{"_id":"690279c0f896949fab0ded4f","slug":"keep-a-watch-on-medical-stores-selling-narcotic-drugs-adc-karnal-news-c-338-1-kn11006-124405-2025-10-30","type":"story","status":"publish","title_hn":"नशे की दवा बेचने वाले मेडिकल स्टोरों पर रखें निगरानी : एडीसी","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
नशे की दवा बेचने वाले मेडिकल स्टोरों पर रखें निगरानी : एडीसी
विज्ञापन
विज्ञापन
संवाद न्यूज एजेंसी
करनाल। लघु सचिवालय के सभागार में बुधवार को जिला स्तरीय नार्को समन्वय समिति (एनकॉर्ड) की बैठक हुई। इसमें एडीसी सोनू भट्ट ने अधिकारियों को नशे की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग व ड्रग कंट्रोल अधिकारी को निर्देश दिए कि वह नशीली दवा बेचने वाले मेडिकल स्टोरों पर कड़ी निगरानी रखें। समय-समय पर क्रय-विक्रय का डाटा भी चेक करें ताकि नशीली दवाओं की बिक्री पर रोक लगाई जा सके।
बैठक में डीसीओ विकास राठी ने बताया कि सितंबर में 23 मेडिकल स्टोर्स की जांच की गई जिनमें से पांच को नोटिस जारी किया गया है। एडीसी ने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि नशा मुक्ति केंद्रों में सप्ताह में एक बार काउंसलर की विजिट अवश्य करवाएं ताकि नशा ग्रस्त लोगों को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया जा सके। सिविल सर्जन डॉ. पूनम चौधरी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला में नशा के विरुद्ध जागरूकता शिविर लगाए जा रहे हैं। साथ ही गत माह में जिला के स्कूल-कॉलेजों सहित विभिन्न गांवों में 36 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।
बैठक में एडीसी ने जिला न्यायवादी पंकज सैनी को कहा कि नशे से संबंधित सभी केसों की न्यायालय में अच्छे से पैरवी की जाए ताकि दोषियों को कड़ी सजा मिल सके। इस पर जिला न्यायवादी पंकज सैनी ने बताया कि सितंबर माह में 26 मुकदमे न्यायालय के समक्ष रखे गए थे, जिनमें से 13 मुकदमों में सजा, आठ मुकदमों में बरी व पांच मुकदमों में दोषियों को भगोड़ा घोषित किया गया।
एडीसी भट्ट ने सिंचाई विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि खेतों, नहरों के किनारों व ग्रामीण क्षेत्रों में भांग के पौधों को नष्ट किया जाए। बैठक में एएसपी कांची सिंघल, जिला न्यायवादी पंकज सैनी, डीडीपीओ कंचनलता, सिविल सर्जन डॉ. पूनम चौधरी, डीडीए डॉ. वजीर सिंह, जिला रेडक्रॉस सोसायटी सचिव कुलबीर मलिक, डीसीओ विकास राठी आदि मौजूद रहे।
करनाल। लघु सचिवालय के सभागार में बुधवार को जिला स्तरीय नार्को समन्वय समिति (एनकॉर्ड) की बैठक हुई। इसमें एडीसी सोनू भट्ट ने अधिकारियों को नशे की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग व ड्रग कंट्रोल अधिकारी को निर्देश दिए कि वह नशीली दवा बेचने वाले मेडिकल स्टोरों पर कड़ी निगरानी रखें। समय-समय पर क्रय-विक्रय का डाटा भी चेक करें ताकि नशीली दवाओं की बिक्री पर रोक लगाई जा सके।
बैठक में डीसीओ विकास राठी ने बताया कि सितंबर में 23 मेडिकल स्टोर्स की जांच की गई जिनमें से पांच को नोटिस जारी किया गया है। एडीसी ने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि नशा मुक्ति केंद्रों में सप्ताह में एक बार काउंसलर की विजिट अवश्य करवाएं ताकि नशा ग्रस्त लोगों को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया जा सके। सिविल सर्जन डॉ. पूनम चौधरी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला में नशा के विरुद्ध जागरूकता शिविर लगाए जा रहे हैं। साथ ही गत माह में जिला के स्कूल-कॉलेजों सहित विभिन्न गांवों में 36 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
बैठक में एडीसी ने जिला न्यायवादी पंकज सैनी को कहा कि नशे से संबंधित सभी केसों की न्यायालय में अच्छे से पैरवी की जाए ताकि दोषियों को कड़ी सजा मिल सके। इस पर जिला न्यायवादी पंकज सैनी ने बताया कि सितंबर माह में 26 मुकदमे न्यायालय के समक्ष रखे गए थे, जिनमें से 13 मुकदमों में सजा, आठ मुकदमों में बरी व पांच मुकदमों में दोषियों को भगोड़ा घोषित किया गया।
एडीसी भट्ट ने सिंचाई विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि खेतों, नहरों के किनारों व ग्रामीण क्षेत्रों में भांग के पौधों को नष्ट किया जाए। बैठक में एएसपी कांची सिंघल, जिला न्यायवादी पंकज सैनी, डीडीपीओ कंचनलता, सिविल सर्जन डॉ. पूनम चौधरी, डीडीए डॉ. वजीर सिंह, जिला रेडक्रॉस सोसायटी सचिव कुलबीर मलिक, डीसीओ विकास राठी आदि मौजूद रहे।