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Weather: राजस्थान में हल्की बारिश और बंगाल में तेज हवाओं से बदला मौसम का मिजाज, बढ़ी ठंड
अमर उजाला ब्यूरो
Published by: लव गौर
Updated Thu, 06 Nov 2025 04:53 AM IST
सार
Weather News: मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर भारत से आने वाली ठंडी हवाएं आने वाले दिनों में बंगाल और राजस्थान दोनों राज्यों में सर्दी का असर बढ़ा देंगी। दोनों ही राज्यों में सुबह और रात के समय तापमान में गिरावट और हवा में नमी की कमी महसूस की जाएगी।
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बदला मौसम का मिजाज, ठंड बढ़ी (सांकेतिक तस्वीर)
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
पश्चिम बंगाल और राजस्थान में मौसम का मिजाज बदल गया है। राजस्थान के कई हिस्सों में हल्की बारिश और ओले गिरने से तापमान में गिरावट आई है, वहीं प. बंगाल में शुष्क हवाओं के चलने से रात के साथ अब दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की है। उधर, श्रीनगर में ताजा बर्फबारी के चलते श्रीनगर-लेह हाईवे बंद हो गया।
जयपुर स्थित मौसम केंद्र के अनुसार, पिछले 24 घंटों में राज्य के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर ओले भी गिरे। बारां जिले के छबड़ा में सबसे अधिक 40 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। विभाग ने बताया कि जैसलमेर में अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस और चूरू में न्यूनतम 14.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि अब राज्य के अधिकांश हिस्सों में शुष्क मौसम रहेगा और उत्तर से आने वाली ठंडी हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान में तीन से पांच डिग्री तक की गिरावट संभव है। अगले कुछ दिनों में जयपुर, बीकानेर, सीकर और अजमेर जैसे शहरों में सुबह और रातें और ठंडी हो सकती हैं। विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे फसलों को ओस और ठंड से बचाने के उपाय करें।
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जयपुर स्थित मौसम केंद्र के अनुसार, पिछले 24 घंटों में राज्य के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर ओले भी गिरे। बारां जिले के छबड़ा में सबसे अधिक 40 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। विभाग ने बताया कि जैसलमेर में अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस और चूरू में न्यूनतम 14.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि अब राज्य के अधिकांश हिस्सों में शुष्क मौसम रहेगा और उत्तर से आने वाली ठंडी हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान में तीन से पांच डिग्री तक की गिरावट संभव है। अगले कुछ दिनों में जयपुर, बीकानेर, सीकर और अजमेर जैसे शहरों में सुबह और रातें और ठंडी हो सकती हैं। विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे फसलों को ओस और ठंड से बचाने के उपाय करें।
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एक सप्ताह तक बना रहेगा शुष्क मौसम
उधर, पश्चिम बंगाल में भी मौसम ने करवट ली है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, आने वाले एक सप्ताह तक राज्य में शुष्क मौसम बना रहेगा। बंगाल की खाड़ी से नमी भरी हवाओं के न आने और उत्तर से सूखी हवाओं के चलने से तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की जाएगी। बुधवार को दार्जिलिंग में राज्य का सबसे कम न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि कालिम्पोंग में 16.5 डिग्री रहा। मैदानी क्षेत्रों में पुरुलिया सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। बैंकुरा और श्रीनिकेतन में तापमान क्रमशः 18.1 और 18.2 डिग्री सेल्सियस रहा। राजधानी कोलकाता का न्यूनतम तापमान 22.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य के करीब है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर भारत से आने वाली ठंडी हवाएं आने वाले दिनों में बंगाल और राजस्थान दोनों राज्यों में सर्दी का असर बढ़ा देंगी। दोनों ही राज्यों में सुबह और रात के समय तापमान में गिरावट और हवा में नमी की कमी महसूस की जाएगी। मौसम विभाग के अनुसार, नवंबर के दूसरे सप्ताह तक पूरे पूर्वी और उत्तर-पश्चिमी भारत में सर्दी का असर और बढ़ने की संभावना है।
