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Srinagar News: एलजी ने दिव्यांगजनों के लिए समान अवसर और बाधा-रहित पहुंच पर दिया जोर
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अबिलिटी मेला उद्घाटन में उपराज्यपाल कविंदर गुप्ता ने दिव्यांगजनों के लिए समान अवसर और बाधा-रहित
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-उपराज्यपाल कविंद्र गुप्ता ने अबिलिटी मेला का किया उद्घाटन
संवाद न्यूज एजेंसी
लेह। लद्दाख के उपराज्यपाल कविंद्र गुप्ता ने पंचायत रिसोर्स सेंटर लेह में वीरवार को अबिलिटी मेला 2025 का उद्घाटन किया। ये मेला अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया। इस दौरान एलजी ने दिव्यांगजनों के लिए समान अवसर और बाधा रहित पहुंच पर जोर दिया।
यह कार्यक्रम जिला समाज कल्याण कार्यालय द्वारा पीपल्स एक्शन ग्रुप फॉर इंक्लूजन एंड राइट्स, मुनसल और रेवा सोसाइटी के सहयोग से आयोजित किया गया था। मेले का उद्देश्य रोजगार क्षमता बढ़ाना, सम्मानजनक आजीविकाओं को बढ़ावा देना और सभी के लिए समावेशी और सुगम समाज के निर्माण के प्रति लद्दाख की प्रतिबद्धता को मजबूत करना था।
उपराज्यपाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस को केवल एक वार्षिक आयोजन के रूप में नहीं, बल्कि समानता, गरिमा और सम्मान को बनाए रखने की मानवता की साझी जिम्मेदारी के रूप में देखा जाना चाहिए। उन्होंने लद्दाख के लोगों विशेषकर दिव्यांगजनों की अदम्य शक्ति और साहस की सराहना करते हुए कहा कि वे कठिन जलवायु और भौगोलिक परिस्थितियों की चुनौतियों को पार करने की प्रेरणादायक क्षमता रखते हैं।
उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन की इस प्रतिबद्धता को दोहराया कि दिव्यांगों के लिए सुलभ बुनियादी ढांचा, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, कौशल विकास, स्वास्थ्य सेवाएँ, पुनर्वास तथा शासन व सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों में सार्थक भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने उन दिव्यांग लोगों की भी प्रशंसा की जो खेल, कला, शिक्षा, संस्कृति और उद्यमिता जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्टता के नए मानक स्थापित कर रहे हैं। उन्होंने समाज से अपील की कि वह प्रतीकात्मक कदमों से आगे बढ़कर वास्तविक और दीर्घकालिक समावेशी दृष्टिकोण अपनाएं।
उन्होंने लद्दाख में चल रही प्रमुख पहलों का उल्लेख किया जिनमें दिव्यांग छात्रों के लिए छात्रवृत्ति, कौशल-विकास एवं रोजगार कार्यक्रम, स्वरोजगार को बढ़ावा, सहायक उपकरणों का वितरण और सभी सरकारी विभागों में समान-अवसर मानकों का सख्ती से पालन शामिल है। एलजी ने कुंस-न्योम्स योजना के तहत लाभार्थियों को ट्राई-स्कूटर, श्रवण यंत्र और ब्रेल उपकरण वितरित किए। यह योजना लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद लेह द्वारा दिव्यांग व्यक्तियों को सहायक उपकरण प्रदान करने के लिए शुरू की गई एक सब्सिडी योजना है।
उन्होंने सोनम सोपारी, दोरजे स्तक्मो और सोनम आंगचुक को भी सम्मानित किया। ये सभी त्सेस-गोन वीडियो से जुड़े उल्लेखनीय व्यक्तित्व हैं जिसमें दिव्यांग कलाकार शामिल हैं। उपराज्यपाल ने विभिन्न स्टॉलों का भी दौरा किया जहां जिला समाज कल्याण कार्यालय और अन्य स्वयंसेवी संगठनों द्वारा उत्पाद, छात्रवृत्ति योजनाएं, पेंशन योजनाएं और अन्य पहलें प्रदर्शित की गई थीं।
प्रशासनिक सचिव शशांका आला ने विस्तृत प्रस्तुति के माध्यम से लद्दाख में दिव्यांगजनों की स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि वर्तमान में लद्दाख में लगभग 4,223 दिव्यांग व्यक्ति हैं, जिनमें अधिकांश की आयु 45 वर्ष से अधिक है, जबकि 6 से 17 वर्ष की आयु वाले दिव्यांग बच्चे समावेशी शिक्षा की आवश्यकता में हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि उचित कौशल प्रशिक्षण के बाद लद्दाख के दिव्यांगजन ऑल लद्दाख होटल एंड गेस्ट हाउस एसोसिएशन और मर्चेंट एसोसिएशन द्वारा आतिथ्य क्षेत्र में रोजगार प्रदान किए जाएंगे।
