{"_id":"694d8ecd9016c08509017bce","slug":"solan-and-kasauli-celebrate-christmas-with-tourists-thronging-christ-church-solan-news-c-176-1-ssml1040-160007-2025-12-26","type":"story","status":"publish","title_hn":"Solan News: सोलन और कसौली में क्रिसमस की धूम, क्राइस्ट चर्च में उमड़ी पर्यटकों की भीड़","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Solan News: सोलन और कसौली में क्रिसमस की धूम, क्राइस्ट चर्च में उमड़ी पर्यटकों की भीड़
विज्ञापन
विज्ञापन
सेंट स्टीफन चर्च में गूंजे प्रभु यीशु के संदेश, 181 साल पुरानी ऐतिहासिक चर्च आकर्षण का केंद्र बनी
संवाद न्यूज एजेंसी
सोलन/धर्मपुर। सोलन जिले में क्रिसमस का त्योहार वीरवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। ईसाई समुदाय के साथ-साथ पर्यटकों ने भी चर्चों में आयोजित विशेष प्रार्थना सभाओं में भाग लिया और प्रभु यीशु के जन्म का जश्न मनाया। सोलन के माल रोड स्थित सेंट स्टीफन चर्च और कसौली की ऐतिहासिक क्राइस्ट चर्च में सुबह से ही रौनक बनी रही। सोलन के सेंट स्टीफन चर्च में आयोजित सभा के दौरान फादर लॉरेंस ने प्रभु यीशु मसीह के जीवन और उनके मानवता के प्रति योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु ने मानवता के कल्याण के लिए बलिदान दिया, लेकिन सत्य और प्रेम की जीत हुई। उन्होंने श्रद्धालुओं को आपसी भाईचारे और शांति से रहने का संदेश देते हुए कहा कि यीशु भविष्य में न्यायकर्ता के रूप में पुनः आएंगे। पर्यटन नगरी कसौली स्थित ऐतिहासिक क्राइस्ट चर्च में क्रिसमस की विशेष धूम रही। 1844 में अंग्रेजों की ओर से बनाया गया चर्च सैलानियों के आकर्षण का केंद्र रहा। यहां पादरी आशानंद ने ईसा मसीह के जन्म की कहानी सुनाई और कहा कि क्रिसमस का असली अर्थ समाज में प्यार बांटना है। इस दौरान स्थानीय समुदाय के लोगों के साथ-साथ बाहरी राज्यों से आए बड़ी संख्या में पर्यटकों ने भी मोमबत्तियां जलाकर प्रार्थना की।
Trending Videos
संवाद न्यूज एजेंसी
सोलन/धर्मपुर। सोलन जिले में क्रिसमस का त्योहार वीरवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। ईसाई समुदाय के साथ-साथ पर्यटकों ने भी चर्चों में आयोजित विशेष प्रार्थना सभाओं में भाग लिया और प्रभु यीशु के जन्म का जश्न मनाया। सोलन के माल रोड स्थित सेंट स्टीफन चर्च और कसौली की ऐतिहासिक क्राइस्ट चर्च में सुबह से ही रौनक बनी रही। सोलन के सेंट स्टीफन चर्च में आयोजित सभा के दौरान फादर लॉरेंस ने प्रभु यीशु मसीह के जीवन और उनके मानवता के प्रति योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु ने मानवता के कल्याण के लिए बलिदान दिया, लेकिन सत्य और प्रेम की जीत हुई। उन्होंने श्रद्धालुओं को आपसी भाईचारे और शांति से रहने का संदेश देते हुए कहा कि यीशु भविष्य में न्यायकर्ता के रूप में पुनः आएंगे। पर्यटन नगरी कसौली स्थित ऐतिहासिक क्राइस्ट चर्च में क्रिसमस की विशेष धूम रही। 1844 में अंग्रेजों की ओर से बनाया गया चर्च सैलानियों के आकर्षण का केंद्र रहा। यहां पादरी आशानंद ने ईसा मसीह के जन्म की कहानी सुनाई और कहा कि क्रिसमस का असली अर्थ समाज में प्यार बांटना है। इस दौरान स्थानीय समुदाय के लोगों के साथ-साथ बाहरी राज्यों से आए बड़ी संख्या में पर्यटकों ने भी मोमबत्तियां जलाकर प्रार्थना की।