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Kullu News: छोटी बचत और बड़े बदलाव से आर्थिक उड़ान भर रहीं महिलाएं
संवाद न्यूज एजेंसी, कुल्लू
Updated Tue, 16 Dec 2025 11:17 PM IST
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हर महीने सौ रुपये की बचत और समूहों की एकजुटता से बदली जिंदगी की दिशा
कुल्लू में 215 समूहों से जुड़ीं 1500 महिलाएं, बचाए गए पैसों से कर रहीं कामकाज
संवाद न्यूज एजेंसी
कुल्लू। हर महीने सौ रुपये की बचत और समूह की एकजुटता ने कुल्लू की महिलाओं की जिंदगी की दिशा बदल दी है। शहरी आजीविका मिशन के तहत महिलाएं न केवल बचत कर रही हैं, बल्कि अपने पैरों पर खड़ीं होकर रोजगार भी शुरू कर रही हैं।
हर महीने की छोटी बचत ने कुल्लू की सैकड़ों महिलाओं को बड़ा हौसला दिया है। महिलाओं के समूह बनाकर सरकार की ओर से उन्हें 10 हजार रुपये प्रति समूह की आर्थिक मदद कर रही है। महिलाएं हर महीने सौ-सौ रुपये जोड़कर बचत कर रही हैं। अब तक योजना के तहत कुल्लू नगर परिषद क्षेत्र में महिलाओं के 215 समूह बनाए जा चुके हैं। इनमें 1500 से अधिक महिलाएं जुड़ी हैंं। ये महिलाएं बचत कर आत्मनिर्भर बन रही हैं। बचाए हुए पैसों से कामकाज भी शुरू कर रही हैं।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार की दीनदयाल अंत्योदय योजना-शहरी आजीविका मिशन के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए योजनाएं चलाई हैं। इसका मुख्य उद्देश्य शहर के गरीब, बेरोजगार और कामगार लोगों को रोजगार से जोड़ना है। खासकर महिलाओं को सामूहिक रूप से काम करने के लिए प्रेरित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वयं सहायता समूह बनाकर महिलाओं के समूह के खाते में दस हजार रुपये की आर्थिक मदद की जा रही है।
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ऐसे चल रहे स्वयं सहायता समूह
स्वयं सहायता समूह में 10 से 20 महिलाओं को एक साथ जोड़ा जा रहा है। यह बचत करने के साथ आपस में लेन-देन करता है और काम शुरू करता है। इससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। यह योजना शहर की बेरोजगार महिलाओं के लिए कारगर साबित हो रही है।
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स्वयं सहायता समूह के अंतर्गत 215 समूह तैयार किए गए हैं। इनसे 1500 महिलाएं जुड़ी हैं। ये महिलाएं आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं। महिलाएं पैसाें की बचत के साथ कामकाज करने में भी सक्षम हो गई हैं। - ज्योति, सामुदायिक आयोजक, शहरी आजीविका केंद्र कुल्लू
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कुल्लू में 215 समूहों से जुड़ीं 1500 महिलाएं, बचाए गए पैसों से कर रहीं कामकाज
संवाद न्यूज एजेंसी
कुल्लू। हर महीने सौ रुपये की बचत और समूह की एकजुटता ने कुल्लू की महिलाओं की जिंदगी की दिशा बदल दी है। शहरी आजीविका मिशन के तहत महिलाएं न केवल बचत कर रही हैं, बल्कि अपने पैरों पर खड़ीं होकर रोजगार भी शुरू कर रही हैं।
हर महीने की छोटी बचत ने कुल्लू की सैकड़ों महिलाओं को बड़ा हौसला दिया है। महिलाओं के समूह बनाकर सरकार की ओर से उन्हें 10 हजार रुपये प्रति समूह की आर्थिक मदद कर रही है। महिलाएं हर महीने सौ-सौ रुपये जोड़कर बचत कर रही हैं। अब तक योजना के तहत कुल्लू नगर परिषद क्षेत्र में महिलाओं के 215 समूह बनाए जा चुके हैं। इनमें 1500 से अधिक महिलाएं जुड़ी हैंं। ये महिलाएं बचत कर आत्मनिर्भर बन रही हैं। बचाए हुए पैसों से कामकाज भी शुरू कर रही हैं।
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गौरतलब है कि केंद्र सरकार की दीनदयाल अंत्योदय योजना-शहरी आजीविका मिशन के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए योजनाएं चलाई हैं। इसका मुख्य उद्देश्य शहर के गरीब, बेरोजगार और कामगार लोगों को रोजगार से जोड़ना है। खासकर महिलाओं को सामूहिक रूप से काम करने के लिए प्रेरित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वयं सहायता समूह बनाकर महिलाओं के समूह के खाते में दस हजार रुपये की आर्थिक मदद की जा रही है।
ऐसे चल रहे स्वयं सहायता समूह
स्वयं सहायता समूह में 10 से 20 महिलाओं को एक साथ जोड़ा जा रहा है। यह बचत करने के साथ आपस में लेन-देन करता है और काम शुरू करता है। इससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। यह योजना शहर की बेरोजगार महिलाओं के लिए कारगर साबित हो रही है।
स्वयं सहायता समूह के अंतर्गत 215 समूह तैयार किए गए हैं। इनसे 1500 महिलाएं जुड़ी हैं। ये महिलाएं आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं। महिलाएं पैसाें की बचत के साथ कामकाज करने में भी सक्षम हो गई हैं। - ज्योति, सामुदायिक आयोजक, शहरी आजीविका केंद्र कुल्लू