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संवाद न्यूज एजेंसी
लेह। लद्दाख के उपराज्यपाल कविंद्र गुप्ता ने पंचायत रिसोर्स सेंटर लेह में वीरवार को अबिलिटी मेला 2025 का उद्घाटन किया। ये मेला अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया। इस दौरान एलजी ने दिव्यांगजनों के लिए समान अवसर और बाधा रहित पहुंच पर जोर दिया।
यह कार्यक्रम जिला समाज कल्याण कार्यालय द्वारा पीपल्स एक्शन ग्रुप फॉर इंक्लूजन एंड राइट्स, मुनसल और रेवा सोसाइटी के सहयोग से आयोजित किया गया था। मेले का उद्देश्य रोजगार क्षमता बढ़ाना, सम्मानजनक आजीविकाओं को बढ़ावा देना और सभी के लिए समावेशी और सुगम समाज के निर्माण के प्रति लद्दाख की प्रतिबद्धता को मजबूत करना था।
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उपराज्यपाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस को केवल एक वार्षिक आयोजन के रूप में नहीं, बल्कि समानता, गरिमा और सम्मान को बनाए रखने की मानवता की साझी जिम्मेदारी के रूप में देखा जाना चाहिए। उन्होंने लद्दाख के लोगों विशेषकर दिव्यांगजनों की अदम्य शक्ति और साहस की सराहना करते हुए कहा कि वे कठिन जलवायु और भौगोलिक परिस्थितियों की चुनौतियों को पार करने की प्रेरणादायक क्षमता रखते हैं।
उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन की इस प्रतिबद्धता को दोहराया कि दिव्यांगों के लिए सुलभ बुनियादी ढांचा, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, कौशल विकास, स्वास्थ्य सेवाएँ, पुनर्वास तथा शासन व सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों में सार्थक भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने उन दिव्यांग लोगों की भी प्रशंसा की जो खेल, कला, शिक्षा, संस्कृति और उद्यमिता जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्टता के नए मानक स्थापित कर रहे हैं। उन्होंने समाज से अपील की कि वह प्रतीकात्मक कदमों से आगे बढ़कर वास्तविक और दीर्घकालिक समावेशी दृष्टिकोण अपनाएं।
उन्होंने लद्दाख में चल रही प्रमुख पहलों का उल्लेख किया जिनमें दिव्यांग छात्रों के लिए छात्रवृत्ति, कौशल-विकास एवं रोजगार कार्यक्रम, स्वरोजगार को बढ़ावा, सहायक उपकरणों का वितरण और सभी सरकारी विभागों में समान-अवसर मानकों का सख्ती से पालन शामिल है। एलजी ने कुंस-न्योम्स योजना के तहत लाभार्थियों को ट्राई-स्कूटर, श्रवण यंत्र और ब्रेल उपकरण वितरित किए। यह योजना लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद लेह द्वारा दिव्यांग व्यक्तियों को सहायक उपकरण प्रदान करने के लिए शुरू की गई एक सब्सिडी योजना है।
उन्होंने सोनम सोपारी, दोरजे स्तक्मो और सोनम आंगचुक को भी सम्मानित किया। ये सभी त्सेस-गोन वीडियो से जुड़े उल्लेखनीय व्यक्तित्व हैं जिसमें दिव्यांग कलाकार शामिल हैं। उपराज्यपाल ने विभिन्न स्टॉलों का भी दौरा किया जहां जिला समाज कल्याण कार्यालय और अन्य स्वयंसेवी संगठनों द्वारा उत्पाद, छात्रवृत्ति योजनाएं, पेंशन योजनाएं और अन्य पहलें प्रदर्शित की गई थीं।
प्रशासनिक सचिव शशांका आला ने विस्तृत प्रस्तुति के माध्यम से लद्दाख में दिव्यांगजनों की स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि वर्तमान में लद्दाख में लगभग 4,223 दिव्यांग व्यक्ति हैं, जिनमें अधिकांश की आयु 45 वर्ष से अधिक है, जबकि 6 से 17 वर्ष की आयु वाले दिव्यांग बच्चे समावेशी शिक्षा की आवश्यकता में हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि उचित कौशल प्रशिक्षण के बाद लद्दाख के दिव्यांगजन ऑल लद्दाख होटल एंड गेस्ट हाउस एसोसिएशन और मर्चेंट एसोसिएशन द्वारा आतिथ्य क्षेत्र में रोजगार प्रदान किए जाएंगे।