{"_id":"686becdf9edefafebe01e14d","slug":"delay-in-construction-of-golf-course-case-will-be-filed-against-the-agency-and-the-supervising-engineers-grnoida-news-c-1-gnd1002-3141915-2025-07-07","type":"story","status":"publish","title_hn":"Noida News: गोल्फ कोर्स के निर्माण में देरी, एजेंसी पर होगा केस और निगरानी कर रहे इंजीनियरों पर...","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Noida News: गोल्फ कोर्स के निर्माण में देरी, एजेंसी पर होगा केस और निगरानी कर रहे इंजीनियरों पर...
विज्ञापन

नोएडा प्राधिकरण ने थाने में दी शिकायत, निर्माण एजेंसी को ब्लैकलिस्ट भी करेगा, सितंबर 2022 में पूरा होना था काम
माई सिटी रिपोर्टर
नोएडा। सेक्टर-151ए में नोएडा इंटरनेशनल गोल्फ कोर्स की निर्माण कर रही एजेंसी ब्लैकलिस्ट होगी। नोएडा प्राधिकरण ने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए नॉलेज पार्क-2 थाने में शिकायत भी दी है। यह कार्रवाई सोमवार को प्राधिकरण के सीईओ के निरीक्षण में काम बंद मिलने के बाद हुई है। इसकी निगरानी कर रहे इंजीनियरों पर कार्रवाई होगी या नहीं, यह भविष्य में पता चलेगा।
सीईओ के जवाब तलब पर वर्क सर्कल-10 के इंजीनियरों ने बताया कि एजेंसी को लगातार नोटिस जारी की जा रही है, लेकिन मौके पर संविदाकार श्रमिकों की संख्या नहीं बढ़ाई गई। इसके बाद प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने एजेंसी मैसर्स कश्यपी इंफ्रास्टक्चर प्रा.लि. के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। सीईओ ने कहा कि एजेंसी के साथ अनुबंध को समाप्त किया जाए। बाकी बचे काम के लिए नई आरएफपी जारी की जाए।
नोटिस तक सीमित रही कार्रवाई
वर्क सर्कल-10 के इंजीनियरों की निगरानी भी सवालों के घेरे में है। सूत्रों की मानें तो करीब दो महीने से काम लुढ़क रहा था। वर्क सर्कल के वरिष्ठ प्रबंधक से लेकर अन्य इंजीनियर काम में तेजी नहीं ला पाए। कार्रवाई भी नोटिस तक सीमित रही। सीईओ तक को काम पूरी तरह से बंद होने की सूचना नहीं दी गई। जून 2024 में एसीईओ संजय खत्री व अन्य अधिकारियों के निरीक्षण में भी परियोजना का काम धीमी गति से चलते मिला था।
-- -- -- -- -- -- -- -- --
पूरी जमीन भी नहीं ले पाया है प्राधिकरण
नोएडा प्राधिकरण इस परियोजना के लिए किसानों से पूरी जमीन भी नहीं ले पाया है। जिस जमीन पर गोल्फ के लिए मैदान बनना है, उसकी जमीन फंसी हुई है। जिला प्रशासन के जरिये इस जमीन की अधिग्रहण प्रक्रिया चल रही है। करीब ढाई हेक्टेयर जमीन इस परियोजना के लिए ली जानी है।
-- -- -- -- -- -- -- -- --
परियोजना पर एक नजर
2021 के जुलाई में करीब 100 करोड़ की लागत से परियोजना का काम शुरू हुआ था। यह 113.86 एकड़ में बनना है। इसकी पहली डेडलाइन सितंबर 2022 थी लेकिन अब तक करीब 68 प्रतिशत काम हो पाया था। इंजीनियरों की मांग पर करीब 40 करोड़ रुपये की लागत वृद्धि भी सिविल व बिजली के काम में दी जा चुकी है। अब इसकी लागत 140.08 करोड़ रुपये हो चुकी है। अब सीईओ के निर्देश के मुताबिक बाकी बचे काम के लिए नोएडा प्राधिकरण नए सिरे से रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) जारी करेगा। फिर नई एजेंसी का चयन कर उससे काम पूरा करवाएगा।
890 लोगों ने ली सदस्यता
