हिमाचल के युवक के साथ धोखा: थाईलैंड में नौकरी का झांसा देकर भेजा म्यांमार, सेना ने मौत के मुंह से निकाला
हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के युवक को थाईलैंड में नौकरी का झांसा देकर उसे अवैध रूप से म्यांमार भेज दिया। म्यांमार पहुंचने पर उसे बंधक बना लिया गया और वहां जोर-जबरदस्ती से काम करवाया गया। युवक की किस्मत अच्छी थी कि म्यांमार की सेना ने उसे बचा लिया। पढ़ें पूरी खबर...
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उपमंडल जोगिंद्रनगर के तहत धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। युवक को थाईलैंड में नौकरी का झांसा देकर उसे अवैध रूप से म्यांमार भेज दिया। आरोप है कि उसे बंधक बनाकर प्रताड़ित किया गया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है।
पुलिस थाना जोगिंद्रनगर में दर्ज शिकायत के अनुसार पीड़ित प्रिंस ठाकुर (24) पुत्र पवन कुमार निवासी गांव राजा, तहसील जोगिंद्रनगर का कहना है कि वरयाम सिंह (निवासी हरचक्कियां, शाहपुर, जिला कांगड़ा) ने उसके साथ धोखाधड़ी की है। आरोपी वरयाम सिंह ने प्रिंस को थाईलैंड में अच्छी नौकरी दिलवाने का सपना दिखाया। पैसे के लालच में एजेंट ने उसे धोखे से थाईलैंड के बजाय गैर-कानूनी तरीके से म्यांमार भेज दिया। म्यांमार पहुंचने पर उसे बंधक बना लिया गया और वहां जोर-जबरदस्ती से काम करवाया गया। जब उसने विरोध किया, तो उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
आरोप यह भी है कि उसे छोड़ने की एवज में 5 लाख रुपये की मांग की गई। हालात इतने बदतर थे कि वहां उसकी जान भी जा सकती थी। युवक की किस्मत अच्छी थी कि म्यांमार की सेना की ओर से वहां एक विशेष ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान सेना ने प्रिंस ठाकुर को उस जाल से सुरक्षित बाहर निकाला और वापस भारत भिजवाया।
वतन वापसी के बाद अब पीड़ित ने आरोपी एजेंट वरयाम सिंह के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने प्रिंस ठाकुर की शिकायत के आधार पर आरोपी वरयाम सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा ने कहा कि करसोग से भी एक केस दर्ज हुआ है। दोनों मामलों में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।