{"_id":"691e188bb776083e73049110","slug":"when-the-fathers-shadow-was-lifted-sukh-shiksha-yojana-became-a-support-hamirpur-hp-news-c-94-1-hmp1005-174063-2025-11-20","type":"story","status":"publish","title_hn":"Hamirpur (Himachal) News: पिता का उठा साया तो सुख शिक्षा योजना बनी सहारा","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Hamirpur (Himachal) News: पिता का उठा साया तो सुख शिक्षा योजना बनी सहारा
संवाद न्यूज एजेंसी, हमीरपुर (हि. प्र.)
Updated Thu, 20 Nov 2025 12:50 AM IST
विज्ञापन
विज्ञापन
हमीरपुर। इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना से नादौन उपमंडल के गांव तरेटी की गरीब महिला वीना देवी अपने दोनों बच्चों को एनआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ा पा रही हैं। वीना देवी के बच्चों के सिर से पिता का साया उठने पर सुख शिक्षा योजना उनका सहारा बनी। अप्रैल 2023 में पति की असमयिक मृत्यु के कारण वीना पूरी तरह टूट चुकी थी। उन्हें प्रदेश सरकार की इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना का पता चला। इसमें वीना देवी ने भी अपने दोनों बच्चों की शिक्षा के खर्चे के लिए आवेदन किया और उसका लाभ प्राप्त किया। एनआईटी से केमिकल इंजीनियरिंग कर रही बेटी साक्षी कौशल को अभी तक इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना के तहत लगभग डेढ़ लाख रुपये और बेटे तेजस कौशल को कंप्यूटर इंजीनियरिंग के पहले सेमेस्टर में ही लगभग 70 हजार रुपये की वित्तीय मदद मिल चुकी है। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी अनिल ने बताया कि जिले में 18 वर्ष की आयु के 1510 पात्र बच्चों की शिक्षा के लिए इस वर्ष 1.52 करोड़ रुपये से अधिक की राशि दी जा चुकी है। संवाद
Trending Videos