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Fatehabad News: दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना के लिए चार पुरुषों ने महिला बन किया आवेदन
संवाद न्यूज एजेंसी, फतेहाबाद
Updated Tue, 09 Dec 2025 11:33 PM IST
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फतेहाबाद के क्रीड विभाग में अपने निजी कार्याे के लिए पहुंचे लोग। संवाद
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फतेहाबाद। दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना में फर्जी पात्रों की पहचान और उन्हें योजना से बाहर करने के लिए क्रीड विभाग ने सख्ती शुरू कर दी है। जिले में योजना के तहत 32,325 पात्र महिलाओं ने अभी तक आवेदन नहीं किया है। वहीं चार ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें पुरुषों ने महिला बनकर आवेदन किया।
क्रीड विभाग ने तीन दिन बाद कार्यालय खुलने पर आवेदकों की आय और सत्यापन से संबंधित समस्याओं का निस्तारण शुरू किया। विभाग की टीम ने घर-घर जाकर पात्र महिलाओं की आय की जांच की। इस दौरान कई परिवारों में पाया गया कि उनकी वार्षिक आय 25,000 रुपये मात्र दर्ज थी, जबकि उनके पास पक्के मकान, कृषि भूमि और अन्य संपत्ति मौजूद थी।
कुछ मामलों में ऐसे लोगों के पास 30 लाख रुपये से अधिक की लागत वाले मकान पाए गए। जिले में कुल 98,760 पात्र महिलाओं में से 54,337 ने आवेदन किया है। योजना के अंतर्गत पात्र महिलाओं को मासिक 2100 रुपये वित्तीय सहायता दी जाती है, इसके लिए परिवार की वार्षिक आय एक लाख रुपये से कम होना आवश्यक है।
क्रीड विभाग की जांच और सख्ती के कारण फर्जी पात्र अब आवेदन नहीं कर रहे हैं। ऐसे आवेदक जो गरीब साबित नहीं होते, उन्हें सूची से हटा दिया जाएगा। विभाग ने स्पष्ट किया कि अब केवल वास्तव में जरूरतमंद महिलाओं को ही योजना का लाभ मिलेगा। अधिकारियों ने कहा कि सत्यापन प्रक्रिया के दौरान प्रत्येक आवेदन की आय, संपत्ति और पारिवारिक स्थिति का पूर्ण आकलन किया जा रहा है। इससे योजना का लाभ सही और वास्तविक पात्र महिलाओं तक पहुंचेगा।
:: क्रीड विभाग की ओर से सामुदायिक योजना एवं संपर्क कर्मचारियों की ओर से कम आय वाले परिवारों की जांच की जा रही है। जिसमें कई परिवारों की आय अधिक है लेकिन कागजातों में कम है। ऐसे लोगों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
-सुरेश कुमार, जिला प्रबंधक नागरिक संसाधन सूचना विभाग, फतेहबाद।
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क्रीड विभाग ने तीन दिन बाद कार्यालय खुलने पर आवेदकों की आय और सत्यापन से संबंधित समस्याओं का निस्तारण शुरू किया। विभाग की टीम ने घर-घर जाकर पात्र महिलाओं की आय की जांच की। इस दौरान कई परिवारों में पाया गया कि उनकी वार्षिक आय 25,000 रुपये मात्र दर्ज थी, जबकि उनके पास पक्के मकान, कृषि भूमि और अन्य संपत्ति मौजूद थी।
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कुछ मामलों में ऐसे लोगों के पास 30 लाख रुपये से अधिक की लागत वाले मकान पाए गए। जिले में कुल 98,760 पात्र महिलाओं में से 54,337 ने आवेदन किया है। योजना के अंतर्गत पात्र महिलाओं को मासिक 2100 रुपये वित्तीय सहायता दी जाती है, इसके लिए परिवार की वार्षिक आय एक लाख रुपये से कम होना आवश्यक है।
क्रीड विभाग की जांच और सख्ती के कारण फर्जी पात्र अब आवेदन नहीं कर रहे हैं। ऐसे आवेदक जो गरीब साबित नहीं होते, उन्हें सूची से हटा दिया जाएगा। विभाग ने स्पष्ट किया कि अब केवल वास्तव में जरूरतमंद महिलाओं को ही योजना का लाभ मिलेगा। अधिकारियों ने कहा कि सत्यापन प्रक्रिया के दौरान प्रत्येक आवेदन की आय, संपत्ति और पारिवारिक स्थिति का पूर्ण आकलन किया जा रहा है। इससे योजना का लाभ सही और वास्तविक पात्र महिलाओं तक पहुंचेगा।
:: क्रीड विभाग की ओर से सामुदायिक योजना एवं संपर्क कर्मचारियों की ओर से कम आय वाले परिवारों की जांच की जा रही है। जिसमें कई परिवारों की आय अधिक है लेकिन कागजातों में कम है। ऐसे लोगों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
-सुरेश कुमार, जिला प्रबंधक नागरिक संसाधन सूचना विभाग, फतेहबाद।

फतेहाबाद के क्रीड विभाग में अपने निजी कार्याे के लिए पहुंचे लोग। संवाद