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बच्चों की प्रतिभा निखारने में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण : डॉ. बीर सिंह
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डायट हुसैनपुर के परिसर में कार्यशाला के दौरान एकत्रित हुए शिक्षक। स्रोत : विभाग
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रेवाड़ी। एससीआरटी गुरुग्राम के तत्वावधान में डायट हुसैनपुर में कक्षा 6 से 8 तक पढ़ने वाले विभिन्न विषयों के अध्यापकों का एक दिवसीय कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। इन कार्यशालाओं में अब तक विभिन्न क्लस्टरों से 100 अध्यापकों ने भाग लिया। मंगलवार से रेवाड़ी खंड से हिंदी व बावल खंड से गणित विषय के अध्यापकों की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
एक दिवसीय कार्यशाला में जाटूसाना खंड से आए सामाजिक विज्ञान विषय के अध्यापकों को संबोधित करते हुए प्रशिक्षण विंग के प्रभारी डॉ. बीर सिंह वरिष्ठ प्राध्यापक ने कहा कि क्लस्टर स्तरीय कार्यशालाओं का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, नवाचार, कौशल संवर्धन, नई शिक्षण पद्धतियों और प्रशिक्षणों का आंकलन करना है।
यहां बाल-केंद्रित शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करते हैं जिससे शिक्षा प्रणाली को और बेहतर बनाया जा सके। पिछले माह से कक्षा 6 से 8 तक पढ़ाने वाले विभिन्न विषयों हिंदी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान एवं अंग्रेजी के अध्यापकों की ये एक दिवसीय कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं।
वीरेंद्र सिंह, हरिशचंद व सुदेश शर्मा ने मास्टर ट्रेनर की भूमिका निभाई। संस्थान से डॉ. विजय सिंह, डॉ. सरोज यादव, डॉ. मंजू बाला, डॉ. संगीता, रितु यादव, डॉ. सुरेंद्र, सुदेश कुमारी, बबीता यादव, सत्यपाल उपस्थित रहे।
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एक दिवसीय कार्यशाला में जाटूसाना खंड से आए सामाजिक विज्ञान विषय के अध्यापकों को संबोधित करते हुए प्रशिक्षण विंग के प्रभारी डॉ. बीर सिंह वरिष्ठ प्राध्यापक ने कहा कि क्लस्टर स्तरीय कार्यशालाओं का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, नवाचार, कौशल संवर्धन, नई शिक्षण पद्धतियों और प्रशिक्षणों का आंकलन करना है।
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यहां बाल-केंद्रित शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करते हैं जिससे शिक्षा प्रणाली को और बेहतर बनाया जा सके। पिछले माह से कक्षा 6 से 8 तक पढ़ाने वाले विभिन्न विषयों हिंदी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान एवं अंग्रेजी के अध्यापकों की ये एक दिवसीय कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं।
वीरेंद्र सिंह, हरिशचंद व सुदेश शर्मा ने मास्टर ट्रेनर की भूमिका निभाई। संस्थान से डॉ. विजय सिंह, डॉ. सरोज यादव, डॉ. मंजू बाला, डॉ. संगीता, रितु यादव, डॉ. सुरेंद्र, सुदेश कुमारी, बबीता यादव, सत्यपाल उपस्थित रहे।