{"_id":"691f499f398d27b3100727f0","slug":"the-traditional-hauran-dance-won-the-hearts-of-the-guests-kullu-news-c-89-1-ssml1012-162157-2025-11-20","type":"story","status":"publish","title_hn":"Kullu News: पारंपरिक हौरन नृत्य ने जीता मेहमानों का दिल","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Kullu News: पारंपरिक हौरन नृत्य ने जीता मेहमानों का दिल
संवाद न्यूज एजेंसी, कुल्लू
Updated Thu, 20 Nov 2025 10:38 PM IST
विज्ञापन
14 मील में सो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में कुल्लू के पारंपरिक हौरन नृत्य को प्रस्तुति देते कलाक
विज्ञापन
राष्ट्रीय कार्यशाला में अधिकारियों को कुल्लवी संस्कृति से रूबरू करवाया
लोकगीतों और मुखौटों के साथ नृत्य कर किया अधिकारियों का मनोरंजन
संवाद न्यूज एजेंसी
कुल्लू। पतलीकहूल के 14 मील में स्पेन रिजॉर्ट में चल रहे दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में देशभर से अधिकारियों को कुल्लवी संस्कृति से भी रूबरू करवाया गया।
वीरवार को कार्यशाला के पहले दिन हुए उद्घाटन समारोह के बाद देश के 24 राज्यों से आए अधिकारियों के सामने हौरन नृत्य की प्रस्तुति दी गई। जिला भाषा विभाग की ओर से आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में कुल्लू के एक सांस्कृतिक दल ने कुल्लू का पारंपरिक हौरन नृत्य पेश किया।
करीब आधा घंटे तक ढोल-नगाड़ों, करनाल और शहनाई की स्वरलहरियों के बीच कलाकारों ने पारंपरिक लोकगीतों और मुखौटों के साथ नृत्य कर मेहमानों का खूब मनोरंजन किया। इस नृत्य को बाहरी राज्यों से आए अधिकारियों और अन्य प्रतिनिधियों ने अपने मोबाइल में भी कैद किया। दो दिवसीय कार्यशाला में देश के 24 राज्यों के 72 और प्रदेश के भी 72 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
--
Trending Videos
लोकगीतों और मुखौटों के साथ नृत्य कर किया अधिकारियों का मनोरंजन
संवाद न्यूज एजेंसी
कुल्लू। पतलीकहूल के 14 मील में स्पेन रिजॉर्ट में चल रहे दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में देशभर से अधिकारियों को कुल्लवी संस्कृति से भी रूबरू करवाया गया।
वीरवार को कार्यशाला के पहले दिन हुए उद्घाटन समारोह के बाद देश के 24 राज्यों से आए अधिकारियों के सामने हौरन नृत्य की प्रस्तुति दी गई। जिला भाषा विभाग की ओर से आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में कुल्लू के एक सांस्कृतिक दल ने कुल्लू का पारंपरिक हौरन नृत्य पेश किया।
विज्ञापन
विज्ञापन
करीब आधा घंटे तक ढोल-नगाड़ों, करनाल और शहनाई की स्वरलहरियों के बीच कलाकारों ने पारंपरिक लोकगीतों और मुखौटों के साथ नृत्य कर मेहमानों का खूब मनोरंजन किया। इस नृत्य को बाहरी राज्यों से आए अधिकारियों और अन्य प्रतिनिधियों ने अपने मोबाइल में भी कैद किया। दो दिवसीय कार्यशाला में देश के 24 राज्यों के 72 और प्रदेश के भी 72 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।