सीट का समीकरण: 17 चुनाव में से आठ में कांग्रेस तो सात बार भाजपा को मिली जीत, ऐसा है फारबिसगंज का चुनावी इतिहास
बिहार की विधानसभा सीटों से जुड़ी खास सीरीज ‘सीट का समीकरण’ में आज फारबिसगंज विधानसभा सीट की बात करेंगे। इस सीट पर 2020 में भाजपा के विद्या सागर केशरी को जीत मिली थी।

विस्तार
बिहार में विधानसभा चुनाव में नामांकन की प्रक्रिया समाप्त हो गई है। पहले चरण के लिए किस सीट पर कौन मुकाबले में है, यह भी तय हो गया है। दूसरे चरण में 23 अक्तूबर तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। तब यह तय हो जाएगा कि बिहार विधानसभा के लिए कुल कितने चेहरे किस्मत आजमा रहे हैं। चुनाव 6 और 11 नवंबर को होने हैं। नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। इस सियासी हलचल के बीच अमर उजाला की खास सीरीज ‘सीट का समीकरण’ में आज फारबिसगंज विधानसभा सीट की बात करेंगे। फारबिसगंज विधानसभा सीट पर दूसरे चरण में 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। भाजपा ने एक बार फिर मौजूदा विधायक विद्या सागर केशरी को मैदान में उतारा है। वहीं, महागठबंधन की ओर से कांग्रेस के मनोज बिस्वास उम्मीदवार हैं।

कब है बिहार में चुनाव
243 विधानसभा सीटों के लिए दो चरण में- 6 नवंबर और 11 नवंबर को मतदान होगा। 14 नवंबर को नतीजे आएंगे। पहले चरण में 6 नवंबर को 121 सीटों पर वोटिंग होगी। वहीं दूसरे चरण में 11 नवंबर को 122 सीटों पर वोटिंग होगी। इस बार राज्य में कुल 7.43 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमें लगभग 14 लाख नए मतदाता शामिल हैं, जो पहली बार वोट डालेंगे।
पहले चरण में मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सिवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना, भोजपुर, बक्सर जिलों में चुनाव होगा।
दूसरे चरण में पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका, कैमूर, रोहतास, अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई जिलों में चुनाव होगा।
अब जानते हैं फारबिसगंज सीट के बारे में
बिहार के 38 जिलों में से एक अररिया जिला भी है। जिले में कुल 6 विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें नरपतगंज, रानीगंज (एससी), फारबिसगंज, अररिया, जोकीहाट, सिकटी विधानसभा सीटें शामिल हैं। अररिया एक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र भी है। इसमें इसी जिले की 6 विधानसभा सीटें शामिल हैं। फारबिसगंज में सबसे पहले चुनाव 1952 में हुए थे। 1957 में सीट पर दो विधायकों को चुना गया था। इस चुनाव में सीट को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दिया गया था।
कब कौन-कौन जीता चुनाव
1952- कांग्रेस के बोकाई मंडल को सीट पर मिली जीत।
1957- कांग्रेस के डुमर लाल बैठा और शीतल प्रसाद गुप्ता को मिली जीत।
1962- प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के सरयू मिश्र को मिली जीत।
1967,1969, 1972, 1977, 1980,1985- कांग्रेस से सरयू मिश्र ने लगातार छह बार जीत दर्ज की।
1990, 1995- भारतीय जनता पार्टी के मायानन्द ठाकुर को मिली जीत।
2000- बहुजन समाज पार्टी जाकिर हुसैन खान को मिली जीत।
2005 (फरवरी, अक्तूबर)- भारतीय जनता पार्टी के लक्ष्मी नारायण मेहता को मिली जीत।
2010- भाजपा के पदम पराग रॉय को सीट पर मिली जीत।
2015, 2020- भाजपा के विद्या सागर केशरी की जीत मिली।