'ही-मैन' की विदाई पर नोएडा गमगीन: अपने हीरो धर्मेंद्र को दिल से कहा अलविदा, गलियों में गूंजे किस्से-कहानियां
अभिनेता धर्मेंद्र के निधन ने पूरे देश को शोक में डूबो दिया है। 89 वर्ष की उम्र में इस फिल्मी दिग्गज का जाना भारतीय सिनेमा के एक बड़े युग का अंत माना जा रहा है। उनके निधन की खबर से नोएडा के लोग मायूस हैं। लोगों के लिए धर्मेंद्र सिर्फ पर्दे के हीरो नहीं थे, वो यादों, किस्सों और अपनापन से भरा एक एहसास थे। उनकी मुस्कान, उनका सादगीभरा अंदाज, लोगों के बीच बैठकर बातें करने का तरीका, हर किसी को आकर्षित करता।
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बॉलीवुड के सदाबहार हीरो, देसी स्टाइल के असली ही-मैन धर्मेंद्र का सोमवार को मुंबई में निधन हो गया। सोशल मीडिया पर इस खबर को सुनने के बाद नोएडा के लोग मायूस हुए और उनके साथ अपने शहर में बिताए गए पलों को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
कल्पना झाझड़िया बताती हैं कि मैं बचपन में धर्मेंद्र से मिली थी। उस दिन मेरे घर में सब तैयारी में जुटे थे। मम्मी ने सुबह ही कहा कि जल्दी उठो धर्मेंद्र घर आ रहे हैं। मेरी तो खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। हल्की बारिश के बीच वो घर पहुंचे और हमारे परिवार के साथ नाश्ता किया। फोटो खिंचवाते हुए उन्होंने फोटोग्राफर को कहा था जब तक बेटियां हंसें नहीं, फोटो मत लेना।
वहीं, शहर के सेक्टर-18, 104 और आसपास की मार्केटों में उनके नाम पर कई दुकानें आज भी लोगों की पहली पसंद हैं। इन जगहों पर लगी उनकी फिल्मों की तस्वीरें, ‘शोले’ वाली उनकी बुलेट, और बैकग्राउंड में बजते उनके सदाबहार गीत लोगों को जैसे उनकी दुनिया में ले जाते हैं।
झिलमिल सितारों का आंगन होगा याद करती अमीता
सेक्टर-18 स्थित रेस्तरां में पहुंची 19 वर्षीय श्रेया बताती हैं कि मेरे पापा धर्मेंद्र जी के बहुत बड़े फैन हैं। मैं कॉलेज में पढ़ती हूं। आज उनकी मौत की खबर सुनी तो हम दोनों यहां आ गए। उनके गाने और उनका सादगीभरा अंदाज आज भी दिल को छू लेता है।
मथुरा से आईं अमीता अपनी मां का हाथ थामे और मुस्कुराते हुए कहती हैं कि मेरी मां को उनका ‘झिलमिल सितारों का आंगन होगा…’ अक्सर सुनती हैं। वह दुखी थी तो मैं यहां लेकर आई। धर्मेंद्र हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे।
हम लोग उनकी फिल्में देखकर बड़े हुए हैं। चाहे ‘आज मौसम बड़ा बेईमान है’ वाला रोमांटिक हीरो हो या ‘कुत्ते, मैं तेरा खून पी जाऊंगा’ वाला सख्त ही-मैन धर्मेंद्र हर रोल में लाजवाब रहे। उनकी कमी हमेशा खलेगी। -लीलेश शर्मा, सेक्टर 78 निवासी
वे बहुत ही सरल, जमीन से जुड़े हुए इंसान थे। शायरी, उर्दू और तहजीब सबका अनोखा मेल थे। उनके साथ बिताए लंबे वक्त में कभी सुपरस्टार का घमंड नहीं मिला। -सैय्यद शमीम अनवर, जीआईपी मॉल नोएडा के एसोसिएट डायरेक्टर मार्केटिंग