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Kangra News: बाढ़ से बह गई 321 हेक्टेयर भूमि, 559 हेक्टेयर में फसलें तबाह
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पौंग बांध से छोड़े पानी ने इंदौरा के मंड में मचाई भारी तबाही, आठ पटवार सर्किल के 19 गांव प्रभावित
प्रभावित गांवों में जीवन अस्त-व्यस्त, 20 मकान पूरी तरह ध्वस्त
संवाद न्यूज एजेंसी
इंदौरा (कांगड़ा)। पौंग बांध से ब्यास नदी में छोड़े गए अत्यधिक पानी के कारण इंदौरा उपमंडल में आई बाढ़ ने तबाही मचाई है। प्रभावित गांवों में जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। एसडीएम इंदौरा सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि तहसील के 8 पटवार सर्किल के 19 गांवों में अब तक 321 हेक्टेयर उपजाऊ भूमि पानी में समा चुकी है। वहीं, 559 हेक्टेयर में खड़ी फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं।
अब तक की रिपोर्ट के अनुसार 20 घर पूरी तरह नष्ट हुए हैं, जबकि 60 घर आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं। 117 मोटरशेड, 51 गोशालाएं, आठ पोल्ट्री फार्म, एक फार्म हाउस और एक मछली पालन प्लांट भी बाढ़ की चपेट में आने से क्षतिग्रस्त हुआ है।
उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग ने रिपोर्ट दी है कि मंड भौग्रवां और टांडा से मंड सनौर जाने वाले 2 पक्के रास्ते, 37 गांवों के संपर्क मार्ग और 6 पुलियों को बाढ़ के पानी से नुकसान हुआ है। पटवार सर्किल इंदौरा के टांडा और इंदौरा गांवों में 65 हेक्टेयर भूमि बह गई।
पटवार सर्किल बडूखर के बडाला गांव में 30 हेक्टेयर भूमि और 10 मोटरशेड, हल्या में 20 हेक्टेयर भूमि और एक मछली प्लांट, भटोली में 10 हेक्टेयर भूमि और 5 मोटरशेड क्षतिग्रस्त हुए हैं। पटवार सर्किल घंडरा में 40 हेक्टेयर भूमि, 15 मोटरशेड और 2 पक्के घर, सनौर में 35 हेक्टेयर भूमि, 12 मोटरशेड, 1 गोशाला और 3 पक्के घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।
घघवां में 15 हेक्टेयर भूमि, 10 मोटरशेड, उपरली बंड में 25 हेक्टेयर भूमि, 20 मोटरशेड, 1 फार्म हाउस, 3 पोल्ट्री फार्म, 1 गोशाला, मिझली बंड में 14 हेक्टेयर भूमि और 1 पोल्ट्री फार्म बह गया है। पटवार सर्किल संजवां के मंड भौग्रवां में 50 हेक्टेयर भूमि, 35 मोटरशेड, 4 पक्के घर, मलाल में 25 हेक्टेयर भूमि, 10 मोटरशेड, एक पक्का घर, राजगीर में 20 हेक्टेयर भूमि, पलाख में 5 हेक्टेयर भूमि, पिंडपाध्यां में 15 हेक्टेयर भूमि नष्ट हो गई। पटवार सर्किल घठोता के मीलवां पंचायत में 5 पोल्ट्री फार्म बाढ़ में डूबे हैं। पटवार सर्कल काठगढ़ के गांव में 5 हेक्टेयर भूमि जलमग्न हुई है। पटवार सर्कल मलकाना की पंचायत में 1 पक्का घर पूरी तरह नष्ट हो गया। पटवार सर्किल त्यौडा के मंड मयाणी में 15 पक्के घर ध्वस्त हुए हैं।
उन्होंने बताया कि कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार धान की 450 हेक्टेयर, मक्का की 80 हेक्टेयर, गन्ने की 20 हेक्टेयर और सब्जियों, दालों और तिलहन की 9 हेक्टेयर में बीजी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। बागवानी विभाग ने रिपोर्ट दी है कि उलैहड़ियां, मीलवां, भौग्रवां, मंड घंडरा और सनौर पंचायतों के 70 बागवानों के करीब 5500 फलदार पौधे पानी में बह गए हैं। एसडीएम ठाकुर ने बताया कि बाढ़ से हुए नुकसानों का सही आकलन करने के लिए राजस्व, कृषि और बागवानी विभाग की टीमें लगातार प्रभावित गांवों का दौरा कर रही हैं। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे अपना आधार नंबर सहित नुकसान का ब्यौरा 21 सितंबर तक तहसील और पंचायत कार्यालय में दर्ज करवाएं।

