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Chandigarh-Haryana News: पेपरलेस रजिस्ट्री में कुछ दिक्कतें दूर पर काम की रफ्तार अभी धीमी
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फर्जीवाड़ा रोकने के लिए सख्त नियम तय, तहसीलदारों के स्तर पर 48 घंटे में सत्यापन की तैयारी
- तहसीलों में पेपरलेस रजिस्ट्री के काम की निगरानी के लिए औचक छापेमारी होगी
अरुण शर्मा
चंडीगढ़। हरियाणा में पेपरलेस रजिस्ट्री का कार्य अभी पूरी तरह से पटरी पर नहीं लाैटा है। राजस्व विभाग ने शिकायतों का संज्ञान लेकर पिछले 3 दिनों में कुछ दिक्कतों को दूर किया है लेकिन अभी भी रजिस्ट्री के काम ने गति नहीं पकड़ी है। प्रदेश में 1 नवंबर से पेपरलेस रजिस्ट्री की शुरुआत हुई थी। 3 नवंबर से अभी तक प्रदेश 8319 रजिस्ट्री हो चुकी हैं। राजस्व विभाग ने कुछ सख्त नियम भी तय किए हैं। इनसे रजिस्ट्री में फर्जीवाड़ा रोकने में मदद मिलेगी। तहसीलों में निगरानी के लिए भी औचक छापेमारी होगी। विभाग की यह भी योजना है कि तहसीलदारों के स्तर पर 5 दिनों के बजाय जल्द ही 48 घंटे में दस्तावेजों का सत्यापन हो सके। इसके लिए मुख्यालय सभी जिलों के लिए आधिकारिक पत्र भेजेगा। इसी तरह से जिन्होंने स्टांप खरीद लिए थे वह अभी उनका उपयोग कर सकते हैं।
हरियाणा राजस्व विभाग के आंकड़ों की बात करें तो प्रतिदिन 2500 से लेकर 5500 तक रजिस्ट्री होती थीं। अभी पेपरलेस रजिस्ट्री का आंकड़ा 1600 तक पहुंचा है। प्रदेश की 143 तहसीलों और उप तहसीलों में पेपरलेस रजिस्ट्री की बात करें तो दो दिन पहले तक सभी तहसीलों में निकाय क्षेत्र की संपत्तियों की प्राॅपर्टी आईडी नहीं दिख रही थीं। सेक्टरों के नंबर भी उपलब्ध नहीं थे और काॅलोनियों के नामों का ब्योरा भी नहीं आ रहा था। शिकायतों के बाद मुख्यालयों की टीमों ने इस समस्या को निस्तारित करा दिया है।
पेपरलेस रजिस्ट्री के पोर्टल पर अभी बेहद धीमी गति से काम हो रहा है। तहसीलों, उप तहसीलों, एसडीएम कार्यालयों और जिला राजस्व अधिकारी कार्यालयों में फोटोग्राफी के बाद करीब एक घंटे तक का समय लग रहा है। हरियाणा भूमि रिकाॅर्ड के महानिदेशक डाॅ. यशपाल का कहना है कि पेपरलेस रजिस्ट्री को लेकर जो भी तकनीकी दिक्कतें थीं उन्हें दूर करा दिया है और अब कोई दिक्कत नहीं है। अभी तकनीकी ताैर से और भी कई नए प्रयोग और सुधार किए जाएंगे।
फ्लैट के मामले में निर्माण के बाद ही हो सकेगी रजिस्ट्री
राजस्व विभाग ने पेपरलेस रजिस्ट्री के लिए कई सख्त प्रावधान किए हैं। फ्लैट के मामलों में अभी तक निर्माण से पहले ही यानी खाली जमीनों पर नींव भरकर ही रजिस्ट्री करा ली जाती थी। अब पेपरलेस रजिस्ट्री में जमीन के विवरण में हां या न का विकल्प होगा। जमीन पर फ्लैट उपलब्ध हैं तो फ्लैट नंबर, क्षेत्रफल, मंजिल, निर्मित क्षेत्रफल (कवर्ड एरिया) भी बताना होगा। अब बगैर फ्लैट निर्मित कराए एग्रीमेंट हो सकता है लेकिन फ्लैट नहीं बेच सकेंगे। रजिस्ट्री फ्लैट निर्मित होने के बाद ही होगी। इसी तरह से जमीन पर बुवाई करने वाले भी फर्जीवाड़ा कर दूसरे की जमीन नहीं बेच सकेंगे। रजिस्ट्री के दाैरान जमाबंदी से भूमि मालिकों के नामों का मिलान स्वत: ही हो जाएगा। ऐसे में असल मालिक ही जमीन की बिक्री कर सकेंगे।
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हरियाणा में पेपरलेस रजिस्ट्री की स्थिति
तिथि : रजिस्ट्री हुईं
03 नवंबर : 109
04 नवंबर : 266
06 नवंबर : 258
07 नवंबर : 427
10 नवंबर : 258
11 नवंबर : 450
12 नवंबर : 500
13 नवंबर : 582
