रेवाड़ी। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र सिंह के निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है। धारूहेड़ा निवासी जेपी यादव ने धर्मेंद्र से जुड़ी यादों को साझा किया है।
जेपी यादव ने बताया कि धर्मेंद्र सिर्फ परदे के हीरो नहीं थे, बल्कि एक उत्साही, सरल और हंसमुख इंसान भी थे। अजीज दोस्त नहीं रहे...यह फिल्म जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनकी यादें भुलाई नहीं जा सकतीं।
यादव ने बताया कि दिल्ली के ताज मान सिंह होटल में जब धर्मेंद्र ने अपने हाथों से उन्हें लड्डू खिलाए थे, वह मिठास आज भी उनके मन में ताजा है। उन्होंने कहा था कि मुंडे खा ले, देसी है। वह कहते हैं बंदे में कुछ करने की इच्छा हो तो कोई काम मुश्किल नहीं होता, यह बात धर्मेंद्र हमेशा प्रेरणा के रूप में कहते थे।
पूर्व पार्षद प्रदीप भार्गव ने बताया कि लगभग 40 साल पहले धर्मेंद्र कुतुबपुर मोहल्ले में अपनी मौसी से मिलने आए थे। उस समय लोग उन्हें देखने के लिए दूर-दूर से पहुंच गए थे। भार्गव ने कहा कि जहां धर्मेंद्र की मौसी का परिवार रहता था, वह परिवार अब काफी समय पहले यहां से जा चुका है।