प्रभावित गांवों में जीवन अस्त-व्यस्त, 20 मकान पूरी तरह ध्वस्त
संवाद न्यूज एजेंसी
इंदौरा (कांगड़ा)। पौंग बांध से ब्यास नदी में छोड़े गए अत्यधिक पानी के कारण इंदौरा उपमंडल में आई बाढ़ ने तबाही मचाई है। प्रभावित गांवों में जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। एसडीएम इंदौरा सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि तहसील के 8 पटवार सर्किल के 19 गांवों में अब तक 321 हेक्टेयर उपजाऊ भूमि पानी में समा चुकी है। वहीं, 559 हेक्टेयर में खड़ी फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं।
अब तक की रिपोर्ट के अनुसार 20 घर पूरी तरह नष्ट हुए हैं, जबकि 60 घर आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं। 117 मोटरशेड, 51 गोशालाएं, आठ पोल्ट्री फार्म, एक फार्म हाउस और एक मछली पालन प्लांट भी बाढ़ की चपेट में आने से क्षतिग्रस्त हुआ है।
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उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग ने रिपोर्ट दी है कि मंड भौग्रवां और टांडा से मंड सनौर जाने वाले 2 पक्के रास्ते, 37 गांवों के संपर्क मार्ग और 6 पुलियों को बाढ़ के पानी से नुकसान हुआ है। पटवार सर्किल इंदौरा के टांडा और इंदौरा गांवों में 65 हेक्टेयर भूमि बह गई।
पटवार सर्किल बडूखर के बडाला गांव में 30 हेक्टेयर भूमि और 10 मोटरशेड, हल्या में 20 हेक्टेयर भूमि और एक मछली प्लांट, भटोली में 10 हेक्टेयर भूमि और 5 मोटरशेड क्षतिग्रस्त हुए हैं। पटवार सर्किल घंडरा में 40 हेक्टेयर भूमि, 15 मोटरशेड और 2 पक्के घर, सनौर में 35 हेक्टेयर भूमि, 12 मोटरशेड, 1 गोशाला और 3 पक्के घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।
घघवां में 15 हेक्टेयर भूमि, 10 मोटरशेड, उपरली बंड में 25 हेक्टेयर भूमि, 20 मोटरशेड, 1 फार्म हाउस, 3 पोल्ट्री फार्म, 1 गोशाला, मिझली बंड में 14 हेक्टेयर भूमि और 1 पोल्ट्री फार्म बह गया है। पटवार सर्किल संजवां के मंड भौग्रवां में 50 हेक्टेयर भूमि, 35 मोटरशेड, 4 पक्के घर, मलाल में 25 हेक्टेयर भूमि, 10 मोटरशेड, एक पक्का घर, राजगीर में 20 हेक्टेयर भूमि, पलाख में 5 हेक्टेयर भूमि, पिंडपाध्यां में 15 हेक्टेयर भूमि नष्ट हो गई। पटवार सर्किल घठोता के मीलवां पंचायत में 5 पोल्ट्री फार्म बाढ़ में डूबे हैं। पटवार सर्कल काठगढ़ के गांव में 5 हेक्टेयर भूमि जलमग्न हुई है। पटवार सर्कल मलकाना की पंचायत में 1 पक्का घर पूरी तरह नष्ट हो गया। पटवार सर्किल त्यौडा के मंड मयाणी में 15 पक्के घर ध्वस्त हुए हैं।
उन्होंने बताया कि कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार धान की 450 हेक्टेयर, मक्का की 80 हेक्टेयर, गन्ने की 20 हेक्टेयर और सब्जियों, दालों और तिलहन की 9 हेक्टेयर में बीजी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। बागवानी विभाग ने रिपोर्ट दी है कि उलैहड़ियां, मीलवां, भौग्रवां, मंड घंडरा और सनौर पंचायतों के 70 बागवानों के करीब 5500 फलदार पौधे पानी में बह गए हैं। एसडीएम ठाकुर ने बताया कि बाढ़ से हुए नुकसानों का सही आकलन करने के लिए राजस्व, कृषि और बागवानी विभाग की टीमें लगातार प्रभावित गांवों का दौरा कर रही हैं। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे अपना आधार नंबर सहित नुकसान का ब्यौरा 21 सितंबर तक तहसील और पंचायत कार्यालय में दर्ज करवाएं।