{"_id":"69482f16c9dda6e4b700d5ee","slug":"three-cow-shelters-damaged-by-floods-were-repaired-at-a-cost-of-rs-19-lakh-kullu-news-c-89-1-ssml1015-164670-2025-12-21","type":"story","status":"publish","title_hn":"Kullu News: 19 लाख से बाढ़ से क्षतिग्रस्त तीन गोशालाओं की मरम्मत","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Kullu News: 19 लाख से बाढ़ से क्षतिग्रस्त तीन गोशालाओं की मरम्मत
संवाद न्यूज एजेंसी, कुल्लू
Updated Sun, 21 Dec 2025 11:02 PM IST
विज्ञापन
विज्ञापन
फलोत्पादक मंडल कुल्लू ने पशु कल्याण कोष से स्वीकृति
संवाद न्यूज एजेंसी
पतलीकूहल (कुल्लू)। जिले में सितंबर में भारी बारिश के कारण रायसन, बंदरोल और कटराईं गोशालाओं को भारी क्षति पहुंची थी। पशुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए फलोत्पादक मंडल कुल्लू ने पशु कल्याण कोष से इनकी मरम्मत करवाई है। बंदरोल, रायसन और कटराईं गोशाला के जीर्णोद्धार पर खर्च हुई 19 लाख रुपये की राशि को सदन ने भी अपनी स्वीकृति दे दी है।
फलोत्पादक मंडल की मासिक बैठक रविवार को हुई। इसकी अध्यक्षता मंडल के अध्यक्ष प्रेम शर्मा ने की। क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र बजौरा के वैज्ञानिकों ने किसान जागरूकता शिविर का आयोजन किया। वैज्ञानिकों ने बागवानों को कृषि और बागवानी पर बदलते मौसम के प्रभावों की जानकारी दी। अध्यक्ष प्रेम शर्मा ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग एक जटिल समस्या बन चुकी है। अगर हमें बागवानी और कृषि को बचाना है, तो हर हाल में अपने पर्यावरण की रक्षा करनी होगी। मौसम के बदलते मिजाज को देखते हुए अब वैज्ञानिक पद्धतियों को अपनाना अनिवार्य है। इस दौरान मंडल के उपप्रधान सुभाष नेगी, कोषाध्यक्ष राकेश ठाकुर और महामंत्री रिमन सिंह ठाकुर आदि उपस्थित रहे।
--
Trending Videos
संवाद न्यूज एजेंसी
पतलीकूहल (कुल्लू)। जिले में सितंबर में भारी बारिश के कारण रायसन, बंदरोल और कटराईं गोशालाओं को भारी क्षति पहुंची थी। पशुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए फलोत्पादक मंडल कुल्लू ने पशु कल्याण कोष से इनकी मरम्मत करवाई है। बंदरोल, रायसन और कटराईं गोशाला के जीर्णोद्धार पर खर्च हुई 19 लाख रुपये की राशि को सदन ने भी अपनी स्वीकृति दे दी है।
फलोत्पादक मंडल की मासिक बैठक रविवार को हुई। इसकी अध्यक्षता मंडल के अध्यक्ष प्रेम शर्मा ने की। क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र बजौरा के वैज्ञानिकों ने किसान जागरूकता शिविर का आयोजन किया। वैज्ञानिकों ने बागवानों को कृषि और बागवानी पर बदलते मौसम के प्रभावों की जानकारी दी। अध्यक्ष प्रेम शर्मा ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग एक जटिल समस्या बन चुकी है। अगर हमें बागवानी और कृषि को बचाना है, तो हर हाल में अपने पर्यावरण की रक्षा करनी होगी। मौसम के बदलते मिजाज को देखते हुए अब वैज्ञानिक पद्धतियों को अपनाना अनिवार्य है। इस दौरान मंडल के उपप्रधान सुभाष नेगी, कोषाध्यक्ष राकेश ठाकुर और महामंत्री रिमन सिंह ठाकुर आदि उपस्थित रहे।
विज्ञापन
विज्ञापन