{"_id":"69484af31b96675f2704a05c","slug":"srinagar-pulse-polio-campaign-gave-drops-to-childrens-srinagar-news-c-10-lko1027-791862-2025-12-22","type":"story","status":"publish","title_hn":"Srinagar News: घाटी में पिलाई गईं जिंदगी की दो बूंदें","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Srinagar News: घाटी में पिलाई गईं जिंदगी की दो बूंदें
विज्ञापन
श्रीनगर में बच्चे को पोलियो ड्रॉप पिलाकर किया अभियान का शुभारंभ। स्रोत प्रशासन
विज्ञापन
- श्रीनगर, कुपवाड़ा, बांदीपोरा सहित कश्मीर के सभी जिलों में चला अभियान
-668 टीकाकरण बूथ स्थापित किए गए
-3,000 स्वास्थ्य अधिकारियों की तैनाती
अमर उजाला ब्यूरो
श्रीनगर। कश्मीर घाटी में रविवार को पल्स पोलियो टीकाकरण का शुभारंभ किया गया। इस दौरान श्रीनगर, कुपवाड़ा, बांदीपोरा सहित कश्मीर के सभी जिलों में अभियान चलाकर पांच वर्ष तक के बच्चों को दो बूंदें जिंदगी की पिलाई गईं।
श्रीनगर में उपायुक्त अक्षय लाबरू ने रविवार को अर्बन प्राइमरी हेल्थ सेंटर बटमालू में तीव्र पल्स पोलियो टीकाकरण (आईपीपीआई)-2025 कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यह अभियान जिले में 0-5 वर्ष आयु वर्ग के लगभग दो लाख बच्चों को पोलियो की बूंदें देने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। यह कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित किया गया था जिसमें उपायुक्त ने कई बच्चों को पल्स पोलियो की बूंदें दीं और टीकाकरण अभियान के सुचारु संचालन के लिए किए गए इंतजामों की समीक्षा की।
इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि पल्स पोलियो टीकाकरण एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य पहल है जिसका उद्देश्य बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाना है। उन्होंने जोर दिया कि 100 प्रतिशत कवरेज हासिल करना जिले के पोलियो मुक्त दर्जे को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। डीसी ने अभिभावकों और संरक्षकों से अपील की कि वे हर पात्र बच्चे को पोलियो की बूंदें जरूर दिलवाएं और बूथ-आधारित तथा घर-घर जाकर टीकाकरण गतिविधियों के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों का पूरा सहयोग करें।
जिले के सभी मेडिकल जोन में कुल 668 टीकाकरण बूथ स्थापित किए गए हैं जिनमें लगभग 3,000 स्वास्थ्य अधिकारियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा सीएमओ, डिप्टी सीएमओ और ब्लॉक तथा जोन स्तर की टीमों द्वारा संचालित ट्रांजिट टीकाकरण बूथ भी जनता की सुविधा के लिए स्थापित किए गए हैं। अभियान सोमवार से घर-घर टीकाकरण के साथ जारी रहेगा ताकि जिले में पात्र बच्चों का अधिकतम कवरेज सुनिश्चित हो सके।
बांदीपोरा में उपायुक्त इंदु कंवल चिब ने पाजलपोरा में कैंपेन का उद्घाटन किया। इस मौके पर, डिप्टी कमिश्नर ने बच्चों को पोलियो की बूंदें पिलाईं और जिले को पोलियो मुक्त रखने के लिए दूरदराज और दुर्गम इलाकों सहित सभी जगहों पर पूरी तरह से टीकाकरण कवरेज हासिल करने के महत्व पर जोर दिया। उद्घाटन समारोह के दौरान जिला अस्पताल बांदीपोरा के मेडिकल सुपरिटेंडेंट, डिप्टी चीफ मेडिकल ऑफिसर बांदीपोरा, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर बांदीपोरा, साथ ही अन्य मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद थे। सभी 370 निर्धारित पल्स पोलियो बूथों पर टीकाकरण टीमें तैनात की गई हैं।
कुपवाड़ा में उपायुक्त श्रीकांत सूसे ने रविवार को उपजिला अस्पताल कुपवाड़ा से पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान का औपचारिक शुभारंभ किया। इस अवसर पर एसीआर, सीएमओ, डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी उपस्थित थे। उन्होंने सभी लोगों से इस अभियान में बढ़चढ़ कर भाग लेने को कहा। डीसी ने अस्पताल में मरीजों को किस तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही है उसका भी निरीक्षण किया। डीसी ने जिले में चल रही बर्फबारी और वर्षा के मद्देनजर सीएमओ और संबंधित अधिकारियों के साथ बर्फबारी वाले क्षेत्रों का भी निरीक्षण किया। डीसी ने स्वास्थ्य विभाग और क्षेत्रीय कर्मचारियों के उन प्रयासों की सराहना की जो इस अभियान की योजना बनाने और इसे लागू करने के साथ ही दूरदराज और पिछड़े क्षेत्रों में जाकर बच्चों को पल्स पोलियो की बूंदें पिलाने का कार्य कर रहे हैं।
