{"_id":"6943077fb4a7b27c570aba58","slug":"the-struggle-committee-staged-a-protest-over-the-allocation-of-mbbs-seats-leading-to-clashes-with-the-police-kathua-news-c-201-1-knt1006-127330-2025-12-18","type":"story","status":"publish","title_hn":"Kathua News: एमबीबीएस सीटों के बंटवारे को लेकर संघर्ष समिति का प्रदर्शन, पुलिस से झड़प","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Kathua News: एमबीबीएस सीटों के बंटवारे को लेकर संघर्ष समिति का प्रदर्शन, पुलिस से झड़प
विज्ञापन
कठुआ में टायर फूंककर प्रदर्शन करते श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति के सदस्य
विज्ञापन
कठुआ। श्री माता वैष्णो देवी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस में एमबीबीएस सीटों के बंटवारे को लेकर संघर्षरत श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति और पुलिस के बीच उस समय संघर्ष देखने को मिला जब कठुआ के शहीदी चौक पर प्रदर्शनकारियों ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल का पुतला जलाने का प्रयास किया।
बुधवार को जैसे ही प्रदर्शनकारियों ने पुतला जलाने की कोशिश की, वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे छीनने का प्रयास किया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच छीना-झपटी हुई। पुतले का एक हिस्सा पुलिस अपने साथ ले गई, जबकि शेष हिस्सा प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर गुस्से का इजहार किया।
संघर्ष समिति के जिला सह-संयोजक शशि शर्मा ने कहा कि यह प्रदर्शन श्राइन बोर्ड और प्रशासन के खिलाफ था, जिन्होंने समिति की मांगों को गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि माता वैष्णो देवी के चढ़ावे से चल रहे संस्थान के धन का दुरुपयोग कर शिक्षा के नाम पर ऐसे लोगों को लाभ दिया जा रहा है जो स्थानीय हितों के खिलाफ हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया तो हालात अमरनाथ आंदोलन जैसे हो सकते हैं।
जिला विकास परिषद के उपचेयरमैन रघुनंदन सिंह बब्लू ने कहा कि उपराज्यपाल प्रशासन और पूर्व सरकारें जम्मू के लोगों की अनदेखी कर रही हैं। यदि लोक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सीटों के बंटवारे पर पुनर्विचार नहीं किया गया तो स्थिति और बिगड़ सकती है। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को प्रधानमंत्री और गृहमंत्री तक पहुंचाएंगे।
संघर्ष समिति के सदस्य सक्षम कौशल ने इसे महाभारत से जोड़ते हुए कहा कि जिस तरह पांडवों ने युद्ध से पहले पांच गांव मांगे थे। उसी तरह समिति ने भी दो मांगें रखी थीं, जिसमें पहली, माता वैष्णो देवी को श्राइन बोर्ड से हटाना और दूसरी मेडिकल इंस्टिट्यूट में हिंदू विद्यार्थियों को प्राथमिकता देना। उन्होंने आरोप लगाया कि इन मांगों को अस्वीकार कर संघर्ष को जन्म दिया गया है। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया और कहा कि यदि मेरिट की बात करनी है तो मुख्यमंत्री को पहले इसे अपने दल पर लागू करना चाहिए।
प्रदर्शन करने वालों में मयंक भगोत्रा, राहुलदेव शर्मा, विशाल सर्राफ, राजेश मेहता, अक्षय भारती, रमेश भारती, बलदेव सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे।
Trending Videos
बुधवार को जैसे ही प्रदर्शनकारियों ने पुतला जलाने की कोशिश की, वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे छीनने का प्रयास किया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच छीना-झपटी हुई। पुतले का एक हिस्सा पुलिस अपने साथ ले गई, जबकि शेष हिस्सा प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर गुस्से का इजहार किया।
विज्ञापन
विज्ञापन
संघर्ष समिति के जिला सह-संयोजक शशि शर्मा ने कहा कि यह प्रदर्शन श्राइन बोर्ड और प्रशासन के खिलाफ था, जिन्होंने समिति की मांगों को गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि माता वैष्णो देवी के चढ़ावे से चल रहे संस्थान के धन का दुरुपयोग कर शिक्षा के नाम पर ऐसे लोगों को लाभ दिया जा रहा है जो स्थानीय हितों के खिलाफ हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया तो हालात अमरनाथ आंदोलन जैसे हो सकते हैं।
जिला विकास परिषद के उपचेयरमैन रघुनंदन सिंह बब्लू ने कहा कि उपराज्यपाल प्रशासन और पूर्व सरकारें जम्मू के लोगों की अनदेखी कर रही हैं। यदि लोक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सीटों के बंटवारे पर पुनर्विचार नहीं किया गया तो स्थिति और बिगड़ सकती है। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को प्रधानमंत्री और गृहमंत्री तक पहुंचाएंगे।
संघर्ष समिति के सदस्य सक्षम कौशल ने इसे महाभारत से जोड़ते हुए कहा कि जिस तरह पांडवों ने युद्ध से पहले पांच गांव मांगे थे। उसी तरह समिति ने भी दो मांगें रखी थीं, जिसमें पहली, माता वैष्णो देवी को श्राइन बोर्ड से हटाना और दूसरी मेडिकल इंस्टिट्यूट में हिंदू विद्यार्थियों को प्राथमिकता देना। उन्होंने आरोप लगाया कि इन मांगों को अस्वीकार कर संघर्ष को जन्म दिया गया है। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया और कहा कि यदि मेरिट की बात करनी है तो मुख्यमंत्री को पहले इसे अपने दल पर लागू करना चाहिए।
प्रदर्शन करने वालों में मयंक भगोत्रा, राहुलदेव शर्मा, विशाल सर्राफ, राजेश मेहता, अक्षय भारती, रमेश भारती, बलदेव सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे।