Himachal News: एम्स बिलासपुर में अब जटिल सर्जरी होगी और सुरक्षित-सटीक, मरीजों को मिलेगी राहत; जानें
एम्स बिलासपुर में जटिल सर्जरी और सटीक व सुरक्षित होगी। इसके लिए हाई-एंड लैप्रोस्कोपी सर्जरी सिस्टम 2डी/3डी, एचडी सिस्टम की खरीद प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जानें विस्तार से...
विस्तार
हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्य में उन्नत स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत करने की दिशा में एम्स बिलासपुर ने एक और कदम बढ़ाया है। अब यहां जटिल सर्जरी और सटीक व सुरक्षित होगी। यह संभव होगा हाई-एंड लैप्रोस्कोपी सर्जरी सिस्टम 2डी/3डी, एचडी सिस्टम से। इसकी खरीद के लिए अस्पताल प्रशासन ने टेंडर जारी कर दिया है। एम्स के सर्जरी विभाग में इस उपकरण के जुड़ने से सेवाएं और बेहतर होंगी। यह उपकरण एम्स के सर्जरी विभाग के लिए प्रस्तावित है, जिससे पेट, पित्ताशय, अपेंडिक्स, हर्निया और कैंसर से जुड़ी सर्जरी की सुविधाएं सुदृढ़ होंगी।
इसी माह के अंत तक इसकी बिड खोली जाएगी। इस पहल से प्रदेश के मरीजों को जटिल सर्जरी के लिए बाहरी राज्यों पर निर्भरता से राहत मिलने की उम्मीद है। चयनित कंपनी को 45 दिनों के भीतर उपकरण की सप्लाई, इंस्टॉलेशन और कमीशनिंग करनी होगी। इसके साथ चिकित्सकों और तकनीकी स्टाफ को उपकरण संचालन का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। प्रदेश में लंबे समय से उन्नत सर्जरी सुविधाओं की कमी के कारण मरीजों को चंडीगढ़, दिल्ली और अन्य राज्यों के बड़े अस्पतालों में रेफर किया जाता रहा है। एम्स बिलासपुर में यह लेप्रोस्कोपी सिस्टम आने के बाद अधिकांश जटिल सर्जरी प्रदेश में ही संभव हो सकेंगी।
लेप्रोस्कॉपी सेट 2डी/3डी, एचडी सिस्टम हाई-डेफिनिशन इमेजिंग तकनीक से लैस होगा। इससे सर्जरी के दौरान शरीर के अंदरूनी अंगों की स्पष्ट तस्वीर मिलेगी और ऑपरेशन अधिक सटीकता से किए जा सकेंगे। 2डी और 3डी हाई-डेफिनिशन इमेजिंग में कम चीरे से सर्जरी की सुविधा, जटिल और कैंसर सर्जरी में उपयोग, ऑपरेशन में अधिक सटीकता की विशेषताएं हैं। इस श्रेणी के हाई-एंड लेप्रोस्कोपी सिस्टम की अनुमानित कीमत करीब 1.5 करोड़ से 3 करोड़ रुपये के बीच मानी जा रही है।
इस तकनीक में बड़े चीरे की जगह छोटे चीरे से ऑपरेशन होंगे, ऑपरेशन के बाद दर्द कम होगा, खून का नुकसान कम होगा, संक्रमण का खतरा घटेगा, जल्दी रिकवरी, कम दिन अस्पताल में भर्ती, इलाज के लिए बाहर जाने का खर्च बचेगा।