Trending Videos
-668 टीकाकरण बूथ स्थापित किए गए
-3,000 स्वास्थ्य अधिकारियों की तैनाती
अमर उजाला ब्यूरो
श्रीनगर। कश्मीर घाटी में रविवार को पल्स पोलियो टीकाकरण का शुभारंभ किया गया। इस दौरान श्रीनगर, कुपवाड़ा, बांदीपोरा सहित कश्मीर के सभी जिलों में अभियान चलाकर पांच वर्ष तक के बच्चों को दो बूंदें जिंदगी की पिलाई गईं।
श्रीनगर में उपायुक्त अक्षय लाबरू ने रविवार को अर्बन प्राइमरी हेल्थ सेंटर बटमालू में तीव्र पल्स पोलियो टीकाकरण (आईपीपीआई)-2025 कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यह अभियान जिले में 0-5 वर्ष आयु वर्ग के लगभग दो लाख बच्चों को पोलियो की बूंदें देने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। यह कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित किया गया था जिसमें उपायुक्त ने कई बच्चों को पल्स पोलियो की बूंदें दीं और टीकाकरण अभियान के सुचारु संचालन के लिए किए गए इंतजामों की समीक्षा की।
विज्ञापन
विज्ञापन
इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि पल्स पोलियो टीकाकरण एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य पहल है जिसका उद्देश्य बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाना है। उन्होंने जोर दिया कि 100 प्रतिशत कवरेज हासिल करना जिले के पोलियो मुक्त दर्जे को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। डीसी ने अभिभावकों और संरक्षकों से अपील की कि वे हर पात्र बच्चे को पोलियो की बूंदें जरूर दिलवाएं और बूथ-आधारित तथा घर-घर जाकर टीकाकरण गतिविधियों के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों का पूरा सहयोग करें।
जिले के सभी मेडिकल जोन में कुल 668 टीकाकरण बूथ स्थापित किए गए हैं जिनमें लगभग 3,000 स्वास्थ्य अधिकारियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा सीएमओ, डिप्टी सीएमओ और ब्लॉक तथा जोन स्तर की टीमों द्वारा संचालित ट्रांजिट टीकाकरण बूथ भी जनता की सुविधा के लिए स्थापित किए गए हैं। अभियान सोमवार से घर-घर टीकाकरण के साथ जारी रहेगा ताकि जिले में पात्र बच्चों का अधिकतम कवरेज सुनिश्चित हो सके।
बांदीपोरा में उपायुक्त इंदु कंवल चिब ने पाजलपोरा में कैंपेन का उद्घाटन किया। इस मौके पर, डिप्टी कमिश्नर ने बच्चों को पोलियो की बूंदें पिलाईं और जिले को पोलियो मुक्त रखने के लिए दूरदराज और दुर्गम इलाकों सहित सभी जगहों पर पूरी तरह से टीकाकरण कवरेज हासिल करने के महत्व पर जोर दिया। उद्घाटन समारोह के दौरान जिला अस्पताल बांदीपोरा के मेडिकल सुपरिटेंडेंट, डिप्टी चीफ मेडिकल ऑफिसर बांदीपोरा, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर बांदीपोरा, साथ ही अन्य मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद थे। सभी 370 निर्धारित पल्स पोलियो बूथों पर टीकाकरण टीमें तैनात की गई हैं।
कुपवाड़ा में उपायुक्त श्रीकांत सूसे ने रविवार को उपजिला अस्पताल कुपवाड़ा से पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान का औपचारिक शुभारंभ किया। इस अवसर पर एसीआर, सीएमओ, डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी उपस्थित थे। उन्होंने सभी लोगों से इस अभियान में बढ़चढ़ कर भाग लेने को कहा। डीसी ने अस्पताल में मरीजों को किस तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही है उसका भी निरीक्षण किया। डीसी ने जिले में चल रही बर्फबारी और वर्षा के मद्देनजर सीएमओ और संबंधित अधिकारियों के साथ बर्फबारी वाले क्षेत्रों का भी निरीक्षण किया। डीसी ने स्वास्थ्य विभाग और क्षेत्रीय कर्मचारियों के उन प्रयासों की सराहना की जो इस अभियान की योजना बनाने और इसे लागू करने के साथ ही दूरदराज और पिछड़े क्षेत्रों में जाकर बच्चों को पल्स पोलियो की बूंदें पिलाने का कार्य कर रहे हैं।