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Haryana: किसानों के अलग धड़े फिर भी गन्ना मूल्य बढ़ाने के लिए सभी अड़े, वार्ता विफल होने पर बढ़ा आक्रोश
अमर उजाला ब्यूरो, करनाल (हरियाणा)
Published by: भूपेंद्र सिंह
Updated Tue, 24 Jan 2023 11:30 PM IST
सार
बीते रोज सरकार से वार्ता विफल होने के बाद संगठनों में आक्रोश बढ़ा है। भाकियू चढ़ूनी गुट का मिलों के बाहर धरना-प्रदर्शन जारी है तो गोहाना रैली के विरोध की भी तैयारी है। टिकैत गुट की यमुनानगर के विलासपुर में बैठक हुई।
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शुगर मिल के सामने धरने पर बैठे किसान।
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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विस्तार
हरियाणा में गन्ना मूल्य को लेकर सरकार से वार्ता विफल होने के बाद किसान संगठनों में आक्रोश है। बीते पांच दिनों से जिलों की मिलों में पेराई ठप करा किसानों का धरना जारी है। यही नहीं बीते रोज जहां भाकियू चढ़ूनी गुट ने कुरुक्षेत्र में बैठक कर आगामी आंदोलन का एलान किया।
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इसके तहत बुधवार को शवयात्रा निकालकर चीनी मिलों के समक्ष पुतला दहन किया जाएगा और फिर 26 जनवरी को गन्ने की होली जलाई जाएगी। वहीं अब भाकियू टिकैत गुट ने यमुनानगर के विलासपुर में बैठक कर 26 जनवरी को जींद में महापंचायत की रणनीति बनाई। साथ ही संगठन पदाधिकारियों की ड्यूटी लगाई। दोनों ही धड़े गन्ना मूल्य बढ़ाने के लिए अलग-अलग रणनीति से आंदोलन कर रहे हैं।
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करनाल जिले में स्थिति तीनों चीनी मिलों सहित यमुनानगर, कैथल, पानीपत, कुरुक्षेत्र (शाहाबाद स्थित) और अंबाला की नारायणगढ़ शुगर मिल के बाहर किसानों का धरना-प्रदर्शन पांचवें दिन भी जारी रहा। इस दौरान किसानों ने 25 जनवरी को जिलों में ट्रैक्टर पर शवयात्रा निकालने और पुतला जलाने की तैयारियों पर चरचा की।
पानीपत स्थित प्रदेश की सबसे बड़ी डाहर शुगर मिल में बैठकर 25 जनवरी को होने वाली ट्रैक्टर परेड और बाइक रैली को लेकर रणनीति बनाई गई और किसानों को ड्यूटियां सौंपी गई। किसान ट्रैक्टर में शव यात्रा निकालकर अंतिम संस्कार करेंगे। किसानों का दावा है कि 10 हजार किसान ट्रैक्टर और बाइक रैली करके रोष प्रदर्शन करेंगे। अंबाला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर और कैथल में भी प्रदर्शन को लेकर तैयारी की गई।
दूसरी ओर मंगलवार को यमुनानगर के विलासपुर स्थित सरकारी विश्रामगृह में भाकियू टिकैत गुट की बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता रतनमान ने की। इस दौरान 26 जनवरी को जींद में महापंचायत की तैयारियों पर चरचा की गई और पदाधिकारियों की ड्यूटियां लगाई गई।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर धर्मनगरी में प्रशासन सतर्क
सर छोटूराम जयंती के उपलक्ष्य में बुधवार को धर्मनगरी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल शिरकत करेंगे। वहीं दूसरी ओर भाकियू चढ़ूनी गुट ने सरकार की शवयात्रा निकालकर प्रदर्शन का एलान किया है। ऐसे में किसानों के आक्रोश और सीएम के कार्यक्रम में विरोध की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट है। कार्यक्रम से पहले मंगलवार को डीसी शांतनु शर्मा और एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। साथ ही अधिनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। दूसरी ओर भाकियू पदाधिकारियों का कहना है कि वो मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का विरोध नहीं करेंगे, लेकिन गृहमंत्री अमित शाह की गोहाना में होने वाली रैली का विरोध अवश्य करेंगे।
महापंचायत में टिकैत होंगे शामिल, चढ़ूनी गुट राजनीतिक : रतनमान
गन्ना मूल्य बढ़ाने के लिए हम पहले से ही आंदोलन चला रहे हैं। गन्ना मूल्य सहित किसानों के अन्य मुद्दों को लेकर 26 जनवरी को जींद में महापंचायत होगी, जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत में शामिल होंगे। हमारा संगठन किसानों के लिए ही समर्पित है, जबकि गुरनाम सिंह चढ़ूनी गुट राजनीतिक है।
चढ़ूनी बोले- मुद्दा गन्ना मूल्य वृद्धि का, हम पहले से चला रहे आंदोलन
भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी का कहना है कि मुख्य मुद्दा गन्ना मूल्य वृद्धि का है, जिसके लिए हम पहले से आंदोलन चला रहे हैं। इस पर सभी किसान एकजुट हैं और आंदोलन में शामिल हैं। सरकार की अनदेखी से किसानों में आक्रोश है। यही कारण है कि अब 27 जनवरी को भाकियू की ओर से रोड जाम का एलान किया गया है।