{"_id":"6946faeec8ac197edb05bdc8","slug":"the-cm-flying-squad-took-samples-of-the-masonry-layer-of-the-road-worth-94-million-hisar-news-c-21-hsr1020-774727-2025-12-21","type":"story","status":"publish","title_hn":"Hisar News: सीएम फ्लाइंग स्क्वाॅयड ने 94 लाख की मास्टिक लेयर सड़क के सैंपल लिए","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Hisar News: सीएम फ्लाइंग स्क्वाॅयड ने 94 लाख की मास्टिक लेयर सड़क के सैंपल लिए
विज्ञापन
विज्ञापन
हिसार। निर्माण कार्यों में अनियमितताओं और शिकायतों के मद्देनजर शनिवार को सीएम फ्लाइंग स्क्वाॅयड ने हिसार में 94 लाख रुपये की लागत से बनी मास्टिक लेयर सड़क का निरीक्षण किया। टीम ने सड़कों से तीन सैंपल लिए, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा।
हिसार रेंज इंचार्ज सुनैना के नेतृत्व में शनिवार को सीएम फ्लाइंग टीम जवाहर नगर पहुंची, जहां नगर निगम ने टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से लगभग 94 लाख रुपये की लागत से मास्टिक लेयर सड़क का निर्माण कराया था। शिकायतों में आरोप लगाए गए थे कि निर्माण कार्य के दौरान तकनीकी मानकों का पालन नहीं किया गया।
शिकायत के अनुसार मास्टिक लेयर सड़क निर्माण में कॉरपेंटिंग (लोहे की जाली) बिछाकर तारकोल और कसर की मोटी परत डाली जानी थी और उसके ऊपर मोटी रोड़ी डाली जानी थी। आरोप है कि कई स्थानों पर कॉरपेंटिंग नहीं डाली गई और घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किया गया। कुछ गलियों में मास्टिक लेयर की जगह सीसी (सीमेंट) सड़क बनाई गई, जिससे स्थानीय लोगों में रोष है। लोगों ने टीम को सड़क निर्माण में अनियमितताओं की शिकायत दी।
आरोप है कि ठेकेदार ने यह कार्य नगर निगम के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से कराया।
टीम ने मौके पर सड़कों का गहन निरीक्षण किया और टेंडर शर्तों एवं स्वीकृत डिजाइन के अनुसार निर्माण कार्य की पुष्टि की। तीन सैंपल लिए गए हैं, जिनकी जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस माैके पर एसडीओ राजेश कुमार, पीडब्ल्यूडी विभाग के जेई आशीष कुमार, नगर निगम के जेई कुलदीप, एएसआई सुरेंद्र और हेड कांस्टेबल विजय शामिल रहे।
Trending Videos
हिसार रेंज इंचार्ज सुनैना के नेतृत्व में शनिवार को सीएम फ्लाइंग टीम जवाहर नगर पहुंची, जहां नगर निगम ने टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से लगभग 94 लाख रुपये की लागत से मास्टिक लेयर सड़क का निर्माण कराया था। शिकायतों में आरोप लगाए गए थे कि निर्माण कार्य के दौरान तकनीकी मानकों का पालन नहीं किया गया।
विज्ञापन
विज्ञापन
शिकायत के अनुसार मास्टिक लेयर सड़क निर्माण में कॉरपेंटिंग (लोहे की जाली) बिछाकर तारकोल और कसर की मोटी परत डाली जानी थी और उसके ऊपर मोटी रोड़ी डाली जानी थी। आरोप है कि कई स्थानों पर कॉरपेंटिंग नहीं डाली गई और घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किया गया। कुछ गलियों में मास्टिक लेयर की जगह सीसी (सीमेंट) सड़क बनाई गई, जिससे स्थानीय लोगों में रोष है। लोगों ने टीम को सड़क निर्माण में अनियमितताओं की शिकायत दी।
आरोप है कि ठेकेदार ने यह कार्य नगर निगम के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से कराया।
टीम ने मौके पर सड़कों का गहन निरीक्षण किया और टेंडर शर्तों एवं स्वीकृत डिजाइन के अनुसार निर्माण कार्य की पुष्टि की। तीन सैंपल लिए गए हैं, जिनकी जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस माैके पर एसडीओ राजेश कुमार, पीडब्ल्यूडी विभाग के जेई आशीष कुमार, नगर निगम के जेई कुलदीप, एएसआई सुरेंद्र और हेड कांस्टेबल विजय शामिल रहे।