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Yamuna Nagar News: सीसीयू मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट
संवाद न्यूज एजेंसी, यमुना नगर
Updated Tue, 16 Sep 2025 01:11 AM IST
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जिला अस्पताल में इसी जमीन पर होना था सीसीयू का निर्माण। आर्काइव
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संवाद न्यूज एजेंसी
यमुनानगर। मुकंद लाल जिला नागरिक अस्पताल के परिसर में अब क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) का निर्माण नहीं होगा। अस्पताल के बजाय सीसीयू को अब पांजूपुर में निर्माणाधीन गुरु तेग बहादुर मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया है।
करीब 33 करोड़ रुपये से बनने वाली सीसीयू यदि अस्पताल परिसर में बन जाती तो इससे गंभीर रोगों के मरीजों को काफी फायदा होगा। अस्पताल में सीसीयू को बनाने की प्रक्रिया कोरोना महामारी के बाद शुरू हुई थी। तब से कभी इसका सर्वे चल रहा था तो कभी चयनित जमीन से मिट्टी के सैंपल लिए गए। यहां तक की सीसीयू के भवन की ड्राइंग जनवरी 2024 में ही फाइनल कर दी गई थी।
जिला अस्पताल में सीसीयू निर्माण को सिरे चढ़ाने के लिए टीमें लगातार चयनित जमीन का दौरा कर रही थी। इसी साल जनवरी में टीम ने सीसीयू में लगने वाले ऑक्सीजन प्लांट, पावर सब स्टेशन व गंदे पानी की निकासी के लिए सीवरेज सिस्टम लगाने की योजना बना दी थी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कहां तो जल्द ही सीसीयू की नींव रखने की योजना बना रहे थे और अब इसको अचानक मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया।
इस यूनिट का निर्माण प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत होना है। इसके तीन मंजिला भवन में गंभीर रोगों के मरीजों के लिए 50 बेड की व्यवस्था होनी है। जिला नागरिक अस्पताल में सिविल सर्जन कार्यालय के सामने खाली पड़ी जमीन पर इसका निर्माण होना था। यह जमीन करीब सात हजार वर्ग मीटर थी।
सीसीयू का निर्माण पहले जिला नागरिक अस्पताल परिसर में खाली जमीन पर होना था। अब सरकार ने इसे पांजूपुर में बन रहे मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया है। वहीं पर इसका निर्माण होगा। - डॉ. मंजीत सिंह, सिविल सर्जन, स्वास्थ्य विभाग।

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यमुनानगर। मुकंद लाल जिला नागरिक अस्पताल के परिसर में अब क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) का निर्माण नहीं होगा। अस्पताल के बजाय सीसीयू को अब पांजूपुर में निर्माणाधीन गुरु तेग बहादुर मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया है।
करीब 33 करोड़ रुपये से बनने वाली सीसीयू यदि अस्पताल परिसर में बन जाती तो इससे गंभीर रोगों के मरीजों को काफी फायदा होगा। अस्पताल में सीसीयू को बनाने की प्रक्रिया कोरोना महामारी के बाद शुरू हुई थी। तब से कभी इसका सर्वे चल रहा था तो कभी चयनित जमीन से मिट्टी के सैंपल लिए गए। यहां तक की सीसीयू के भवन की ड्राइंग जनवरी 2024 में ही फाइनल कर दी गई थी।
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जिला अस्पताल में सीसीयू निर्माण को सिरे चढ़ाने के लिए टीमें लगातार चयनित जमीन का दौरा कर रही थी। इसी साल जनवरी में टीम ने सीसीयू में लगने वाले ऑक्सीजन प्लांट, पावर सब स्टेशन व गंदे पानी की निकासी के लिए सीवरेज सिस्टम लगाने की योजना बना दी थी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कहां तो जल्द ही सीसीयू की नींव रखने की योजना बना रहे थे और अब इसको अचानक मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया।
इस यूनिट का निर्माण प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत होना है। इसके तीन मंजिला भवन में गंभीर रोगों के मरीजों के लिए 50 बेड की व्यवस्था होनी है। जिला नागरिक अस्पताल में सिविल सर्जन कार्यालय के सामने खाली पड़ी जमीन पर इसका निर्माण होना था। यह जमीन करीब सात हजार वर्ग मीटर थी।
सीसीयू का निर्माण पहले जिला नागरिक अस्पताल परिसर में खाली जमीन पर होना था। अब सरकार ने इसे पांजूपुर में बन रहे मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया है। वहीं पर इसका निर्माण होगा। - डॉ. मंजीत सिंह, सिविल सर्जन, स्वास्थ्य विभाग।