NCR में नशे का खेल: 1991 KM दूर से मंगाते ऑनलाइन माल, कीमत 20 लाख; पूछताछ में खोला काले साम्राज्य का काला सच
ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने गांजा सप्लाई करने वाले दो युवकों को पकड़ा है। जो मेघायल से कोरियर के जरिए एनसीआर में गांजा मंगवाकर सप्लाई किया करते थे। गांजा मेघालय की राजधानी शिलोंग से आता था। गांजा स्कूल, कॉलेज के विद्यार्थियों को भी पहुंचाते थे।
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ईकोटेक-3 कोतवाली पुलिस ने मेघालय की राजधानी शिलोंग से एनसीआर में गांजा सप्लाई करने के मामले वांछित दो युवकों को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान शिलांग निवासी विशाल कुमार (23) व विशाल सैन (23) के रूप में हुई है।
15 जुलाई को पुलिस ने एनसीआर की कंपनियों, फैक्ट्रियों के कर्मियों के साथ स्कूल, कॉलेज के विद्यार्थियों को गांजा सप्लाई करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार कर 41 किलो 330 ग्राम गांजा (करीब 20 लाख रुपये कीमत) का गांजा बरामद किया था।
आरोपियों की पहचान गाजियाबाद के सारांश श्रीवास्तव (26), अमन पाल (21), सेक्टर-113 सर्फाबाद नोएडा के शिवम यादव (21), मधुबनी बिहार के आशीष कुमार झा (19), हाथरस के कृष्णा राणा (19) और सिवान बिहार के संजीत गुप्ता (23) के रूप में हुई थी।
आरोपी शिलांग से कोरियर के जरिये दिल्ली-नोएडा में गांजा मंगवाते थे। फिर इसे एनसीआर में फुटकर ग्राहकों को बेचते थे। गिरोह पिछले करीब एक साल में लाखों रुपये के गांजे की सप्लाई कर चुका है। गिरोह का सरगना सारांश और शिवम यादव है। दोनों गांजे का सेवन करते हैं। आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। पुलिस सीडीआर के जरिये गिरोह के अन्य आरोपियों की तलाश कर रही थी।
कोतवाली निरीक्षक अजय कुमार ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ के दौरान बरामद गांजा को शिलांग मेघालय से विशाल कुमार व विशाल सैन के द्वारा ऑनलाइन व डाक पार्सल के माध्यम से भेजना बताया गया था। इनकी गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया था। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस व मैनुअल इंटेलिजेंस की सहायता से छात्रों को गैर राज्य से ऑनलाइन गांजा की सप्लाई करने वाले आरोपियों को पूछताछ के लिए कोतवाली लाया गया था। जिन्हें प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।
आरोपियों के मोबाइल में मिले गांजे की सप्लाई के लिए मैसेज
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि पूर्व में गिरफ्तार आरोपी शिवम यूपीआई के माध्यम से गांजा मंगाने के लिए उन्हें रुपये भेजता था। दोनों शिलांग से गांजा पैक करके डाक पार्सल व कोरियर कर देते थे। गांजा के सप्लाई के संबंध में आरोपियों की वाट्सएप पर चैट व मोबाइल पर मैसेज मिले है। गिरफ्तार आरोपी शिलांग के गिरोह से गांजा खरीदते थे। फिर इन्हें महंगे दाम पर बेचते थे। गिरोह में शामिल अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।