
साल नाम पार्टी
2020 अनिल कुमार बाजपेयी भाजपा
2015 अनिल कुमार बाजपेयी आप
2013 अरविंदर सिंह लवली कांग्रेस
2008 अरविंदर सिंह लवली कांग्रेस
2003 अरविंदर सिंह लवली कांग्रेस
1998 अरविंदर सिंह लवली कांग्रेस
1993 दर्शन कुमार बहल भाजपा
इलाके में वर्षों से गंदा पानी आ रहा है। हम लोग पानी खरीद कर पीने को मजबूर हैं। कई बार शिकायत करने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। कोई ध्यान नहीं देता है। -रवींद्र पांडेय
गांधीनगर कपड़ा बाजार में पार्किंग जाम और अतिक्रमण बहुत बड़ी समस्या है। इसके समाधान के लिए अब तक कोई ठोस उपाय नहीं किया गया, जो भी जनप्रतिनिधि आए वह इस ओर जरूर ध्यान दें -नाजिम
इलाके में लोग सालों से ट्रैफिक जाम से जूझ रहे हैं। आगे भी यही हाल रहेगा। जो भी विकास हुआ है, वो इस इलाके की बढ़ती आबादी के हिसाब से काफी नहीं है। जो भी विधायक बने हम लोगों को जाम से निजात दिलाए। -कार्तिक जैन