{"_id":"693c02822c7031627e06a8d0","slug":"153-history-students-have-been-handling-their-studies-on-their-own-for-two-years-una-news-c-93-1-una1002-174886-2025-12-12","type":"story","status":"publish","title_hn":"Una News: इतिहास के 153 विद्यार्थी दो वर्षों से खुद ही संभाल रहे पढ़ाई का जिम्मा","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Una News: इतिहास के 153 विद्यार्थी दो वर्षों से खुद ही संभाल रहे पढ़ाई का जिम्मा
विज्ञापन
विज्ञापन
गणित और बॉटनी के प्राध्यापकों के पद भी खाली
अटल बिहारी वाजपेयी कॉलेज बंगाणा में शिक्षा व्यवस्था चरमराई
विद्यार्थियों को करना पड़ता है दिक्कतों का सामना
जोगिंद्र देव आर्य
थानाकलां (ऊना)। अटल बिहारी वाजपेयी कॉलेज बंगाणा में शिक्षा व्यवस्था इन दिनों गंभीर संकट से गुजर रही है। पिछले दो वर्षों से इतिहास विभाग में एक भी प्रोफेसर तैनात नहीं है। इतिहास के 153 विद्यार्थी बिना कक्षाओं के सेल्फ स्टडी करने को मजबूर हैं। यही स्थिति गणित और बॉटनी विभागों की भी है, जहां विषय-विशेषज्ञ शिक्षकों के अभाव में कक्षाएं अधूरी पड़ी हैं और विद्यार्थियों का भविष्य सीधे प्रभावित हो रहा है। विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों का कहना है कि व्याख्याताओं की कमी के कारण लैब व प्रैक्टिकल कार्य भी बाधित हैं, जिसका खामियाजा भविष्य में भुगतना पड़ेगा। कॉलेज में गैर-शैक्षणिक स्टाफ की भी भारी कमी है। तीन चपरासी, एक अधीक्षक, एक सीनियर असिस्टेंट और तीन क्लर्क के पद लंबे समय से रिक्त पड़े हैं, जिससे कॉलेज के दैनिक कामकाज पर भी असर पड़ रहा है। अभिभावक अजय शर्मा, सुरेश कुमार, मनोज शर्मा, सुदेश कुमार, राजकुमार, पंचायत प्रधान विजय शर्मा, विनोद कुमार ठाकुर और संजय ठाकुर ने कॉलेज की बदहाल स्थिति पर कड़ी नाराजगी जताई। उनका कहना है कि सरकार और जनप्रतिनिधियों की लापरवाही से विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में धकेला जा रहा है। इतिहास विषय में दो वर्षों से नियमित पढ़ाई न होने के कारण कई विद्यार्थियों की कंपार्टमेंट तक आ चुकी है, फिर भी समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। विद्यार्थियों का आरोप है कि सरकार कागजों में सुधार दिखा रही है, जबकि जमीनी स्तर पर पढ़ाई लगभग ठप है। अभिभावकों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द नियुक्तियां नहीं की गईं तो वे कॉलेज परिसर में धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। साथ ही क्षेत्र के विधायक विवेक शर्मा और मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से कॉलेज में शीघ्र प्राध्यापकों और स्टाफ की नियुक्ति सुनिश्चित करने की मांग की है।
कॉलेज प्रबंधन का पक्ष
इतिहास सहित कई विषयों के पद लंबे समय से खाली हैं। सरकार को लगातार जानकारी भेजी जा रही है, लेकिन अभी तक किसी भी पद पर नियुक्ति नहीं हो पाई है। -रमेश ठाकुर, प्राचार्य, राजकीय कॉलेज बंगाणा
Trending Videos
अटल बिहारी वाजपेयी कॉलेज बंगाणा में शिक्षा व्यवस्था चरमराई
विद्यार्थियों को करना पड़ता है दिक्कतों का सामना
जोगिंद्र देव आर्य
थानाकलां (ऊना)। अटल बिहारी वाजपेयी कॉलेज बंगाणा में शिक्षा व्यवस्था इन दिनों गंभीर संकट से गुजर रही है। पिछले दो वर्षों से इतिहास विभाग में एक भी प्रोफेसर तैनात नहीं है। इतिहास के 153 विद्यार्थी बिना कक्षाओं के सेल्फ स्टडी करने को मजबूर हैं। यही स्थिति गणित और बॉटनी विभागों की भी है, जहां विषय-विशेषज्ञ शिक्षकों के अभाव में कक्षाएं अधूरी पड़ी हैं और विद्यार्थियों का भविष्य सीधे प्रभावित हो रहा है। विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों का कहना है कि व्याख्याताओं की कमी के कारण लैब व प्रैक्टिकल कार्य भी बाधित हैं, जिसका खामियाजा भविष्य में भुगतना पड़ेगा। कॉलेज में गैर-शैक्षणिक स्टाफ की भी भारी कमी है। तीन चपरासी, एक अधीक्षक, एक सीनियर असिस्टेंट और तीन क्लर्क के पद लंबे समय से रिक्त पड़े हैं, जिससे कॉलेज के दैनिक कामकाज पर भी असर पड़ रहा है। अभिभावक अजय शर्मा, सुरेश कुमार, मनोज शर्मा, सुदेश कुमार, राजकुमार, पंचायत प्रधान विजय शर्मा, विनोद कुमार ठाकुर और संजय ठाकुर ने कॉलेज की बदहाल स्थिति पर कड़ी नाराजगी जताई। उनका कहना है कि सरकार और जनप्रतिनिधियों की लापरवाही से विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में धकेला जा रहा है। इतिहास विषय में दो वर्षों से नियमित पढ़ाई न होने के कारण कई विद्यार्थियों की कंपार्टमेंट तक आ चुकी है, फिर भी समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। विद्यार्थियों का आरोप है कि सरकार कागजों में सुधार दिखा रही है, जबकि जमीनी स्तर पर पढ़ाई लगभग ठप है। अभिभावकों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द नियुक्तियां नहीं की गईं तो वे कॉलेज परिसर में धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। साथ ही क्षेत्र के विधायक विवेक शर्मा और मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से कॉलेज में शीघ्र प्राध्यापकों और स्टाफ की नियुक्ति सुनिश्चित करने की मांग की है।
कॉलेज प्रबंधन का पक्ष
इतिहास सहित कई विषयों के पद लंबे समय से खाली हैं। सरकार को लगातार जानकारी भेजी जा रही है, लेकिन अभी तक किसी भी पद पर नियुक्ति नहीं हो पाई है। -रमेश ठाकुर, प्राचार्य, राजकीय कॉलेज बंगाणा
विज्ञापन
विज्ञापन