{"_id":"6946e6da7aede212650c2673","slug":"children-are-getting-affected-by-cold-opd-of-pneumonia-increases-in-hospital-fatehabad-news-c-127-1-ftb1001-145634-2025-12-20","type":"story","status":"publish","title_hn":"Fatehabad News: ठंड की चपेट में आ रहे बच्चे, अस्पताल में बढ़ी निमोनिया की ओपीडी","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Fatehabad News: ठंड की चपेट में आ रहे बच्चे, अस्पताल में बढ़ी निमोनिया की ओपीडी
संवाद न्यूज एजेंसी, फतेहाबाद
Updated Sat, 20 Dec 2025 11:41 PM IST
विज्ञापन
फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में दवाई लेना का इंतजार करते मरीज व उनके तीमारदार। संवाद
- फोटो : सांकेतिक
विज्ञापन
फतेहाबाद। ठंड बढ़ने के साथ ही नागरिक अस्पताल में बीमार बच्चों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। शनिवार को शिशु रोग विशेषज्ञ की ओपीडी में 210 बच्चे इलाज के लिए पहुंचे। इनमें अधिकांश तेज बुखार और निमोनिया के लक्षणों से पीड़ित थे। पिछले एक सप्ताह में ओपीडी का आंकड़ा सामान्य से काफी अधिक रहा।
नागरिक अस्पताल के वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मनीष टुटेजा ने बताया कि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के कारण ठंडी हवाओं का सामना करना मुश्किल होता है। बच्चों को भारी कपड़े पहनाने के बजाय तीन से चार पतली परतों में गर्म कपड़े पहनाएं। सिर, कान और पैरों को विशेष रूप से ढकें। टोपी और जुराबें आवश्यक हैं।
डॉ. टुटेजा ने सलाह दी कि बच्चों को गुनगुना पानी पिलाएं और ताजा, गर्म भोजन ही दें। नवजात शिशुओं के लिए मां का दूध सबसे सुरक्षित है। सुबह की ताजी धूप बच्चों के लिए लाभकारी है, लेकिन ठंडी हवा से सीधे संपर्क से बचें।
-- -
इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज
डॉ. टुटेजा ने चेतावनी दी कि यदि बच्चे को सांस लेने में कठिनाई, पसलियों के चलने, लगातार खांसी या तेज बुखार हो, तो इसे सामान्य सर्दी समझकर नजरअंदाज न करें। यह निमोनिया के संकेत हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में तुरंत अस्पताल जाकर विशेषज्ञ की सलाह लें।
Trending Videos
नागरिक अस्पताल के वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मनीष टुटेजा ने बताया कि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के कारण ठंडी हवाओं का सामना करना मुश्किल होता है। बच्चों को भारी कपड़े पहनाने के बजाय तीन से चार पतली परतों में गर्म कपड़े पहनाएं। सिर, कान और पैरों को विशेष रूप से ढकें। टोपी और जुराबें आवश्यक हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
डॉ. टुटेजा ने सलाह दी कि बच्चों को गुनगुना पानी पिलाएं और ताजा, गर्म भोजन ही दें। नवजात शिशुओं के लिए मां का दूध सबसे सुरक्षित है। सुबह की ताजी धूप बच्चों के लिए लाभकारी है, लेकिन ठंडी हवा से सीधे संपर्क से बचें।
इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज
डॉ. टुटेजा ने चेतावनी दी कि यदि बच्चे को सांस लेने में कठिनाई, पसलियों के चलने, लगातार खांसी या तेज बुखार हो, तो इसे सामान्य सर्दी समझकर नजरअंदाज न करें। यह निमोनिया के संकेत हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में तुरंत अस्पताल जाकर विशेषज्ञ की सलाह लें।