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Kullu News: नाम का आश्रय... हकीकत में फुटपाथ पर कट रहीं सर्द रातें
संवाद न्यूज एजेंसी, कुल्लू
Updated Thu, 04 Dec 2025 10:43 PM IST
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कुल्लू के क्षेत्रीय अस्पताल के बाहर फुटपाथ पर सोता हुआ व्यक्ति। संवाद
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लाखों से बनाया रैन बसेरा.... बेसहारा
लोगों की फुटपाथ पर कट रहीं सर्द रातें
जिला अस्पताल के बाहर कुछ हफ्तों से खुले आसमान के नीचे रातें काट रहा है व्यक्ति
नप, पुलिस और समाज कल्याण विभाग की है लोगों को रैन बसेरा पहुंचाने की जिम्मेदारी
गौरीशंकर
कुल्लू। शहर में नगर परिषद की ओर से बनाए रैन बसेरा की असलियत सर्द रातों में फुटपाथ पर सो रहे लोगों ने खोल दी है। लाखों रुपये की इस सुविधा का उद्देश्य बेघरों को आश्रय देना था लेकिन व्यवस्था का हाल यह है कि जिला अस्पताल के बाहर एक मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति हफ्तों से खुले आसमान के नीचे रातें काटने को मजबूर है।
नगर परिषद कुल्लू ने फुटपाथ, बस स्टैंड में खुले आसमान के नीचे सोने वालों के लिए रैन बसेरा बनाया है। बावजूद इसके जरूरतमंद और बेसहारा लोग सर्द रातों में भी फुटपाथ पर सो रहे हैं।
जिला मुख्यालय के ब्यासा माेड़, एलआईसी कांप्लेक्स, भूतनाथ मंदिर के साथ क्षेत्रीय अस्पताल के बाहर फुटपाथ पर सो रहे बेसहारा लोग देखे जा सकते हैं। क्षेत्रीय अस्पताल के बाहर भी फुटपाथ पर एक व्यक्ति हफ्ते से भी अधिक समय से सो रहा है। जिला मुख्यालय में इन दिनों रात का तापमान शून्य से नीचे है। ऐसे लोगों को रैन बसेरा में पहुंचाने और ठहराने के लिए नगर परिषद के साथ पुलिस, समाज कल्याण, स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी तय की गई है। एक रेस्क्यू टीम भी नगर परिषद ने बनाई थी लेकिन तमाम विभागों की जिम्मेदारी कहीं दिखाई नहीं दे रही है।
लोगों ने कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल के बाहर काफी दिनों से एक व्यक्ति फुटपाथ पर सो रहा है। लोगों ने उससे बात करने की कोशिश भी की लेकिन वह मानसिक रूप से अस्वस्थ निकला। वह कंबल, रजाई लेकर हर दिन फुटपाथ पर सो रहा है।
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लाखों रुपये खर्च कर बेसहारा लोगों के लिए नगर परिषद ने रैन बसेरा तो बनाया है लेकिन यह बेसहारा लोगों के काम नहीं आ रहा है। इसे नगर परिषद में बैठे पदाधिकारियों की नाकामी कहा जा सकता है। - अरुण कंबोज, पूर्व पार्षद
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कुल्लू में सर्दी ज्यादा होती है। बेसहारा लोगों को ठंड में खुले में रात न बितानी पड़े, इसके लिए आखाड़ा बाजार में रैन बसेरा बनाया है। नगर परिषद को संवेदनशीलता दिखानी चाहिए ताकि जरूरतमंद लोग इसमें रहें। - ऋषभ कालिया, पूर्व अध्यक्ष नगर परिषद कुल्लू
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बेसहारा लोगों के लिए रैन बसेरा बनाया है। जो लोग फुटपाथ पर सो रहे हैं, ऐसे लोगों को रैन बसेरा तक लाने के लिए विभिन्न विभागों को कहा है। पुलिस, समाज कल्याण विभागों के अलावा आम लोग भी ऐसे लोगों को रैन बसेरा तक पहुंचा सकते हैं। -बीआर नेगी, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद कुल्लू
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लोगों की फुटपाथ पर कट रहीं सर्द रातें
जिला अस्पताल के बाहर कुछ हफ्तों से खुले आसमान के नीचे रातें काट रहा है व्यक्ति
नप, पुलिस और समाज कल्याण विभाग की है लोगों को रैन बसेरा पहुंचाने की जिम्मेदारी
गौरीशंकर
कुल्लू। शहर में नगर परिषद की ओर से बनाए रैन बसेरा की असलियत सर्द रातों में फुटपाथ पर सो रहे लोगों ने खोल दी है। लाखों रुपये की इस सुविधा का उद्देश्य बेघरों को आश्रय देना था लेकिन व्यवस्था का हाल यह है कि जिला अस्पताल के बाहर एक मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति हफ्तों से खुले आसमान के नीचे रातें काटने को मजबूर है।
नगर परिषद कुल्लू ने फुटपाथ, बस स्टैंड में खुले आसमान के नीचे सोने वालों के लिए रैन बसेरा बनाया है। बावजूद इसके जरूरतमंद और बेसहारा लोग सर्द रातों में भी फुटपाथ पर सो रहे हैं।
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जिला मुख्यालय के ब्यासा माेड़, एलआईसी कांप्लेक्स, भूतनाथ मंदिर के साथ क्षेत्रीय अस्पताल के बाहर फुटपाथ पर सो रहे बेसहारा लोग देखे जा सकते हैं। क्षेत्रीय अस्पताल के बाहर भी फुटपाथ पर एक व्यक्ति हफ्ते से भी अधिक समय से सो रहा है। जिला मुख्यालय में इन दिनों रात का तापमान शून्य से नीचे है। ऐसे लोगों को रैन बसेरा में पहुंचाने और ठहराने के लिए नगर परिषद के साथ पुलिस, समाज कल्याण, स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी तय की गई है। एक रेस्क्यू टीम भी नगर परिषद ने बनाई थी लेकिन तमाम विभागों की जिम्मेदारी कहीं दिखाई नहीं दे रही है।
लोगों ने कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल के बाहर काफी दिनों से एक व्यक्ति फुटपाथ पर सो रहा है। लोगों ने उससे बात करने की कोशिश भी की लेकिन वह मानसिक रूप से अस्वस्थ निकला। वह कंबल, रजाई लेकर हर दिन फुटपाथ पर सो रहा है।
लाखों रुपये खर्च कर बेसहारा लोगों के लिए नगर परिषद ने रैन बसेरा तो बनाया है लेकिन यह बेसहारा लोगों के काम नहीं आ रहा है। इसे नगर परिषद में बैठे पदाधिकारियों की नाकामी कहा जा सकता है। - अरुण कंबोज, पूर्व पार्षद
कुल्लू में सर्दी ज्यादा होती है। बेसहारा लोगों को ठंड में खुले में रात न बितानी पड़े, इसके लिए आखाड़ा बाजार में रैन बसेरा बनाया है। नगर परिषद को संवेदनशीलता दिखानी चाहिए ताकि जरूरतमंद लोग इसमें रहें। - ऋषभ कालिया, पूर्व अध्यक्ष नगर परिषद कुल्लू
बेसहारा लोगों के लिए रैन बसेरा बनाया है। जो लोग फुटपाथ पर सो रहे हैं, ऐसे लोगों को रैन बसेरा तक लाने के लिए विभिन्न विभागों को कहा है। पुलिस, समाज कल्याण विभागों के अलावा आम लोग भी ऐसे लोगों को रैन बसेरा तक पहुंचा सकते हैं। -बीआर नेगी, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद कुल्लू