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Kaithal News: कुरुक्षेत्र गई 160 बसें, मंजिल पर पहुंचने के लिए भटके यात्री
संवाद न्यूज एजेंसी, कैथल
Updated Wed, 26 Nov 2025 12:34 AM IST
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कैथल। बस कि और दौड़ते लोग
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Iसंवाद न्यूज, एजेंसी
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Iकैथल। रोडवेज कैथल डिपो की करीब 160 बसें मंगलवार को कुरुक्षेत्र में आयोजित प्रदेशस्तरीय श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें बलिदानी दिवस कार्यक्रम के लिए भेजी गईं। इससे जिले में सामान्य रूटों पर बसों का भारी संकट पैदा हो गया। सैकड़ों यात्री सुबह से बस स्टैंडों पर भटकते रहे। निजी बसों और निजी वाहनों ने इसका पूरा फायदा उठाते हुए मनमाना किराया वसूला, जबकि कई रूटों पर घंटेभर तक कोई सरकारी बस नहीं पहुंची।
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Iसुबह नौ बजे से ही कैथल बस अड्डे पर यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी। अधिकांश रूटों पर केवल निजी बसें चलती दिखीं, जबकि सरकारी बसों के बूथों पर महिलाएं, बुजुर्ग और छात्र घंटों इंतजार करते रहे। कई लोगों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ा। जो यात्री जरूरी काम से निकलना चाहते थे, उन्हें मजबूरी में टेंपो, ई-रिक्शा और टैक्सियों का सहारा लेना पड़ा।
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Iदूसरे जिलों और गांवों में रात रुकने वाली बसें भी सुबह तय समय पर रूट पर नहीं लौटीं। लोकल रूटों पर एकाध बसें ही दिखाई दीं, जबकि लंबे रूटों पर एक-एक घंटे बाद बसें उपलब्ध हुईं। यात्रियों ने सरकार और रोडवेज प्रबंधन के प्रति नाराजगी जताई।
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Iरोडवेज विभाग को एक सप्ताह पहले ही बसें भेजने के आदेश मिल चुके थे। इसके बाद ड्राइवरों और कंडक्टरों की छुट्टियां रद्द कर दी गई थीं। सोमवार शाम को 60 बसें कैथल जिले के गांवों और कॉलोनियों में भेज दी गई थीं, जो मंगलवार सुबह 10 बजे के आसपास अपने-अपने स्टॉप से कुरुक्षेत्र के लिए रवाना हुईं। इसके अलावा करीब 40 निजी और स्कूल बसें भी आरटीए ने कार्यक्रम हेतु भेजीं। बसों को समय पर रवाना करवाने के लिए प्रशासन ने विशेष ड्यूटी भी लगाई थी।
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Iइस संदर्भ में रोडवेज जीएम कमलजीत सिंह ने बताया कि 120 बसें कार्यक्रम में भेजी गईं। 83 बसें रूटों पर चलाई गईं। यात्रियों को परेशानी न हो, इसके लिए बसों के अतिरिक्त चक्कर लगवाए गए हैं।I
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Iयात्रियों की परेशानी, उनकी जुबानीI
Iआधा घंटे से बस नहीं मिली
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Iयात्री शुभम कोटड़ा ने बताया कि वह करनाल जाने के लिए बस अड्डे पर आधे घंटे से खड़ा था, लेकिन कोई बस नहीं आई। सरकारी बसें कार्यक्रम में भेज दी गईं, जिससे आम यात्रियों को परेशानी हुई। निजी वाहनों ने मनमाना किराया वसूला।
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I20 मिनट से बस नहीं आई
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Iयात्री दीपक कुमार ने बताया कि उसे हिसार जाना था, लेकिन 20 मिनट तक भी कोई रोडवेज बस नहीं मिली। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे कार्यक्रमों में निजी बसें भेजनी चाहिए, ताकि आम यात्रियों को सफर में दिक्कत न हो।I
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Iइन रूटों पर सबसे ज्यादा परेशानी
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Iजींद, करनाल, असंध, अंबाला, पिहोवा, दिल्ली, राजौंद, पूंडरी, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, किठाना, सेरधा, खरका, धनौरी, बालू, ढांड, डीग, रसूलपुर सहित सैकड़ों रूटों पर बसों की कमी बनी रही। कैथल डिपो की बसों में रोजाना करीब 20 हजार यात्री सफर करते हैं और लगभग 18 लाख रुपये की आमदनी होती है।I
