{"_id":"69307817224ce522ee08277d","slug":"dispensary-runs-out-of-cough-medicine-patients-forced-to-buy-it-from-outside-sirsa-news-c-128-1-slko1008-148793-2025-12-03","type":"story","status":"publish","title_hn":"Sirsa News: डिस्पेंसरी में खांसी की दवा खत्म, मरीज बाहर से लेने को मजबूर","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Sirsa News: डिस्पेंसरी में खांसी की दवा खत्म, मरीज बाहर से लेने को मजबूर
विज्ञापन
सिरसा। अस्पताल में बने प्रधानमंत्री जन औषधी केंद्र पर लगी मरीजों की भीड़। संवाद
विज्ञापन
सिरसा। जिले में सूखी ठंड के बढ़ते असर के बीच वायरल बुखार के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। प्रतिदिन नागरिक अस्पताल में करीब 50 मरीज वायरल बुखार के पहुंच रहे हैं। इनमें खांसी, जुकाम और बदन दर्द के मामले सबसे अधिक हैं। बाल रोग विशेषज्ञ और छाती रोग विशेषज्ञ की ओपीडी में ही प्रतिदिन 250 से अधिक मरीज देखे जा रहे हैं। इनमें से लगभग 60 मरीज खांसी-जुकाम से ग्रसित मिल रहे हैं।
मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच अस्पताल की डिस्पेंसरी में खांसी की दवा का स्टॉक खत्म हो चुका है। डॉक्टरों की पर्ची लेकर दवा काउंटर पर पहुंचने वाले मरीजों को घंटों लाइन में खड़े होने के बाद भी पूरी दवा नहीं मिल पा रही। जांच में पता चला है कि कई दवाएं डिस्पेंसरी में उपलब्ध ही नहीं हैं, जबकि कुछ दवाएं अत्यंत सीमित मात्रा में हैं।
कई मरीजों को यह कहकर लौटा दिया गया कि प्राइमरी जन औषधि केंद्र (कमरा नंबर 52) पर दवाएं उपलब्ध हैं, लेकिन वहां भी स्टॉक अधूरा ही मिला। मजबूरन मरीजों को निजी मेडिकल स्टोर से महंगी दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं। अस्पताल में मुफ्त मिलने वाली दवाएं बाहर निजी मेडिकल स्टोर पर 70 से 150 रुपये में खरीदनी पड़ रही हैं।
अस्पताल प्रबंधन के पास करीब 400 दवाइयां उपलब्ध
यह हाल मात्र वायरल बुखार की दवा का ही नहीं बल्कि अस्पताल में लगभग 543 दवाइयां सरकार की ओर से मरीजों को देनी तय है। इनमें से अस्पताल प्रबंधन के पास करीब 400 दवाइयां ही उपलब्ध हैं अन्य दवाइयां मरीजों को बाहर से लेनी पड़ती है। वहीं अस्पताल प्रबंधन के अधिकारियों का कहना है कि बीते कई महीनों से बजट की कमी के चलते दवाइयों की खरीद रुकी हुई है। इसकी सूचना उच्च विभाग को भी दी गई है।
पैरासिटामोल सिरप सहित एंटीबायोटिक दवा एक माह से खत्म
अस्पताल में दवा लेने के लिए आए मरीज बलजिंद्र सिंह व हरपाल सिंह ने बताया कि अस्पताल में दवा लेने के लिए आए हैं, चिकित्सक को दिखाने के बाद दवा काउंटर पर पर्ची में आधी दवाइयां मिली हैं, अन्य दवाइयों के लिए प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर लाइन में लगे हैं अगर यहां मिली तो ठीक नहीं बाहर से लेनी पड़ेगी। चिकित्सक अपनी पर्ची में वायरल बुखार के मरीजों को पैरासीटामोल, एलर्जी व एंटीबायोटिक दवाएं ही लिखते हैं, जो करीब बीते एक माह से खत्म हैं। वहीं कुछ दवाएं अस्पताल में न मिलने पर प्रधानमंत्री औषधी केंद्र मरीजों का सहारा बना हुआ है। ऐसे में चिकित्सक की पर्ची पर मात्र आधी दवाइयां ही मिल पाती हैं।
-- -- -
नागरिक अस्पताल की डिस्पेंसरी में दवा न मिलने पर मरीज जन औषधि केंद्र में दवा लेने के लिए आते हैं, चिकित्सक की ओर से लिखी मरीज की पर्ची के अनुरूप दवा दे दी जाती है। जन औषधी केंद्र में सरकारी रेटों के अनुसार मरीजों को दवा दी जाती है। वहीं कुछ दवाएं ऐसी होती हैं जो हमारे पास भी नहीं होती ऐसे में मरीजों को अन्य स्थानों से लेनी पड़ती है। - ललित जुनेजा, इंचार्ज, प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र, सिरसा।
