{"_id":"686c285eb1383ab5f405bc06","slug":"interview-for-the-post-of-assistant-professor-rajouri-news-c-272-1-raj1001-104964-2025-07-08","type":"story","status":"publish","title_hn":"Rajouri News: गोजरी व पहाड़ी विषयों के सहायक \nप्रोफेसर के पदों के लिए साक्षात्कार की मांग","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Rajouri News: गोजरी व पहाड़ी विषयों के सहायक प्रोफेसर के पदों के लिए साक्षात्कार की मांग
विज्ञापन

-जम्मू विवि ने 2023 में निकाला विज्ञापन, नहीं लिए साक्षात्कार
संवाद न्यूज एजेंसी
राजोेरी। नगर परिषद राजोेरी के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट मोहम्मद आरिफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जम्मू विश्वविद्यालय प्रशासन से गोजरी और पहाड़ी विषयों के सहायक प्रोफेसर के साक्षात्कार लेने की मांग की है।
उन्होंने बताया कि 22 मई 2023 को कई विषयों के सहायक प्रोफेसरों के लिए विज्ञापन दिया गया था। दो साल बाद भी पहाड़ी और गोजरी विषयों के लिए साक्षात्कार नहीं लिए गए हैं, जबकि बाकी के साक्षात्कार हो चुके हैं। आरिफ ने कहा कि गोजरी और पहाड़ी विषयों के अभ्यर्थियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। यह घोर अन्याय है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सरकार कह रही है कि किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा। प्रत्येक वर्ग को न्याय प्रदान किया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। उपराज्यपाल को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए; अन्यथा, पहाड़ी और गोजरी भाषाओं और जातीयता का भविष्य अंधकार में हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अन्य पदों के लिए साक्षात्कार आयोजित किए गए हैं, तो इन पदों के लिए देरी क्यों हो रही है, जबकि केवल एक सप्ताह बचा है। उन्होंने केंद्र सरकार से आवश्यक कार्रवाई करने और विश्वविद्यालय के उप कुलपति को निर्देश देकर साक्षात्कार जल्द करवाने की मांग की है।
विज्ञापन

Trending Videos
संवाद न्यूज एजेंसी
राजोेरी। नगर परिषद राजोेरी के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट मोहम्मद आरिफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जम्मू विश्वविद्यालय प्रशासन से गोजरी और पहाड़ी विषयों के सहायक प्रोफेसर के साक्षात्कार लेने की मांग की है।
उन्होंने बताया कि 22 मई 2023 को कई विषयों के सहायक प्रोफेसरों के लिए विज्ञापन दिया गया था। दो साल बाद भी पहाड़ी और गोजरी विषयों के लिए साक्षात्कार नहीं लिए गए हैं, जबकि बाकी के साक्षात्कार हो चुके हैं। आरिफ ने कहा कि गोजरी और पहाड़ी विषयों के अभ्यर्थियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। यह घोर अन्याय है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सरकार कह रही है कि किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा। प्रत्येक वर्ग को न्याय प्रदान किया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। उपराज्यपाल को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए
विज्ञापन
विज्ञापन