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Rewari News: कर्मचारियों ने ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी का किया विरोध
संवाद न्यूज एजेंसी, रेवाड़ी
Updated Sat, 13 Dec 2025 11:47 PM IST
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मांगों को लेकर प्रदर्शन करते बिजली निगम के कर्मचारी। स्रोत : यूनियन
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कोसली। हरियाणा स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड वर्कर्स यूनियन की सब यूनिट की तरफ से नाहड़ बिजली निगम परिसर में विरोध, प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन 2 घंटे तक हुआ। इसमें कर्मचारियों ने सरकार द्वारा लागू की गई ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी के खिलाफ विरोध दर्ज कराया।
इस विरोध कार्यक्रम की अध्यक्षता रमेश ने की जबकि कार्यक्रम का संचालन स्टेट संचालक राजवीर द्वारा किया गया। दोनों नेताओं ने कर्मचारियों की समस्याओं और ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी के दुष्प्रभावों पर विस्तार से चर्चा की और सरकार द्वारा कर्मचारियों की आवाज को अनसुना किए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की।
विरोध प्रदर्शन में यूनियन के कई वरिष्ठ और सक्रिय पदाधिकारी उपस्थित रहे जिनमें प्रमुख रूप से सब यूनिट प्रधान धर्मेंद्र, सेक्रेटरी कर्मवीर, जयपाल, सुनील प्रधान, महासंघ चेयरमैन आशीष जाखड़, संगठनकर्ता चिराग आदि कर्मचारी शामिल थे। सभी सदस्यों ने कहा कि यह नीति कर्मचारियों के हितों के विपरीत है और इससे विभाग में असमानता, अव्यवस्था और तनाव बढ़ रहा है।
वक्ताओं ने स्पष्ट कहा कि सरकार द्वारा लागू की गई ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी कर्मचारियों की वरिष्ठता, पारिवारिक परिस्थितियां, कार्यस्थल की आवश्यकताएं और फील्ड की वास्तविक जरूरतों को ध्यान में नहीं रखती। इससे कर्मचारियों में भारी रोष है और यह नीति पूरी तरह अव्यावहारिक व कर्मचारी-विरोधी साबित हो रही है।
ह भी प्रमुख रूप से उठाया गया कि फील्ड स्टाफ की ड्यूटी बार-बार बदलने से कर्मचारियों को संबंधित फीडर्स की पूरी जानकारी नहीं रहती, जिससे लाइन पर काम करते समय भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है। इसके कारण एक्सीडेंट और दुर्घटना मामलों के बढ़ने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं, जो कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए बेहद गंभीर चिंता का विषय है। यूनियन ने इसे नीति का सबसे खतरनाक पक्ष बताया।
यूनियन ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने कर्मचारियों की न्यायोचित मांगों को गंभीरता से नहीं लिया और इस अलोकतांत्रिक नीति को वापस नहीं लिया।
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इस विरोध कार्यक्रम की अध्यक्षता रमेश ने की जबकि कार्यक्रम का संचालन स्टेट संचालक राजवीर द्वारा किया गया। दोनों नेताओं ने कर्मचारियों की समस्याओं और ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी के दुष्प्रभावों पर विस्तार से चर्चा की और सरकार द्वारा कर्मचारियों की आवाज को अनसुना किए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की।
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विरोध प्रदर्शन में यूनियन के कई वरिष्ठ और सक्रिय पदाधिकारी उपस्थित रहे जिनमें प्रमुख रूप से सब यूनिट प्रधान धर्मेंद्र, सेक्रेटरी कर्मवीर, जयपाल, सुनील प्रधान, महासंघ चेयरमैन आशीष जाखड़, संगठनकर्ता चिराग आदि कर्मचारी शामिल थे। सभी सदस्यों ने कहा कि यह नीति कर्मचारियों के हितों के विपरीत है और इससे विभाग में असमानता, अव्यवस्था और तनाव बढ़ रहा है।
वक्ताओं ने स्पष्ट कहा कि सरकार द्वारा लागू की गई ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी कर्मचारियों की वरिष्ठता, पारिवारिक परिस्थितियां, कार्यस्थल की आवश्यकताएं और फील्ड की वास्तविक जरूरतों को ध्यान में नहीं रखती। इससे कर्मचारियों में भारी रोष है और यह नीति पूरी तरह अव्यावहारिक व कर्मचारी-विरोधी साबित हो रही है।
ह भी प्रमुख रूप से उठाया गया कि फील्ड स्टाफ की ड्यूटी बार-बार बदलने से कर्मचारियों को संबंधित फीडर्स की पूरी जानकारी नहीं रहती, जिससे लाइन पर काम करते समय भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है। इसके कारण एक्सीडेंट और दुर्घटना मामलों के बढ़ने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं, जो कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए बेहद गंभीर चिंता का विषय है। यूनियन ने इसे नीति का सबसे खतरनाक पक्ष बताया।
यूनियन ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने कर्मचारियों की न्यायोचित मांगों को गंभीरता से नहीं लिया और इस अलोकतांत्रिक नीति को वापस नहीं लिया।