मार्च 2023 तक इसके लिए 890 लोगों ने सदस्यता ले ली थी लेकिन देरी व अन्य कारणों की वजह से 53 ने सदस्यता छोड़ दी। इस सदस्यता के लिए सामान्य व्यक्ति ने 10 लाख रुपये जमा किए हैं। प्रदेश के सरकारी कर्मचारी के लिए 3 लाख और केंद्रीय कर्मचारियों या अधिकारियों के लिए रजिस्ट्रेशन फीस छह लाख, कॉरपोरेट के लिए 15 लाख रुपये जमा कराई गई है। कई विदेशी नागरिकों ने भी सदस्यता ली है। काम में देरी की वजह से प्राधिकरण ने कुछ शर्तों के साथ सेक्टर-38 नोएडा गोल्फ क्लब परियोजना पूरी होने तक के लिए दिया है लेकिन यह विकल्प कारगर साबित नहीं हुआ।
विज्ञापन

Trending Videos
माई सिटी रिपोर्टर
नोएडा। सेक्टर-151ए में नोएडा इंटरनेशनल गोल्फ कोर्स की निर्माण कर रही एजेंसी ब्लैकलिस्ट होगी। नोएडा प्राधिकरण ने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए नॉलेज पार्क-2 थाने में शिकायत भी दी है। यह कार्रवाई सोमवार को प्राधिकरण के सीईओ के निरीक्षण में काम बंद मिलने के बाद हुई है। इसकी निगरानी कर रहे इंजीनियरों पर कार्रवाई होगी या नहीं, यह भविष्य में पता चलेगा।
सीईओ के जवाब तलब पर वर्क सर्कल-10 के इंजीनियरों ने बताया कि एजेंसी को लगातार नोटिस जारी की जा रही है, लेकिन मौके पर संविदाकार श्रमिकों की संख्या नहीं बढ़ाई गई। इसके बाद प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने एजेंसी मैसर्स कश्यपी इंफ्रास्टक्चर प्रा.लि. के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। सीईओ ने कहा कि एजेंसी के साथ अनुबंध को समाप्त किया जाए। बाकी बचे काम के लिए नई आरएफपी जारी की जाए।
विज्ञापन
विज्ञापन
नोटिस तक सीमित रही कार्रवाई
वर्क सर्कल-10 के इंजीनियरों की निगरानी भी सवालों के घेरे में है। सूत्रों की मानें तो करीब दो महीने से काम लुढ़क रहा था। वर्क सर्कल के वरिष्ठ प्रबंधक से लेकर अन्य इंजीनियर काम में तेजी नहीं ला पाए। कार्रवाई भी नोटिस तक सीमित रही। सीईओ तक को काम पूरी तरह से बंद होने की सूचना नहीं दी गई। जून 2024 में एसीईओ संजय खत्री व अन्य अधिकारियों के निरीक्षण में भी परियोजना का काम धीमी गति से चलते मिला था।
पूरी जमीन भी नहीं ले पाया है प्राधिकरण
नोएडा प्राधिकरण इस परियोजना के लिए किसानों से पूरी जमीन भी नहीं ले पाया है। जिस जमीन पर गोल्फ के लिए मैदान बनना है, उसकी जमीन फंसी हुई है। जिला प्रशासन के जरिये इस जमीन की अधिग्रहण प्रक्रिया चल रही है। करीब ढाई हेक्टेयर जमीन इस परियोजना के लिए ली जानी है।
परियोजना पर एक नजर
2021 के जुलाई में करीब 100 करोड़ की लागत से परियोजना का काम शुरू हुआ था। यह 113.86 एकड़ में बनना है। इसकी पहली डेडलाइन सितंबर 2022 थी लेकिन अब तक करीब 68 प्रतिशत काम हो पाया था। इंजीनियरों की मांग पर करीब 40 करोड़ रुपये की लागत वृद्धि भी सिविल व बिजली के काम में दी जा चुकी है। अब इसकी लागत 140.08 करोड़ रुपये हो चुकी है। अब सीईओ के निर्देश के मुताबिक बाकी बचे काम के लिए नोएडा प्राधिकरण नए सिरे से रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) जारी करेगा। फिर नई एजेंसी का चयन कर उससे काम पूरा करवाएगा।
890 लोगों ने ली सदस्यता
मार्च 2023 तक इसके लिए 890 लोगों ने सदस्यता ले ली थी लेकिन देरी व अन्य कारणों की वजह से 53 ने सदस्यता छोड़ दी। इस सदस्यता के लिए सामान्य व्यक्ति ने 10 लाख रुपये जमा किए हैं। प्रदेश के सरकारी कर्मचारी के लिए 3 लाख और केंद्रीय कर्मचारियों या अधिकारियों के लिए रजिस्ट्रेशन फीस छह लाख, कॉरपोरेट के लिए 15 लाख रुपये जमा कराई गई है। कई विदेशी नागरिकों ने भी सदस्यता ली है। काम में देरी की वजह से प्राधिकरण ने कुछ शर्तों के साथ सेक्टर-38 नोएडा गोल्फ क्लब परियोजना पूरी होने तक के लिए दिया है लेकिन यह विकल्प कारगर साबित नहीं हुआ।