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Iकैथल। रोडवेज कैथल डिपो की करीब 160 बसें मंगलवार को कुरुक्षेत्र में आयोजित प्रदेशस्तरीय श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें बलिदानी दिवस कार्यक्रम के लिए भेजी गईं। इससे जिले में सामान्य रूटों पर बसों का भारी संकट पैदा हो गया। सैकड़ों यात्री सुबह से बस स्टैंडों पर भटकते रहे। निजी बसों और निजी वाहनों ने इसका पूरा फायदा उठाते हुए मनमाना किराया वसूला, जबकि कई रूटों पर घंटेभर तक कोई सरकारी बस नहीं पहुंची।
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Iसुबह नौ बजे से ही कैथल बस अड्डे पर यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी। अधिकांश रूटों पर केवल निजी बसें चलती दिखीं, जबकि सरकारी बसों के बूथों पर महिलाएं, बुजुर्ग और छात्र घंटों इंतजार करते रहे। कई लोगों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ा। जो यात्री जरूरी काम से निकलना चाहते थे, उन्हें मजबूरी में टेंपो, ई-रिक्शा और टैक्सियों का सहारा लेना पड़ा।
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Iदूसरे जिलों और गांवों में रात रुकने वाली बसें भी सुबह तय समय पर रूट पर नहीं लौटीं। लोकल रूटों पर एकाध बसें ही दिखाई दीं, जबकि लंबे रूटों पर एक-एक घंटे बाद बसें उपलब्ध हुईं। यात्रियों ने सरकार और रोडवेज प्रबंधन के प्रति नाराजगी जताई।
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Iरोडवेज विभाग को एक सप्ताह पहले ही बसें भेजने के आदेश मिल चुके थे। इसके बाद ड्राइवरों और कंडक्टरों की छुट्टियां रद्द कर दी गई थीं। सोमवार शाम को 60 बसें कैथल जिले के गांवों और कॉलोनियों में भेज दी गई थीं, जो मंगलवार सुबह 10 बजे के आसपास अपने-अपने स्टॉप से कुरुक्षेत्र के लिए रवाना हुईं। इसके अलावा करीब 40 निजी और स्कूल बसें भी आरटीए ने कार्यक्रम हेतु भेजीं। बसों को समय पर रवाना करवाने के लिए प्रशासन ने विशेष ड्यूटी भी लगाई थी।
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Iइस संदर्भ में रोडवेज जीएम कमलजीत सिंह ने बताया कि 120 बसें कार्यक्रम में भेजी गईं। 83 बसें रूटों पर चलाई गईं। यात्रियों को परेशानी न हो, इसके लिए बसों के अतिरिक्त चक्कर लगवाए गए हैं।I
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Iयात्रियों की परेशानी, उनकी जुबानीI
Iआधा घंटे से बस नहीं मिली
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Iयात्री शुभम कोटड़ा ने बताया कि वह करनाल जाने के लिए बस अड्डे पर आधे घंटे से खड़ा था, लेकिन कोई बस नहीं आई। सरकारी बसें कार्यक्रम में भेज दी गईं, जिससे आम यात्रियों को परेशानी हुई। निजी वाहनों ने मनमाना किराया वसूला।
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I20 मिनट से बस नहीं आई
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Iयात्री दीपक कुमार ने बताया कि उसे हिसार जाना था, लेकिन 20 मिनट तक भी कोई रोडवेज बस नहीं मिली। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे कार्यक्रमों में निजी बसें भेजनी चाहिए, ताकि आम यात्रियों को सफर में दिक्कत न हो।I
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Iइन रूटों पर सबसे ज्यादा परेशानी
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Iजींद, करनाल, असंध, अंबाला, पिहोवा, दिल्ली, राजौंद, पूंडरी, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, किठाना, सेरधा, खरका, धनौरी, बालू, ढांड, डीग, रसूलपुर सहित सैकड़ों रूटों पर बसों की कमी बनी रही। कैथल डिपो की बसों में रोजाना करीब 20 हजार यात्री सफर करते हैं और लगभग 18 लाख रुपये की आमदनी होती है।I
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कैथल। बस कि और दौड़ते लोग

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