14 नवंबर : 649
17 नवंबर : 698
18 नवंबर : 1127
19 नवंबर : 1346
20 नवंबर : 1649
स्रोत : हरियाणा राजस्व एवं आपदा विभाग।
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- तहसीलों में पेपरलेस रजिस्ट्री के काम की निगरानी के लिए औचक छापेमारी होगी
अरुण शर्मा
चंडीगढ़। हरियाणा में पेपरलेस रजिस्ट्री का कार्य अभी पूरी तरह से पटरी पर नहीं लाैटा है। राजस्व विभाग ने शिकायतों का संज्ञान लेकर पिछले 3 दिनों में कुछ दिक्कतों को दूर किया है लेकिन अभी भी रजिस्ट्री के काम ने गति नहीं पकड़ी है। प्रदेश में 1 नवंबर से पेपरलेस रजिस्ट्री की शुरुआत हुई थी। 3 नवंबर से अभी तक प्रदेश 8319 रजिस्ट्री हो चुकी हैं। राजस्व विभाग ने कुछ सख्त नियम भी तय किए हैं। इनसे रजिस्ट्री में फर्जीवाड़ा रोकने में मदद मिलेगी। तहसीलों में निगरानी के लिए भी औचक छापेमारी होगी। विभाग की यह भी योजना है कि तहसीलदारों के स्तर पर 5 दिनों के बजाय जल्द ही 48 घंटे में दस्तावेजों का सत्यापन हो सके। इसके लिए मुख्यालय सभी जिलों के लिए आधिकारिक पत्र भेजेगा। इसी तरह से जिन्होंने स्टांप खरीद लिए थे वह अभी उनका उपयोग कर सकते हैं।
हरियाणा राजस्व विभाग के आंकड़ों की बात करें तो प्रतिदिन 2500 से लेकर 5500 तक रजिस्ट्री होती थीं। अभी पेपरलेस रजिस्ट्री का आंकड़ा 1600 तक पहुंचा है। प्रदेश की 143 तहसीलों और उप तहसीलों में पेपरलेस रजिस्ट्री की बात करें तो दो दिन पहले तक सभी तहसीलों में निकाय क्षेत्र की संपत्तियों की प्राॅपर्टी आईडी नहीं दिख रही थीं। सेक्टरों के नंबर भी उपलब्ध नहीं थे और काॅलोनियों के नामों का ब्योरा भी नहीं आ रहा था। शिकायतों के बाद मुख्यालयों की टीमों ने इस समस्या को निस्तारित करा दिया है।
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पेपरलेस रजिस्ट्री के पोर्टल पर अभी बेहद धीमी गति से काम हो रहा है। तहसीलों, उप तहसीलों, एसडीएम कार्यालयों और जिला राजस्व अधिकारी कार्यालयों में फोटोग्राफी के बाद करीब एक घंटे तक का समय लग रहा है। हरियाणा भूमि रिकाॅर्ड के महानिदेशक डाॅ. यशपाल का कहना है कि पेपरलेस रजिस्ट्री को लेकर जो भी तकनीकी दिक्कतें थीं उन्हें दूर करा दिया है और अब कोई दिक्कत नहीं है। अभी तकनीकी ताैर से और भी कई नए प्रयोग और सुधार किए जाएंगे।
फ्लैट के मामले में निर्माण के बाद ही हो सकेगी रजिस्ट्री
राजस्व विभाग ने पेपरलेस रजिस्ट्री के लिए कई सख्त प्रावधान किए हैं। फ्लैट के मामलों में अभी तक निर्माण से पहले ही यानी खाली जमीनों पर नींव भरकर ही रजिस्ट्री करा ली जाती थी। अब पेपरलेस रजिस्ट्री में जमीन के विवरण में हां या न का विकल्प होगा। जमीन पर फ्लैट उपलब्ध हैं तो फ्लैट नंबर, क्षेत्रफल, मंजिल, निर्मित क्षेत्रफल (कवर्ड एरिया) भी बताना होगा। अब बगैर फ्लैट निर्मित कराए एग्रीमेंट हो सकता है लेकिन फ्लैट नहीं बेच सकेंगे। रजिस्ट्री फ्लैट निर्मित होने के बाद ही होगी। इसी तरह से जमीन पर बुवाई करने वाले भी फर्जीवाड़ा कर दूसरे की जमीन नहीं बेच सकेंगे। रजिस्ट्री के दाैरान जमाबंदी से भूमि मालिकों के नामों का मिलान स्वत: ही हो जाएगा। ऐसे में असल मालिक ही जमीन की बिक्री कर सकेंगे।
हरियाणा में पेपरलेस रजिस्ट्री की स्थिति
तिथि : रजिस्ट्री हुईं
03 नवंबर : 109
04 नवंबर : 266
06 नवंबर : 258
07 नवंबर : 427
10 नवंबर : 258
11 नवंबर : 450
12 नवंबर : 500
13 नवंबर : 582
14 नवंबर : 649
17 नवंबर : 698
18 नवंबर : 1127
19 नवंबर : 1346
20 नवंबर : 1649
स्रोत : हरियाणा राजस्व एवं आपदा विभाग।