पढ़िए, किरण बेदी के बीजेपी में शामिल होने के पीछे की कहानी
अन्ना आंदोलन में किरण बेदी के सहयोगी रहे अरविंद केजरीवाव ने जब राजनीति में उतरने का फैसला लिया था तब पूर्व आईपीएस अधिकारी ने उनका साथ नहीं दिया था।
अब वह खुद राजनीति में उतर आईं हैं। बीते बृहस्पतिवार को उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली है। लेकिन भाजपा में शामिल होने से पहले वो किस तरह पीएम मोदी से मिलीं और कैसे पीएम ने उन्हें सपोर्ट किया यह एक दिलचस्प कहानी है।
सूत्रों के अनुसार बृहस्पतिवार को चार बजे की प्रेस कांफ्रेंस में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के किरण बेदी के पार्टी में शामिल होने की बात सार्वजनिक करने से पहले ही दोपहर करीब एक बजे बेदी वित्त मंत्री अरुण जेटली के घर पर शाह से मिल चुकी थीं।
जेटली ने रखा था बेदी को शामिल करने का प्रस्ताव
सूत्रों की मानें तो जेटली ने बेदी को पार्टी में लाने की बात सबसे पहले अमित शाह को बताई थी और पाया कि वह इसके लिए सहमत हैं। इसके बाद ही जेटली ने किरण बेदी से विचार विमर्श करना शुरू किया और बेदी को मनाने में कामयाब रहे।
बेदी और जेटली की बैठकों में हुई चर्चा का खुलासा करते हुए सूत्र बताते हैं कि जेटली ने अपनी पहली बैठक में बेदी से पूछा था कि क्या वो बीजेपी में शामिल होने की इच्छुक हैं? जेटली के इस सवाल पर बेदी ने जवाब के लिए थोड़ा समय मांगा था।
सूत्र की जानकारी के अनुसार इसके बाद जेटली के घर पर बेदी से उनकी लगातार बैठकों ने बात पटरी पर आने लगी।
स्थानीय नेताओं को नहीं थी भनक
सूत्रों की जानकारी के अनुसार चूंकि दिल्ली बीजेपी में अधिकतर नेता दूसरी पंक्ति के हैं। इसका मतलब है कि ये जनता से ज्यादा जुड़े हुए नहीं हैं। और एक सर्वे के अनुसार सशक्त सीएम उम्मीदवार के अभाव में बीजेपी को नुकसान हो सकता था।
सूत्रों का तो ये भी दावा है कि जब तक बृहस्पतिवार को जेटली के घर पर शाह और बेदी की बैठक नहीं हुई थी, तब तक दिल्ली बीजेपी का कोई नेता बेदी के पार्टी में शामिल होने की बात से अनजान था।
बृहस्पतिवार को जब दो बजे बीजेपी की मीडिया सेल को एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करने को कहा गया तब जाकर लोगों को ये बात पता चली।
और मोदी ने किया ये वादा
सूत्र बताते हैं कि अमित शाह ही किरण बेदी को नरेंद्र मोदी से मिलाने ले गए थे। बेदी-मोदी मुलाकात बृहस्पतिवार दिन में 1:30 बजे मोदी के आवास पर हुई थी। दोनों की बैठक के दौरान दिल्ली चुनाव की स्ट्रेटजी के साथ ही बेदी ने महिला सुरक्षा और पुलिसिंग पर बातचीत की।
बताया जा रहा है कि किरण बेदी से अपने 15 मिनट की बातचीत में मोदी ने यह सुझाया कि 10 फरवरी को आने वाले परिणाम अगर बीजेपी के पक्ष में रहे तो बेदी को दिल्ली का सीएम बना दिया जाएगा। कहा जा रहा है कि मोदी की इस बात का बेदी पर असर हुआ और वह पार्टी में शामिल हो गईं।