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JEE Mains 2021: पेपर में हेरफेर के मामले में IGI एयरपोर्ट से रूसी नागरिक गिरफ्तार, CBI ने शुरू की पूछताछ
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अभिषेक दीक्षित
Updated Mon, 03 Oct 2022 10:42 PM IST
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सार
पिछले साल सितंबर में एजेंसी ने एफिनिटी एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड और उसके तीन निदेशकों सिद्धार्थ कृष्णा, विश्वंभर मणि त्रिपाठी और गोविंद वार्ष्णेय के अलावा अन्य के खिलाफ परीक्षा में कथित हेरफेर के लिए मामला दर्ज किया था।

सीबीआई
- फोटो : फाइल
विस्तार
सीबीआई एक रूसी नागरिक से पूछताछ कर रही है। उससे जेईई मेंस 2021 परीक्षा के दौरान हैकिंग के आरोप में पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि सीबीआई ने पिछले साल जेईई (मेन्स) परीक्षा में कथित हेराफेरी की जांच के सिलसिले में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर एक रूसी नागरिक को गिरफ्तार किया है। केंद्रीय एजेंसी ने प्रतिष्ठित परीक्षा में कथित हेरफेर के लिए मुख्य हैकर होने के संदेह में विदेशी नागरिक के खिलाफ 'लुक आउट सर्कुलर' जारी किया था।
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उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को एजेंसियों ने सतर्क किया, जब रूसी नागरिक विदेश से हवाई अड्डे पर पहुंचा। उसे तुरंत सीबीआई ने पकड़ लिया। एजेंसी ने जेईई हेरफेर मामले की जांच के संबंध में उससे पूछताछ की शुरू कर दी है। बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
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एजेंसी ने पिछले साल सितंबर में एफिनिटी एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड और उसके तीन निदेशकों सिद्धार्थ कृष्ण, विश्वंभर मणि त्रिपाठी और गोविंद वार्ष्णेय के खिलाफ मामला दर्ज किया था। कुछ अन्य लोगों पर भी मामला दर्ज किया गया था।
जानकारी के मुताबिक, आरोप है कि तीनों निदेशक अन्य सहयोगियों और दलालों के साथ साजिश रचते थे और जेईई (मेन्स) की ऑनलाइन परीक्षा में हेरफेर करते थे। इसके तहत अभ्यर्थियों से भारी रकम वसूली जा रही थी और उन्हें देश के शीर्ष राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में उन्हें प्रवेश दिलाया जा रहा था।
बताया गया कि हरियाणा के सोनीपत में एक चयनित परीक्षा केंद्र से आवेदकों के प्रश्नपत्रों को सॉफ्टवेयर हैकिंग की मदद से हल कराया जा रहा था। इसके जरिए शीर्ष राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में प्रवेश पाने की सुविधा प्रदान की जा रही थी।