-- -- -
नागरिक अस्पताल में मिलने वाली दवाइयों की समस्या तो है, इसके लिए उच्च स्वास्थ्य विभाग को पत्राचार से अवगत करवाकर बजट की मांग की जा गई है। बजट के आने के बाद ही समस्या का समाधान होगा। वहीं अस्पताल में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर भी काफी तरह की दवाइयां उपलब्ध हैं। - डॉ. पवन कुमार, पीएमओ, नागरिक अस्पताल, सिरसा।
Trending Videos
मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच अस्पताल की डिस्पेंसरी में खांसी की दवा का स्टॉक खत्म हो चुका है। डॉक्टरों की पर्ची लेकर दवा काउंटर पर पहुंचने वाले मरीजों को घंटों लाइन में खड़े होने के बाद भी पूरी दवा नहीं मिल पा रही। जांच में पता चला है कि कई दवाएं डिस्पेंसरी में उपलब्ध ही नहीं हैं, जबकि कुछ दवाएं अत्यंत सीमित मात्रा में हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
कई मरीजों को यह कहकर लौटा दिया गया कि प्राइमरी जन औषधि केंद्र (कमरा नंबर 52) पर दवाएं उपलब्ध हैं, लेकिन वहां भी स्टॉक अधूरा ही मिला। मजबूरन मरीजों को निजी मेडिकल स्टोर से महंगी दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं। अस्पताल में मुफ्त मिलने वाली दवाएं बाहर निजी मेडिकल स्टोर पर 70 से 150 रुपये में खरीदनी पड़ रही हैं।
अस्पताल प्रबंधन के पास करीब 400 दवाइयां उपलब्ध
यह हाल मात्र वायरल बुखार की दवा का ही नहीं बल्कि अस्पताल में लगभग 543 दवाइयां सरकार की ओर से मरीजों को देनी तय है। इनमें से अस्पताल प्रबंधन के पास करीब 400 दवाइयां ही उपलब्ध हैं अन्य दवाइयां मरीजों को बाहर से लेनी पड़ती है। वहीं अस्पताल प्रबंधन के अधिकारियों का कहना है कि बीते कई महीनों से बजट की कमी के चलते दवाइयों की खरीद रुकी हुई है। इसकी सूचना उच्च विभाग को भी दी गई है।
पैरासिटामोल सिरप सहित एंटीबायोटिक दवा एक माह से खत्म
अस्पताल में दवा लेने के लिए आए मरीज बलजिंद्र सिंह व हरपाल सिंह ने बताया कि अस्पताल में दवा लेने के लिए आए हैं, चिकित्सक को दिखाने के बाद दवा काउंटर पर पर्ची में आधी दवाइयां मिली हैं, अन्य दवाइयों के लिए प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर लाइन में लगे हैं अगर यहां मिली तो ठीक नहीं बाहर से लेनी पड़ेगी। चिकित्सक अपनी पर्ची में वायरल बुखार के मरीजों को पैरासीटामोल, एलर्जी व एंटीबायोटिक दवाएं ही लिखते हैं, जो करीब बीते एक माह से खत्म हैं। वहीं कुछ दवाएं अस्पताल में न मिलने पर प्रधानमंत्री औषधी केंद्र मरीजों का सहारा बना हुआ है। ऐसे में चिकित्सक की पर्ची पर मात्र आधी दवाइयां ही मिल पाती हैं।
नागरिक अस्पताल की डिस्पेंसरी में दवा न मिलने पर मरीज जन औषधि केंद्र में दवा लेने के लिए आते हैं, चिकित्सक की ओर से लिखी मरीज की पर्ची के अनुरूप दवा दे दी जाती है। जन औषधी केंद्र में सरकारी रेटों के अनुसार मरीजों को दवा दी जाती है। वहीं कुछ दवाएं ऐसी होती हैं जो हमारे पास भी नहीं होती ऐसे में मरीजों को अन्य स्थानों से लेनी पड़ती है। - ललित जुनेजा, इंचार्ज, प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र, सिरसा।
नागरिक अस्पताल में मिलने वाली दवाइयों की समस्या तो है, इसके लिए उच्च स्वास्थ्य विभाग को पत्राचार से अवगत करवाकर बजट की मांग की जा गई है। बजट के आने के बाद ही समस्या का समाधान होगा। वहीं अस्पताल में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर भी काफी तरह की दवाइयां उपलब्ध हैं। - डॉ. पवन कुमार, पीएमओ, नागरिक अस्पताल, सिरसा।