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Chamba News: लिल्हकोठी कॉलेज प्रवक्ताओं की कमी, विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित
संवाद न्यूज एजेंसी, चम्बा
Updated Thu, 18 Dec 2025 10:59 PM IST
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चंबा का निर्माणाधीन लिल्ह कॉलेज भवन।संवाद
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चंबा। जिले के कॉलेजों में स्टाफ की कमी से विद्यार्थियों की शिक्षा प्रभावित हो रही है। ऐसा ही मामला लिल्हकोठी कॉलेज में देखने को मिल रहा है। कॉलेज में हिंदी और राजनीति विज्ञान, संगीत और कॉमर्स के प्रवक्ताओं की तैनाती नहीं हो पाई है। कॉमर्स पढ़ाने के लिए भी शिक्षक को प्रतिनियुक्ति पर भेजा जा रहा है।
इतना ही नहीं, जिस विषय हिंदी और राजनीति विज्ञान में सबसे अधिक बच्चों की संख्या है। उन विषयों के प्रवक्ता ही नहीं हैं, जिनमें पढ़ने वाले 140 विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। वर्ष 2016 के बाद राजनीति विज्ञान और हिंदी प्रवक्ताओं की नियुक्ति नहीं हो पाई है। वर्तमान में इतिहास, अर्थ शास्त्र और अंग्रेजी के तीन प्रवक्ता कॉलेज में सेवाएं दे रहे हैं, जो अपने विषय के साथ अन्य विषयों को भी भी पढ़ा रहे हैं। वहीं, कार्यालय का कार्य भी निपटाना पड़ रहा है। इससे उनकी परेशानी बढ़ गई है।
सरकार की ओर से वर्ष 2016 में लिल्हकोठी कॉलेज शुरू किया, लेकिन स्टाफ की कमी के कारण विद्यार्थियों सहित तैनात स्टाफ की दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं। अभिभावक मनोहर लाल, रविंद्र कुमार, राजीव कुमार, नरेश कुमार, योगेश कुमार, बचन सिंह, मान सिंह और संजीव कुमार का कहना है कि नजदीक कॉलेज खुलने से उन्हें काफी खुशी है कि उनके बच्चों को दूसरे कॉलेजों का रुख नहीं करना पड़ेगा।
नौ साल में आज दिन तक पूरा स्टाफ कॉलेज में तैनात नहीं हुआ है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि लिल्हकोठी कॉलेज में जल्द प्रवक्ताओं की तैनाती की जाए।
कॉलेज के प्रवक्ता अनीत कुमार का कहना है कि कॉलेज में स्टाफ की कमी चल रही है। इसके बारे में उच्चाधिकारी को अवगत करवाया जा चुका है।
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इतना ही नहीं, जिस विषय हिंदी और राजनीति विज्ञान में सबसे अधिक बच्चों की संख्या है। उन विषयों के प्रवक्ता ही नहीं हैं, जिनमें पढ़ने वाले 140 विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। वर्ष 2016 के बाद राजनीति विज्ञान और हिंदी प्रवक्ताओं की नियुक्ति नहीं हो पाई है। वर्तमान में इतिहास, अर्थ शास्त्र और अंग्रेजी के तीन प्रवक्ता कॉलेज में सेवाएं दे रहे हैं, जो अपने विषय के साथ अन्य विषयों को भी भी पढ़ा रहे हैं। वहीं, कार्यालय का कार्य भी निपटाना पड़ रहा है। इससे उनकी परेशानी बढ़ गई है।
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सरकार की ओर से वर्ष 2016 में लिल्हकोठी कॉलेज शुरू किया, लेकिन स्टाफ की कमी के कारण विद्यार्थियों सहित तैनात स्टाफ की दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं। अभिभावक मनोहर लाल, रविंद्र कुमार, राजीव कुमार, नरेश कुमार, योगेश कुमार, बचन सिंह, मान सिंह और संजीव कुमार का कहना है कि नजदीक कॉलेज खुलने से उन्हें काफी खुशी है कि उनके बच्चों को दूसरे कॉलेजों का रुख नहीं करना पड़ेगा।
नौ साल में आज दिन तक पूरा स्टाफ कॉलेज में तैनात नहीं हुआ है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि लिल्हकोठी कॉलेज में जल्द प्रवक्ताओं की तैनाती की जाए।
कॉलेज के प्रवक्ता अनीत कुमार का कहना है कि कॉलेज में स्टाफ की कमी चल रही है। इसके बारे में उच्चाधिकारी को अवगत करवाया जा चुका है।