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Bilaspur News: घुमारवीं में स्वास्थ्य कर्मचारियों को परेशान करने के आरोप
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बहुद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी महासंघ ने उठाया मुद्दा
मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री को शिकायत भेजेगा महासंघ
संवाद न्यूज एजेंसी
घुमारवीं/भगेड़ (बिलासपुर)। बहुद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी महासंघ ने स्वास्थ्य खंड घुमारवीं में महिला एवं पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। संघ का कहना है कि स्वास्थ्य कर्मचारियों की ओर से जो लिखित शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें अधिकारियों की ओर से बार-बार एक ही आयुष्मान आरोग्य मंदिर में अनावश्यक विजिट करने, बिना कारण पत्र जारी करने और मासिक बैठकों में अभद्र व्यवहार करने के आरोप लगाए गए हैं।
महासंघ के राज्य महासचिव सुरेश चंदेल ने बताया कि शिकायतों में यह भी कहा गया है कि यदि किसी कर्मचारी को अचानक किसी पारिवारिक या व्यक्तिगत कारण से आकस्मिक अवकाश की आवश्यकता पड़ती है तो उनसे दो दिन पहले छुट्टी स्वीकृत करवाने का दबाव बनाया जाता है। ऐसा न करने पर कर्मचारियों को धमकियां दी जाती हैं या पत्रों के माध्यम से उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया जाता है। उन्होंने कहा कि बीमार बच्चों या परिवार के अन्य सदस्यों की स्थिति में भी छुट्टी देने से मना किया जा रहा है और बैठकों में सभी कर्मचारियों के सामने अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया जाता है। उन्होंने कहा कि महिला एवं पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों और योजनाओं को सफल बनाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और घर-द्वार लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवा रहे हैं, लेकिन कुछ चिकित्सा अधिकारी अपनी कार्यशैली से कर्मचारियों को मानसिक तनाव दे रहे हैं, जिसे महासंघ किसी भी सूरत में सहन नहीं करेगा। महासंघ के उपप्रधान संजीव कुमार, उर्मिला कुमारी, सह सचिव देव राज, वित्त सचिव संजीव कुमार, मुख्य सलाहकार राजेंद्र कुमार और संगठन सचिव महेंद्र सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि संबंधित अधिकारियों को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कर्मचारियों को परेशान करने का सिलसिला बंद नहीं हुआ तो महासंघ को कड़े कदम उठाने के लिए विवश होना पड़ेगा। साथ ही कहा कि इस संबंध में मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य सचिव और स्वास्थ्य निदेशक को लिखित शिकायत भेजेगा।
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मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री को शिकायत भेजेगा महासंघ
संवाद न्यूज एजेंसी
घुमारवीं/भगेड़ (बिलासपुर)। बहुद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी महासंघ ने स्वास्थ्य खंड घुमारवीं में महिला एवं पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। संघ का कहना है कि स्वास्थ्य कर्मचारियों की ओर से जो लिखित शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें अधिकारियों की ओर से बार-बार एक ही आयुष्मान आरोग्य मंदिर में अनावश्यक विजिट करने, बिना कारण पत्र जारी करने और मासिक बैठकों में अभद्र व्यवहार करने के आरोप लगाए गए हैं।
महासंघ के राज्य महासचिव सुरेश चंदेल ने बताया कि शिकायतों में यह भी कहा गया है कि यदि किसी कर्मचारी को अचानक किसी पारिवारिक या व्यक्तिगत कारण से आकस्मिक अवकाश की आवश्यकता पड़ती है तो उनसे दो दिन पहले छुट्टी स्वीकृत करवाने का दबाव बनाया जाता है। ऐसा न करने पर कर्मचारियों को धमकियां दी जाती हैं या पत्रों के माध्यम से उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया जाता है। उन्होंने कहा कि बीमार बच्चों या परिवार के अन्य सदस्यों की स्थिति में भी छुट्टी देने से मना किया जा रहा है और बैठकों में सभी कर्मचारियों के सामने अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया जाता है। उन्होंने कहा कि महिला एवं पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों और योजनाओं को सफल बनाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और घर-द्वार लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवा रहे हैं, लेकिन कुछ चिकित्सा अधिकारी अपनी कार्यशैली से कर्मचारियों को मानसिक तनाव दे रहे हैं, जिसे महासंघ किसी भी सूरत में सहन नहीं करेगा। महासंघ के उपप्रधान संजीव कुमार, उर्मिला कुमारी, सह सचिव देव राज, वित्त सचिव संजीव कुमार, मुख्य सलाहकार राजेंद्र कुमार और संगठन सचिव महेंद्र सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि संबंधित अधिकारियों को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कर्मचारियों को परेशान करने का सिलसिला बंद नहीं हुआ तो महासंघ को कड़े कदम उठाने के लिए विवश होना पड़ेगा। साथ ही कहा कि इस संबंध में मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य सचिव और स्वास्थ्य निदेशक को लिखित शिकायत भेजेगा।
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