उधर, पश्चिम बंगाल में भी मौसम ने करवट ली है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, आने वाले एक सप्ताह तक राज्य में शुष्क मौसम बना रहेगा। बंगाल की खाड़ी से नमी भरी हवाओं के न आने और उत्तर से सूखी हवाओं के चलने से तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की जाएगी। बुधवार को दार्जिलिंग में राज्य का सबसे कम न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि कालिम्पोंग में 16.5 डिग्री रहा। मैदानी क्षेत्रों में पुरुलिया सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। बैंकुरा और श्रीनिकेतन में तापमान क्रमशः 18.1 और 18.2 डिग्री सेल्सियस रहा। राजधानी कोलकाता का न्यूनतम तापमान 22.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य के करीब है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर भारत से आने वाली ठंडी हवाएं आने वाले दिनों में बंगाल और राजस्थान दोनों राज्यों में सर्दी का असर बढ़ा देंगी। दोनों ही राज्यों में सुबह और रात के समय तापमान में गिरावट और हवा में नमी की कमी महसूस की जाएगी। मौसम विभाग के अनुसार, नवंबर के दूसरे सप्ताह तक पूरे पूर्वी और उत्तर-पश्चिमी भारत में सर्दी का असर और बढ़ने की संभावना है।
घाटी में बर्फबारी से श्रीनगर-लेह हाईवे व राजदान दर्रा बंद
जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी के चलते बुधवार को मुगल रोड, श्रीनगर-लेह हाईवे व राजदान दर्रा बंद हो गया। उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में राजदान दर्रे पर भारी बर्फबारी के बीच सात नागरिक फंस गए। इन्हें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने सुरक्षित निकाला। वहीं लेह के द्रास सेक्टर में भी 3 से चार फुट बर्फ जम गई। मंगलवार रात बारिश के बाद जम्मू में भी ठंड बढ़ गई है। घाटी में मंगलवार को हुई बारिश के चलते रात का पारा 5. 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। जम्मू में पारे में गिरावट दर्ज की गई है। न्यूनतम तापमान मंगलवार के 16 डिग्री से घटकर 14.6 डिग्री सेल्सियस बुधवार को दर्ज हुआ। एक तरफ मौसम चुनौती बना है तो दूसरी तरफ गुलमर्ग और सोनमर्ग में पर्यटक बर्फबारी का आनंद उठा रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी के चलते बुधवार को मुगल रोड, श्रीनगर-लेह हाईवे व राजदान दर्रा बंद हो गया। उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में राजदान दर्रे पर भारी बर्फबारी के बीच सात नागरिक फंस गए। इन्हें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने सुरक्षित निकाला। वहीं लेह के द्रास सेक्टर में भी 3 से चार फुट बर्फ जम गई। मंगलवार रात बारिश के बाद जम्मू में भी ठंड बढ़ गई है। घाटी में मंगलवार को हुई बारिश के चलते रात का पारा 5. 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। जम्मू में पारे में गिरावट दर्ज की गई है। न्यूनतम तापमान मंगलवार के 16 डिग्री से घटकर 14.6 डिग्री सेल्सियस बुधवार को दर्ज हुआ। एक तरफ मौसम चुनौती बना है तो दूसरी तरफ गुलमर्ग और सोनमर्ग में पर्यटक बर्फबारी का आनंद उठा रहे हैं।
शून्य दृश्यता, तेज हवा और कई इंच बर्फबारी में लोगों को ढूंढ निकाला
अधिकारियों के अनुसार, मंगलवार देर शाम बर्फबारी के बीच कई नागरिक पहाड़ी इलाके में फंस गए। सूचना पर बीएसएफ पोस्ट राजदान के कंपनी कमांडर ने खराब मौसम और लगभग शून्य दृश्यता के बावजूद तुरंत बचाव दल तैनात किया। दल ने तेज हवा और कई इंच बर्फ जमा होने के बावजूद फंसे हुए नागरिकों को सुरक्षित चौकी तक पहुंचाया। बांदीपोरा से गुरेज जा रहे बचाए गए लोग घंटों तक बिना भोजन या उचित आश्रय के फंसे रहे थे। त्वरित कार्रवाई ने कश्मीर के सबसे दुर्गम पर्वतीय दर्रों में से एक में एक संभावित त्रासदी को टालने में मदद की।
अधिकारियों के अनुसार, मंगलवार देर शाम बर्फबारी के बीच कई नागरिक पहाड़ी इलाके में फंस गए। सूचना पर बीएसएफ पोस्ट राजदान के कंपनी कमांडर ने खराब मौसम और लगभग शून्य दृश्यता के बावजूद तुरंत बचाव दल तैनात किया। दल ने तेज हवा और कई इंच बर्फ जमा होने के बावजूद फंसे हुए नागरिकों को सुरक्षित चौकी तक पहुंचाया। बांदीपोरा से गुरेज जा रहे बचाए गए लोग घंटों तक बिना भोजन या उचित आश्रय के फंसे रहे थे। त्वरित कार्रवाई ने कश्मीर के सबसे दुर्गम पर्वतीय दर्रों में से एक में एक संभावित त्रासदी को टालने में मदद की।