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Rohtak News: बेटा ही नहीं रहा तो पांच लाख का क्या करेंगे, हार्दिक के नाम से इंडोर स्टेडियम बने

Rohtak Bureau रोहतक ब्यूरो
Updated Fri, 28 Nov 2025 03:06 AM IST
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What good will the five lakh rupees do if the son is no more? An indoor stadium should be built in Hardik's name.
रोहतक के लाखन माजरा में बास्केटबॉल ​खिलाड़ी हार्दिक के निधन के बाद शोकाकुल परिवार को सांत्वना द
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माई सिटी रिपोर्टर
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रोहतक। खेल मंत्री गौरव गौतम वीरवार को लाखनमाजरा पहुंचे और राष्ट्रीय बास्केटबॉल खिलाड़ी हार्दिक राठी के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने सरकार की तरफ से परिवार को पांच लाख की आर्थिक सहायता देने की बात कही। जवाब में हार्दिक के पिता संदीप दो टूक बोले-बेटा ही नहीं रहा तो पांच लाख का क्या करेंगे। गांव में हार्दिक के नाम से इंडोर स्टेडियम बनाया जाए।
वहीं, हार्दिक राठी की मौत मामले में डीसी सचिन गुप्ता ने अपनी देखरेख में जांच कमेटी गठित कर दी है। इसमें रोहतक, महम, सांपला, कलानौर के एसडीएम व अन्य अधिकारियों को शामिल किया गया हैं। यह कमेटी जिले के विभिन्न स्टेडियमों में खेल सुविधाओं की जानकारी जुटाएगी।
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वहीं, पंजाब के सीएम भगवत मान ने वीरवार दोपहर लाखनमाजरा पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की व उन्हें ढांढ़स बंधाया। इधर, इनेलो सुप्रीमो अभय चौटाला ने मामले में लीपापोती का आरोप लगाया है। कस्बे में वीआईपी के आगमन की खबर लगते ही पुलिस व खुफिया विभाग अलर्ट हो गया। सुबह खेल मंत्री ने हार्दिक के पिता संदीप व अन्य परिजनों से मुलाकात की। यहां उन्होंने उचित कार्रवाई व हर संभव सहायता देने की बात कही।
इसके बाद दोपहर को पंजाब के मुख्यमंत्री आए। इन्होंने सरकार की खेल नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। खेल मैदान से खिलाड़ी का शव निकलेगा तो कौन अपने बच्चे खेल मैदान पर भेजेगा।

संदीप ने कहा कि सरकार ने आर्थिक मदद देने की बात कही है। इससे हमारा बेटा वापस नहीं आएगा। सरकार इस राशि से हार्दिक के नाम से इंडोर स्टेडियम बना दे। इससे गांव के बच्चे सर्दी, गर्मी व बारिश में अभ्यास कर सकेंगे। खेल सुविधाओं के लिए कमेटी बने। यह कमेटी व्यवस्था बनाने का काम करे। मैदान पर बास्केटबॉल का नया पोल पहले लग जाता तो हार्दिक की जान नहीं जाती।
इधर, इनेेलो सुप्रीमो ने कहा कि मामले में लीपापोती हो रही है। हादसे के लिए डीएसओ ही दोषी नहीं है। इससे ऊपर भी कई और लोग हैं। खेल सुविधाओं के नाम पर फर्जी बिल बनाए गए हैं।

इस साल विभाग ने नहीं दी नर्सरी
खेल विभाग ने लाखनमाजरा स्टेडियम में इस वर्ष बास्केटबॉल की नर्सरी नहीं दी है। पिछले वर्ष इलाके के खिलाड़ी नर्सरी में हुनर निखार रहे थे। इस वर्ष यहां को कबड्डी की नर्सरी दी गई है। जिले में पिछले तीन माह से नियमित जिला खेल अधिकारी ही नहीं है। यह जिम्मेदारी कार्यवाहक डीएसओ के रूप में दी जा रही है।
स्टेडियम के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी : एक्सईएन
इधर, गांव के पंचायती स्टेडियम के लिए 11 नवंबर को काम शुरू होना था जो शुरू नहीं हुआ है। पंचायतीराज विभाग के एक्सईएन नवीन कुमार ने कहा कि गांव के युवाओं ने स्टेडियम का मिट्टी भरत की बात कहते हुए कुछ समय बाद काम शुरू करने की अपील की थी। इसका इंतजार किया जा रहा है। विभाग काम करने के लिए तैयार है। इसके लिए बजट आ गया है। गांव के खरैंटी रोड स्थित राजीव गांधी स्टेडियम की मरम्मत के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है। इसके लिए 12 लाख रुपये आ चुके हैं।
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