{"_id":"6946a339d27298ec180407c6","slug":"it-is-very-important-for-children-to-be-cultured-educated-and-of-good-character-jamwal-bilaspur-news-c-92-1-bls1002-150590-2025-12-20","type":"story","status":"publish","title_hn":"बच्चों का संस्कारी, शिक्षित, चरित्रवान होना बेहद जरूरी : जमवाल","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
बच्चों का संस्कारी, शिक्षित, चरित्रवान होना बेहद जरूरी : जमवाल
संवाद न्यूज एजेंसी, बिलासपुर
Updated Sat, 20 Dec 2025 11:51 PM IST
विज्ञापन
एसवीएम पाठशाला रौड़ा में आयोजित वार्षिक उत्सव में मेधावियों को सम्मानित करते हुए। स्रोत: स्कूल
विज्ञापन
सरस्वती विद्या मंदिर पाठशाला रौड़ा में मनाया 45वां वार्षिक उत्सव
संवाद न्यूज एजेंसी
बिलासपुर। सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रौड़ा का 45वां वार्षिक उत्सव शनिवार को मनाया गया। इसकी अध्यक्षता लेखक एवं साहित्यकार कुलदीप चंदेल ने की।
समारोह में सदर विधायक त्रिलोक जमवाल और जिला परिषद सदस्य बेलीराम टैगोर ने मुख्यातिथि, जबकि मदन धीमान ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने शिक्षा, खेलकूद, सांस्कृतिक और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शिवांश, शिवम, अमन ठाकुर, अरुण, आस्था, गौरी, रुद्राक्ष, मनन, काव्यांश, परीक्षित, हर्षित, चैतन्य, सौरभ आदि बच्चों को पुरस्कृत किया। इस मौके पर बच्चों ने देशभक्ति गीत, समूह गान, नाटी, भांगड़ा सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। विधायक त्रिलोक जमवाल ने कहा कि शिक्षा केवल किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि जीवन को सही दिशा देने का सशक्त माध्यम भी है। बच्चे देश का भविष्य हैं। आने वाले समय में देश की बागडोर उन्हीं के हाथों में होगी। आत्मनिर्भर, विकसित, समृद्ध भारत के निर्माण के लिए बच्चों का संस्कारी, शिक्षित और चरित्रवान होना बेहद जरूरी है। इन गुणों के साथ उन्हें सनातन पद्धति को भी अपनाना चाहिए। उन्होंने बच्चों को नशे समेत अन्य बुरी आदतों से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में नशा एक गंभीर सामाजिक चुनौती बन गया है। उन्होंने बच्चों का आह्वान किया कि वह राष्ट्रहित के कार्यों के लिए अपनी ऊर्जा का सदुपयोग करें। उन्होंने बच्चों को मोबाइल का प्रयोग केवल जरूरी कार्यों के लिए ही करने की सलाह भी दी। समारोह के दौरान बेलीराम टैगोर के साथ ही मुख्य वक्ता के रूप में हिमाचल शिक्षा समिति के सह मंत्री चांद सिंह ने भी बच्चों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि विद्या भारती की सबसे अहम विशेषता इसकी संस्कारयुक्त शिक्षा प्रणाली है। इससे पहले प्रधानाचार्य अश्विनी कुमार ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस अवसर पर प्रांत संस्कृत संयोजक प्रवीण सिंह, विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष राजेश उपाध्याय, पूर्व अध्यक्ष रामकृष्ण, सदस्य कुलवंत, शेफाली, निर्मला, पूजा, प्रेमलाल शर्मा, लेख राम कौंडल आदि उपस्थित रहे।
Trending Videos
संवाद न्यूज एजेंसी
बिलासपुर। सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रौड़ा का 45वां वार्षिक उत्सव शनिवार को मनाया गया। इसकी अध्यक्षता लेखक एवं साहित्यकार कुलदीप चंदेल ने की।
समारोह में सदर विधायक त्रिलोक जमवाल और जिला परिषद सदस्य बेलीराम टैगोर ने मुख्यातिथि, जबकि मदन धीमान ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने शिक्षा, खेलकूद, सांस्कृतिक और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शिवांश, शिवम, अमन ठाकुर, अरुण, आस्था, गौरी, रुद्राक्ष, मनन, काव्यांश, परीक्षित, हर्षित, चैतन्य, सौरभ आदि बच्चों को पुरस्कृत किया। इस मौके पर बच्चों ने देशभक्ति गीत, समूह गान, नाटी, भांगड़ा सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। विधायक त्रिलोक जमवाल ने कहा कि शिक्षा केवल किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि जीवन को सही दिशा देने का सशक्त माध्यम भी है। बच्चे देश का भविष्य हैं। आने वाले समय में देश की बागडोर उन्हीं के हाथों में होगी। आत्मनिर्भर, विकसित, समृद्ध भारत के निर्माण के लिए बच्चों का संस्कारी, शिक्षित और चरित्रवान होना बेहद जरूरी है। इन गुणों के साथ उन्हें सनातन पद्धति को भी अपनाना चाहिए। उन्होंने बच्चों को नशे समेत अन्य बुरी आदतों से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में नशा एक गंभीर सामाजिक चुनौती बन गया है। उन्होंने बच्चों का आह्वान किया कि वह राष्ट्रहित के कार्यों के लिए अपनी ऊर्जा का सदुपयोग करें। उन्होंने बच्चों को मोबाइल का प्रयोग केवल जरूरी कार्यों के लिए ही करने की सलाह भी दी। समारोह के दौरान बेलीराम टैगोर के साथ ही मुख्य वक्ता के रूप में हिमाचल शिक्षा समिति के सह मंत्री चांद सिंह ने भी बच्चों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि विद्या भारती की सबसे अहम विशेषता इसकी संस्कारयुक्त शिक्षा प्रणाली है। इससे पहले प्रधानाचार्य अश्विनी कुमार ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस अवसर पर प्रांत संस्कृत संयोजक प्रवीण सिंह, विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष राजेश उपाध्याय, पूर्व अध्यक्ष रामकृष्ण, सदस्य कुलवंत, शेफाली, निर्मला, पूजा, प्रेमलाल शर्मा, लेख राम कौंडल आदि उपस्थित रहे।

एसवीएम पाठशाला रौड़ा में आयोजित वार्षिक उत्सव में मेधावियों को सम्मानित करते हुए। स्रोत: स्कूल
विज्ञापन
विज्ञापन