{"_id":"6946887ace595c0e540f5038","slug":"kitchen-garden-in-diyada-has-become-an-example-children-are-getting-nutritious-food-una-news-c-93-1-ssml1048-175667-2025-12-20","type":"story","status":"publish","title_hn":"Una News: दियाड़ा में किचन गार्डन बना मिसाल, बच्चों को मिल रहा पौष्टिक भोजन","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Una News: दियाड़ा में किचन गार्डन बना मिसाल, बच्चों को मिल रहा पौष्टिक भोजन
विज्ञापन
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दियाडा में किचन गार्डन की सफाई करते हुए स्वयंसेवी ।स्रोत संस्था
विज्ञापन
गार्डन में हरी मिर्च, टमाटर, आलू, प्याज, पालक, मेथी, धनिया किया तैयार
संवाद न्यूज एजेंसी
बड़ूही (ऊना)। उपमंडल अंब के तहत स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दियाड़ा में किचन गार्डन के माध्यम से जैविक खेती की एक बेहतरीन पहल की गई है। यह न केवल ऊना जिले, बल्कि पूरे हिमाचल प्रदेश के लिए प्रेरणा स्रोत बन रही है। विद्यालय परिसर में स्थापित किचन गार्डन और पॉलीहाउस में विभिन्न प्रकार की सब्जियां उगाई जा रही हैं, जिनमें हरी मिर्च, टमाटर, आलू, प्याज, पालक, मेथी, धनिया, सांगरी आदि प्रमुख हैं। इस किचन गार्डन की विशेषता यह है कि यहां सब्जियों का उत्पादन पूरी तरह से जैविक तरीके से किया जा रहा है। खेती में केवल गोबर खाद का उपयोग किया जाता है, जिससे न केवल सब्जियों की गुणवत्ता बेहतर हो रही है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान मिल रहा है। सब्जियों की बेहतर पैदावार के लिए विद्यालय में एक पॉलीहाउस का निर्माण किया गया है, जहां व्यवस्थित रूप से पौधरोपण किया गया है और सिंचाई की उत्कृष्ट व्यवस्था की गई है। इस समग्र कार्य की देखरेख विद्यालय के अर्थशास्त्र प्रवक्ता शिविर मोहम्मद की ओर से की जा रही है। यह कार्य विद्यालय के समस्त स्टाफ के सामूहिक प्रयासों से संभव हो पाया है। प्रधानाचार्य सुशील कुमार ठाकुर इस पहल में पूर्ण सहयोग प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पॉलीहाउस का निर्माण समग्र शिक्षा योजना के तहत प्राप्त सरकारी अनुदान और विद्यालय स्टाफ के योगदान से किया गया है। किचन गार्डन में उगाई जा रही ताजी और जैविक सब्जियों का उपयोग विद्यालय की मध्याह्न भोजन योजना में किया जा रहा है, जिससे बच्चों को पोषक तत्वों से भरपूर, स्वच्छ और स्वास्थ्यवर्धक भोजन मिल रहा है। इसका प्रभाव बच्चों के स्वास्थ्य के साथ-साथ उनकी पढ़ाई पर भी सकारात्मक रूप से पड़ रहा है। यह पहल न केवल बच्चों को जैविक खेती, आत्मनिर्भरता और प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी का संदेश दे रही है, बल्कि यह विद्यालय समुदाय के लिए एक प्रेरणा बन गई है। रिटायर्ड असिस्टेंट कमांडेंट सरवन सिंह, स्थानीय लोग और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की ओर से इस प्रयास की सराहना की जा रही है। आने वाले समय में यह किचन गार्डन अन्य विद्यालयों के लिए भी एक आदर्श मॉडल साबित हो सकता है।
Trending Videos
संवाद न्यूज एजेंसी
बड़ूही (ऊना)। उपमंडल अंब के तहत स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दियाड़ा में किचन गार्डन के माध्यम से जैविक खेती की एक बेहतरीन पहल की गई है। यह न केवल ऊना जिले, बल्कि पूरे हिमाचल प्रदेश के लिए प्रेरणा स्रोत बन रही है। विद्यालय परिसर में स्थापित किचन गार्डन और पॉलीहाउस में विभिन्न प्रकार की सब्जियां उगाई जा रही हैं, जिनमें हरी मिर्च, टमाटर, आलू, प्याज, पालक, मेथी, धनिया, सांगरी आदि प्रमुख हैं। इस किचन गार्डन की विशेषता यह है कि यहां सब्जियों का उत्पादन पूरी तरह से जैविक तरीके से किया जा रहा है। खेती में केवल गोबर खाद का उपयोग किया जाता है, जिससे न केवल सब्जियों की गुणवत्ता बेहतर हो रही है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान मिल रहा है। सब्जियों की बेहतर पैदावार के लिए विद्यालय में एक पॉलीहाउस का निर्माण किया गया है, जहां व्यवस्थित रूप से पौधरोपण किया गया है और सिंचाई की उत्कृष्ट व्यवस्था की गई है। इस समग्र कार्य की देखरेख विद्यालय के अर्थशास्त्र प्रवक्ता शिविर मोहम्मद की ओर से की जा रही है। यह कार्य विद्यालय के समस्त स्टाफ के सामूहिक प्रयासों से संभव हो पाया है। प्रधानाचार्य सुशील कुमार ठाकुर इस पहल में पूर्ण सहयोग प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पॉलीहाउस का निर्माण समग्र शिक्षा योजना के तहत प्राप्त सरकारी अनुदान और विद्यालय स्टाफ के योगदान से किया गया है। किचन गार्डन में उगाई जा रही ताजी और जैविक सब्जियों का उपयोग विद्यालय की मध्याह्न भोजन योजना में किया जा रहा है, जिससे बच्चों को पोषक तत्वों से भरपूर, स्वच्छ और स्वास्थ्यवर्धक भोजन मिल रहा है। इसका प्रभाव बच्चों के स्वास्थ्य के साथ-साथ उनकी पढ़ाई पर भी सकारात्मक रूप से पड़ रहा है। यह पहल न केवल बच्चों को जैविक खेती, आत्मनिर्भरता और प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी का संदेश दे रही है, बल्कि यह विद्यालय समुदाय के लिए एक प्रेरणा बन गई है। रिटायर्ड असिस्टेंट कमांडेंट सरवन सिंह, स्थानीय लोग और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की ओर से इस प्रयास की सराहना की जा रही है। आने वाले समय में यह किचन गार्डन अन्य विद्यालयों के लिए भी एक आदर्श मॉडल साबित हो सकता है।