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Faridabad News: बाटा आरओबी की अप्रोच सड़कों की बदलेगी सूरत
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जाम से राहत के साथ हादसों पर लगेगी रोक
सड़कों पर गड्ढों के कारण वाहन चालकों को करना पड़ता है परेशानी का सामना
अमर उजाला ब्यूरो
फरीदाबाद। लोक निर्माण विभाग ने बाटा रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) की अप्रोच सड़कों की मरम्मत के लिए विशेष परियोजना को मंजूरी दे दी है। इस योजना का लक्ष्य चार माह की अवधि में काम को पूरा करना है। फरीदाबाद के प्रमुख मार्गों में शामिल यह आरओबी लंबे समय से जाम और खराब सड़कों की समस्या से जूझ रहा है।
अब सड़क के गड्ढों को भरने और नई परत बिछाने का काम शुरू होने जा रहा है, जिससे शहरवासियों को राहत मिलने की उम्मीद है। फरीदाबाद का बाटा आरओबी औद्योगिक और स्थानीय यातायात का अहम केंद्र है। प्रतिदिन हजारों वाहन इस मार्ग से गुजरते हैं लेकिन समय के साथ अप्रोच सड़कों की परतें टूट गई हैं। बरसात में गड्ढों में पानी भर जाने से वाहन चालक फिसलकर गिर जाते हैं और आए दिन हादसों की खबरें सामने आती हैं। वहीं गर्मी के मौसम में उड़ती धूल से आसपास रहने वाले लोगों को सांस और आंखों से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। सुबह और शाम ऑफिस व स्कूल जाने के समय इस मार्ग पर जाम लगना आम बात हो गई है। टूटे हुए हिस्सों से वाहनों की रफ्तार धीमी हो जाती है और लंबी कतारें लग जाती हैं। वाहन चालकों को समय पर मंजिल तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। औद्योगिक परिवहन के वाहनों को भी देर होती है, जिससे उद्योगों की सप्लाई चेन प्रभावित होती है।
अधिकारियों के अनुसार, सड़क को टिकाऊ और सुरक्षित बनाने के लिए आधुनिक मानकों का पालन किया जाएगा। सड़क पर बिटुमिनस कंक्रीट की नई परत डाली जाएगी, जिससे इसकी मजबूती बढ़ेगी और लंबे समय तक दोबारा मरम्मत की जरूरत नहीं होगी। अप्रोच सड़कों को चौड़ा और समतल बनाने का काम भी किया जाएगा। इससे भारी वाहनों को गुजरने में आसानी होगी और जाम की समस्या पर काफी हद तक नियंत्रण मिलेगा।
लोगों को मिलेंगे यह लाभ
मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद गड्ढा मुक्त सड़कें मिलेंगी। हादसों की संभावना घट जाएगी और यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। वाहन चालकों का समय भी बचेगा इसके साथ ईंधन की खपत भी घटेगी। धूल और मिट्टी उड़ने से आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोग काफी परेशान रहते हैं। कई लोग खांसी, एलर्जी और सांस की बीमारियों की शिकायत कर चुके हैं। सड़क सुधरने के बाद यह समस्या भी खत्म होगी। बेहतर यातायात व्यवस्था से शोर और धुआं प्रदूषण दोनों पर नियंत्रण मिलेगा। बाटा आरओबी को फरीदाबाद की लाइफ लाइन कहा जाता है। यह मार्ग न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि औद्योगिक परिवहन के लिए भी महत्वपूर्ण है। यही कारण है कि लंबे समय से स्थानीय लोग और व्यापारी संगठन यहां सुधार की मांग उठा रहे थे। लोक निर्माण विभाग को इस दिशा में कई बार सूचना दी गई थी।
स्थानीय लोगों ने जताई खुशी
स्थानीय निवासियों का कहना है कि हर दिन जाम में फंसना आम बात हो गई है। अब सड़क सुधरने से राहत मिलेगी। वहीं परिवहन कर्मचारी का कहना है कि इसके कारण लोगों का समय पर दफ्तर पहुंचना मुश्किल हो गया है, कई बार देर होने पर कामकाज पर असर पड़ता है। अधिकारियों का कहना है कि बाटा आरओबी पर सड़क सुधार के बाद यातायात का दबाव काफी हद तक कम हो जाएगा। फिलहाल पुलिस को पीक ऑवर्स पर अतिरिक्त जवान तैनात करने पड़ते हैं। सड़क बेहतर होने से वाहनों की गति सुचारु रहेगी और बार-बार ट्रैफिक डायवर्जन की जरूरत नहीं पड़ेगी।
वर्जन
प्राथमिकता पर काम कराया जा रहा है। जल्द ही काम शुरू होगा और चार महीने के भीतर इसे पूरा कर दिया जाएगा। गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। -प्रकाश लाल, कार्यकारी अभियंता पीडब्ल्यूडी

