अब मोबाइल एप पर होगा वाहनों का फिटनेस, नए साल में लागू होगी ये व्यवस्था

अब वाहनों के फिटनेस प्रमाण पत्र जारी करने में फर्जीवाड़ा नहीं हो सकेगा। चार पहिया वाहनों की फिटनेस जांच एप के माध्यम से ऑनलाइन होगी। इसके लिए शासन ने ‘एम वाहन मोबाइल एप’ तैयार किया है।

यह नई व्यवस्था जनवरी के प्रथम सप्ताह से गोरखपुर में शुरू हो जाएगी। जिसमें वाहनों का मौके पर पहुंचना अनिवार्य होगा। वाहनों को देखने और एप पर लाइव तस्वीरें लोड करने के बाद ही संबंधित अधिकारी और कर्मचारी फिटनेस प्रमाण पत्र जारी कर पाएंगे।
जांचकर्ता को अपने मोबाइल पर वाहन की पूरी तस्वीर, चेसिस नंबर, आगे और पीछे की सभी लाइट, हाई सिक्योरिटी नंबर लोड और रिफ्लेक्टर सहित निर्धारित छह बिंदुओं की लाइव तस्वीर लोड करनी होगी। इसके बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू हो पाएगी। अन्यथा की स्थिति में फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं बन पाएगा।
फाइलों में हो जाती है वाहनों की फिटनेस जांच
परिवहन विभाग में वाहनों के फिटनेस जांच के नाम पर सिर्फ खानापूरी होती है। वाहन कहीं भी हो लेकिन उनका फिटनेस प्रमाण पत्र आसानी से बन जाता है। फिटनेस प्रमाण पत्र प्राप्त कर अनफिट वाहन भी सड़कों पर फर्राटा भरते हैं और हर पल दुर्घटना को दावत देते हैं।
गोरखपुर सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी श्याम लाल ने कहा जनवरी से ‘एम वाहन एप’ के माध्यम से वाहनों के फिटनेस की जांच होगी। इसको लेकर शासन ने दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। इससे व्यवस्था पारदर्शी बनेगी। प्रक्रिया भी सरल हो जाएगी।