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Rajouri News: सुप्रीम कोर्ट ने पेंटिंग्स में देखा राजोेरी का न्याय
संवाद न्यूज एजेंसी, राजौरी
Updated Sun, 30 Nov 2025 01:28 AM IST
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राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस पर भारत के सर्वोच्च न्यायलय में राजोेरी के दो विद्यार्थियों की पेंटिं
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- राष्ट्रीय कानूनी सेवा दिवस के 30 साल पूरे होने पर प्रतियोगिता, जम्मू-कश्मीर से चुनी थी चार कलाकृतियां
राजोरी। जम्मू-कश्मीर के छात्रों ने कला का प्रदर्शन कर प्रदेश का मान बढ़ाया है। सुप्रीम कोर्ट में न्याय पर आधारित राजोरी के 2 छात्रों की भी पेंटिंग्स पहुंची जिसे प्रतिष्ठित परिसर में दिखाया गया। राष्ट्रीय कानूनी सेवा दिवस के 30 साल पूरे होने पर राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण ने पेंटिंग, स्कैचिंग और फोटोग्राफी प्रतियोगिता करवाई।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर से चार कलाकृतियों को चुना गया। खास बात यह रही कि इनमें राजोेरी के दो विद्यार्थी शामिल थे जो असाधारण प्रतिभा और क्रिएटिविटी को दिखाते हैं। चुनी गई पेंटिंग्स नेशनल पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल राजोरी में 8वीं कक्षा के वीशान रुबानी पुत्र मोहम्मद आलम और सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल चिंग्स में 12वीं की छात्रा सुरेक्षा चंदन पुत्री राज कुमार की ओर से बनाई गई है। दमदार थीम, बराबरी और कानूनी जागरूकता के प्रेरक चित्रण को सर्वोच्च न्यायालय के ऑडिटोरियम में गर्व से दिखाया गया। चेयरमैन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजोेरी और प्रिंसिपल जिला एंड सेशन जज राजिंदर ने कहा कि यह खास सम्मान विद्यार्थियों की असाधारण क्षमता को दिखाता है। सर्वोच्च न्यायालय में उनकी कलाकृतियों का दिखाया जाना बड़ी उपलब्धि है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव एवं सब जज शमा शर्मा ने कहा कि ऐसी कामयाबियां युवाओं को रचनात्मकता के साथ-साथ कानूनी साक्षरता व जागरूकता को बढ़ावा देने वाले प्रयास में भाग लेने को प्रेरित करती है। इन विद्यार्थियों के कलाकृतियां न्याय के सिंबल के तौर पर चमकते हैं जो जम्मू-कश्मीर को शान से रंगते हैं।
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राजोरी। जम्मू-कश्मीर के छात्रों ने कला का प्रदर्शन कर प्रदेश का मान बढ़ाया है। सुप्रीम कोर्ट में न्याय पर आधारित राजोरी के 2 छात्रों की भी पेंटिंग्स पहुंची जिसे प्रतिष्ठित परिसर में दिखाया गया। राष्ट्रीय कानूनी सेवा दिवस के 30 साल पूरे होने पर राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण ने पेंटिंग, स्कैचिंग और फोटोग्राफी प्रतियोगिता करवाई।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर से चार कलाकृतियों को चुना गया। खास बात यह रही कि इनमें राजोेरी के दो विद्यार्थी शामिल थे जो असाधारण प्रतिभा और क्रिएटिविटी को दिखाते हैं। चुनी गई पेंटिंग्स नेशनल पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल राजोरी में 8वीं कक्षा के वीशान रुबानी पुत्र मोहम्मद आलम और सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल चिंग्स में 12वीं की छात्रा सुरेक्षा चंदन पुत्री राज कुमार की ओर से बनाई गई है। दमदार थीम, बराबरी और कानूनी जागरूकता के प्रेरक चित्रण को सर्वोच्च न्यायालय के ऑडिटोरियम में गर्व से दिखाया गया। चेयरमैन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजोेरी और प्रिंसिपल जिला एंड सेशन जज राजिंदर ने कहा कि यह खास सम्मान विद्यार्थियों की असाधारण क्षमता को दिखाता है। सर्वोच्च न्यायालय में उनकी कलाकृतियों का दिखाया जाना बड़ी उपलब्धि है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव एवं सब जज शमा शर्मा ने कहा कि ऐसी कामयाबियां युवाओं को रचनात्मकता के साथ-साथ कानूनी साक्षरता व जागरूकता को बढ़ावा देने वाले प्रयास में भाग लेने को प्रेरित करती है। इन विद्यार्थियों के कलाकृतियां न्याय के सिंबल के तौर पर चमकते हैं जो जम्मू-कश्मीर को शान से रंगते हैं।
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