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Sirsa News: आज दोपहिया वाहन चालकों के लिए खुलेगा मिनी बाईपास
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सिरसा। सीवरेज पाइप लाइन का काम होने के बाद गड्डे में मिट्टी भरते हुए। संवाद
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सिरसा। मिनी बाईपास पर चतरगढ़पट्टी फाटक के पास मुख्य सीवरेज लाइन बिछाने का काम जारी है। इस काम के चलते एक माह मिनी बाईपास को आवागमन के लिए बंद किया गया। बुधवार को आधी सड़क पर मिट्टी डालने काम पूरा किया गया। क्योंकि दो मैनहोल बनाने का काम हो चुका है, लेकिन उनके ढक्कन बनाने में अभी तीन-चार दिन का वक्त लगेगा।
ऐसे में दोपहिया वाहनों के लिए पूरी तरह से रास्ता चार दिसंबर को खोल दिया जाएगा। हालांकि, चार पहिया वाहन चालकों के लिए दो से तीन दिन का वक्त और लग सकता है। चार दिसंबर को यातायात पुलिस को यहां पर विशेष रूप से निगरानी करनी होगी। वहीं, जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ रायसिंह सिद्धू की मानें तो लाइन बिछाने का काम पूरा हो चुका है। मैनहोल की स्लैब या ढक्कन में वक्त लगेगा। ऐसे में आधा रास्ता दुरुस्त करवा दिया जाएगा। लोडिंग वाहनों के लिए यह रास्ता खतरनाक रहेगा। मिट्टी कच्ची होने के कारण बैठेगी। इसलिए शहरवासियों से अपील है कि चार पहिया वाहन इससे न गुजारें, जब तक मिट्टी सही से दुरुस्त नहीं होती है।
चार नवंबर से शुरू हुआ था काम
चार नवंबर से जन स्वास्थ्य विभाग की एजेंसी की ओर से सीवरेज लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया है। इस काम को चार दिसंबर को एक माह पूरा हो जाएगा। एक माह से दोपहिया व चार पहिया वाहन चालक परेशान हैं। खासतौर पर पांच कॉलोनियों के लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। इस रोड से 50 हजार के आसपास दोपहिया व चार पहिया वाहन गुजरते हैं। भारी संख्या में बड़े वाहन भी रानियां रोड व मंडी में आते जाते हैं।
बाजारों में जाम लगने से होती है लोगों को परेशानी
चतरगढ़पट्टी फाटक से 40 से 50 हजार वाहन गुजरते हैं। इनमें 10 हजार के करीब भारी वाहन होते हैं, जो शहर के बाईपास से गुजारे जा रहे हैं। वहीं अन्य वाहन शहर के बीचों बीच से गुजर रहे हैं और बसों का भी यही रूट बना हुआ है। इस कारण शहर में जाम की स्थिति बनी रहती है। खासतौर सोमवार, मंगलवार और बुधवार को लोगों को जाम से परेशान होना पड़ता है। स्कूलों की छुट्टी के समय सबसे ज्यादा वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
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90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। दोपहिया वाहन चालकों के लिए वीरवार को व्यवस्था बना दी जाएगी। लोडिंग वाहनों व चार पहिया वाहनों को दो से तीन दिन इंतजार करना होगा।
- रायसिंह सिद्धू, एसडीओ, जन स्वास्थ्य विभाग।
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ऐसे में दोपहिया वाहनों के लिए पूरी तरह से रास्ता चार दिसंबर को खोल दिया जाएगा। हालांकि, चार पहिया वाहन चालकों के लिए दो से तीन दिन का वक्त और लग सकता है। चार दिसंबर को यातायात पुलिस को यहां पर विशेष रूप से निगरानी करनी होगी। वहीं, जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ रायसिंह सिद्धू की मानें तो लाइन बिछाने का काम पूरा हो चुका है। मैनहोल की स्लैब या ढक्कन में वक्त लगेगा। ऐसे में आधा रास्ता दुरुस्त करवा दिया जाएगा। लोडिंग वाहनों के लिए यह रास्ता खतरनाक रहेगा। मिट्टी कच्ची होने के कारण बैठेगी। इसलिए शहरवासियों से अपील है कि चार पहिया वाहन इससे न गुजारें, जब तक मिट्टी सही से दुरुस्त नहीं होती है।
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चार नवंबर से शुरू हुआ था काम
चार नवंबर से जन स्वास्थ्य विभाग की एजेंसी की ओर से सीवरेज लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया है। इस काम को चार दिसंबर को एक माह पूरा हो जाएगा। एक माह से दोपहिया व चार पहिया वाहन चालक परेशान हैं। खासतौर पर पांच कॉलोनियों के लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। इस रोड से 50 हजार के आसपास दोपहिया व चार पहिया वाहन गुजरते हैं। भारी संख्या में बड़े वाहन भी रानियां रोड व मंडी में आते जाते हैं।
बाजारों में जाम लगने से होती है लोगों को परेशानी
चतरगढ़पट्टी फाटक से 40 से 50 हजार वाहन गुजरते हैं। इनमें 10 हजार के करीब भारी वाहन होते हैं, जो शहर के बाईपास से गुजारे जा रहे हैं। वहीं अन्य वाहन शहर के बीचों बीच से गुजर रहे हैं और बसों का भी यही रूट बना हुआ है। इस कारण शहर में जाम की स्थिति बनी रहती है। खासतौर सोमवार, मंगलवार और बुधवार को लोगों को जाम से परेशान होना पड़ता है। स्कूलों की छुट्टी के समय सबसे ज्यादा वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। दोपहिया वाहन चालकों के लिए वीरवार को व्यवस्था बना दी जाएगी। लोडिंग वाहनों व चार पहिया वाहनों को दो से तीन दिन इंतजार करना होगा।
- रायसिंह सिद्धू, एसडीओ, जन स्वास्थ्य विभाग।