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सड़कों पर गड्ढों के कारण वाहन चालकों को करना पड़ता है परेशानी का सामना
अमर उजाला ब्यूरो
फरीदाबाद। लोक निर्माण विभाग ने बाटा रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) की अप्रोच सड़कों की मरम्मत के लिए विशेष परियोजना को मंजूरी दे दी है। इस योजना का लक्ष्य चार माह की अवधि में काम को पूरा करना है। फरीदाबाद के प्रमुख मार्गों में शामिल यह आरओबी लंबे समय से जाम और खराब सड़कों की समस्या से जूझ रहा है।
अब सड़क के गड्ढों को भरने और नई परत बिछाने का काम शुरू होने जा रहा है, जिससे शहरवासियों को राहत मिलने की उम्मीद है। फरीदाबाद का बाटा आरओबी औद्योगिक और स्थानीय यातायात का अहम केंद्र है। प्रतिदिन हजारों वाहन इस मार्ग से गुजरते हैं लेकिन समय के साथ अप्रोच सड़कों की परतें टूट गई हैं। बरसात में गड्ढों में पानी भर जाने से वाहन चालक फिसलकर गिर जाते हैं और आए दिन हादसों की खबरें सामने आती हैं। वहीं गर्मी के मौसम में उड़ती धूल से आसपास रहने वाले लोगों को सांस और आंखों से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। सुबह और शाम ऑफिस व स्कूल जाने के समय इस मार्ग पर जाम लगना आम बात हो गई है। टूटे हुए हिस्सों से वाहनों की रफ्तार धीमी हो जाती है और लंबी कतारें लग जाती हैं। वाहन चालकों को समय पर मंजिल तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। औद्योगिक परिवहन के वाहनों को भी देर होती है, जिससे उद्योगों की सप्लाई चेन प्रभावित होती है।
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अधिकारियों के अनुसार, सड़क को टिकाऊ और सुरक्षित बनाने के लिए आधुनिक मानकों का पालन किया जाएगा। सड़क पर बिटुमिनस कंक्रीट की नई परत डाली जाएगी, जिससे इसकी मजबूती बढ़ेगी और लंबे समय तक दोबारा मरम्मत की जरूरत नहीं होगी। अप्रोच सड़कों को चौड़ा और समतल बनाने का काम भी किया जाएगा। इससे भारी वाहनों को गुजरने में आसानी होगी और जाम की समस्या पर काफी हद तक नियंत्रण मिलेगा।
लोगों को मिलेंगे यह लाभ
मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद गड्ढा मुक्त सड़कें मिलेंगी। हादसों की संभावना घट जाएगी और यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। वाहन चालकों का समय भी बचेगा इसके साथ ईंधन की खपत भी घटेगी। धूल और मिट्टी उड़ने से आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोग काफी परेशान रहते हैं। कई लोग खांसी, एलर्जी और सांस की बीमारियों की शिकायत कर चुके हैं। सड़क सुधरने के बाद यह समस्या भी खत्म होगी। बेहतर यातायात व्यवस्था से शोर और धुआं प्रदूषण दोनों पर नियंत्रण मिलेगा। बाटा आरओबी को फरीदाबाद की लाइफ लाइन कहा जाता है। यह मार्ग न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि औद्योगिक परिवहन के लिए भी महत्वपूर्ण है। यही कारण है कि लंबे समय से स्थानीय लोग और व्यापारी संगठन यहां सुधार की मांग उठा रहे थे। लोक निर्माण विभाग को इस दिशा में कई बार सूचना दी गई थी।
स्थानीय लोगों ने जताई खुशी
स्थानीय निवासियों का कहना है कि हर दिन जाम में फंसना आम बात हो गई है। अब सड़क सुधरने से राहत मिलेगी। वहीं परिवहन कर्मचारी का कहना है कि इसके कारण लोगों का समय पर दफ्तर पहुंचना मुश्किल हो गया है, कई बार देर होने पर कामकाज पर असर पड़ता है। अधिकारियों का कहना है कि बाटा आरओबी पर सड़क सुधार के बाद यातायात का दबाव काफी हद तक कम हो जाएगा। फिलहाल पुलिस को पीक ऑवर्स पर अतिरिक्त जवान तैनात करने पड़ते हैं। सड़क बेहतर होने से वाहनों की गति सुचारु रहेगी और बार-बार ट्रैफिक डायवर्जन की जरूरत नहीं पड़ेगी।
वर्जन
प्राथमिकता पर काम कराया जा रहा है। जल्द ही काम शुरू होगा और चार महीने के भीतर इसे पूरा कर दिया जाएगा। गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। -प्रकाश लाल, कार्यकारी अभियंता पीडब्ल्यूडी